Shanghai Cooperation Organization

  • एससीओ (SCO)में भारत का अब क्या भविष्य?

    नई दिल्ली शिखर सम्मेलन से संकेत मिला कि संभवतः इस दूरी के साथ भारत फिलहाल इस मंच के साथ बना रहेगा, लेकिन वह इसकी मुख्यधारा का हिस्सा नहीं होगा। चूंकि भारत ने अमेरिकी नेतृत्व वाली पश्चिमी धुरी से अपनी निकटता बना ली है, तो एससीओ के बाकी सदस्य देशों ने भी भारत की चिंताओं की परवाह करनी छोड़ दी है।…एससीओ में शामिल देशों ने पश्चिमी वर्चस्व को खत्म करने को अपना मकसद घोषित कर दिया है। भारत को छोड़ दें, तो बाकी सदस्य देशों ने इस कार्य में एक तरह से चीन के नेतृत्व को स्वीकार कर लिया है। यह...

  • दूरगामी महत्त्व का सहयोग

    यूरेशियन इकॉनमिक यूनियन की ब्रिक्स और एससीओ से निकट तालमेल बनाने की कोशिश का दूरगामी नतीजा हो सकता है। यह कोशिश उस समय और भी महत्त्वपूर्ण नजर आती है, जब ब्रिक्स और एससीओ के विस्तार का एजेंडा आगे बढ़ रहा  है। यूरेशियन इकॉनमिक यूनियन (यूएईयू) का ब्रिक्स और एससीओ से अंतर्संबंध बनाने के  प्रयास के दूरगामी परिणाम हो सकते हैँ। यहां मंगलवार से शुरू हुए दो दिन के यूरेशियन इकॉनमिक फोरम में ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के साथ अंतर्संबंध बनाने पर चर्चा एक प्रमुख एजेंडा है। यूरेशियन इकॉनिक फोरम का आयोजन यूएईयू करता है। यह एक मुक्त व्यापार...