Tuesday

08-07-2025 Vol 19

NI Editorial

The Nayaindia editorial desk offers a platform for thought-provoking opinions, featuring news and articles rooted in the unique perspectives of its authors.

पेच पड़ गए हैं

अमेरिका ने भारत को समुद्री और आसमानी गार्जियन ड्रोन्स की सप्लाई रोक दी है।

भ्रष्टाचार एजेंडे पर नहीं

भारत भ्रष्टाचार अवधारणा के सूचकांक पर भारत एक साल में आठ अंक गिर गया।

चंडीगढ़ में जो हुआ

अब पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट इस पर फैसला देगा कि क्या पीठासीन अधिकारी ने आठ वोटों को गलत ढंग से अवैध करार देकर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार...

मिलिंद देवड़ा क्या पहुंचेंगे उच्च सदन

एक और पूर्व कांग्रेसी नेता राज्यसभा पहुंच सकते हैं। कांग्रेस छोड़ कर जाने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा ने राज्यसभा में भेजा था।

आर्थिक से ज्यादा राजनीतिक

परंपरा यह है कि बजट पेश होने से पहले भारत सरकार संसद में गुजर रहे वर्ष का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है।

ये जो हकीकत है

नरेंद्र मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के चाहे जितने दावे करती हो, उसका वास्तविक प्रदर्शन उन दावों की पुष्टि नहीं करता।

इस बार प्रहसन में!

कहा जा सकता है कि वह भी इस प्रहसन का एक प्रमुख पात्र बन गई है। उधर राष्ट्रीय जनता दल और उसकी सहयोगी पार्टियां भी हास्य का पात्र बनी...

जातीय टकराव की ओर?

इस तरह आरक्षण से लाभान्वित होने वाले मराठा परिवारों की संख्या काफी बढ़ जाएगी। मगर इस निर्णय से ओबीसी नेता खफा हो गए हैँ।

अंतरराष्ट्रीय न्याय को ठेंगा?

न्यायालय ने दो टूक ऐसा आदेश तो नहीं दिया, लेकिन उसके अन्य आदेशों का अर्थ व्यावहारिक रूप में युद्धविराम ही है।

कनाडा का आक्रामक रुख

कनाडा सरकार ने भारत के खिलाफ अपने आक्रामक रुख को और आगे बढ़ाया है। इससे भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि पर नया प्रहार हुआ है।

कारोबार पर है नज़र

फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों आज गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं।

आत्म-मंथन का दिन

उसके लगभग साढ़े तीन साल पहले देश ब्रिटिश दासता की बेड़ियों से मुक्त हो चुका था, लेकिन तब यह स्पष्ट नहीं था कि भारतवासियों की आजादी का स्वरूप कैसा...

भारत-रत्न कर्पूरी ठाकुर

अत्यंत पिछड़ी जाति से आने वाले, ईमानदार छवि के उस नेता- कर्पूरी ठाकुर को सम्मानित करना भाजपा की एक कुशल रणनीति है।

उनका मसला, हमारी समस्या

कनाडा ने दो साल के लिए छात्र वीजा की संख्या सीमित करने का एलान किया है। उचित ही उल्लेख किया गया है कि इसका सबसे ज्यादा प्रभाव भारतीय छात्रों...

भारत की क्या राय?

शीत युद्ध के दौर में गुटनिरपेक्ष आंदोलन एक महत्त्वपूर्ण आवाज था। लेकिन सोवियत संघ के विखंडन के साथ चूंकि तत्कालीन एक गुट का विलोप हो गया, तो इस आंदोलन...

चीन को रोकने की चुनौती

चीन के जिस जहाज को भारत और अमेरिका के दबाव के कारण श्रीलंका ने अपने तट पर आने की इजाजत नहीं दी थी, वह अब मालदीव पहुंचने वाला है।

अब हकीकत का अहसास?

पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की प्राथमिकताएं चाहे जो हों, प्रदेश के नेता समझ रहे हैं कि मौजूदा सरकार आम जन के बीच अपना भरोसा खो चुकी है और उसके...

हाथ से फिसलती डोर

फिलस्तीनियों के खिलाफ युद्ध ना रोकने की जिद अब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भारी पड़ने लगी है। सभी तरफ यह अहसास गहरा चुका है कि अपनी कुर्सी...

वॉर्मिंग में इतनी ठंड!

उत्तर-मध्य भारत में इस बार ठंड देर से पड़ी, लेकिन खूब जोरदार पड़ी है। ये दोनों स्थितियां असामान्य हैं। उसी समय जम्मू-कश्मीर में लोग बर्फबारी के तरस कर रह...

जो जमीनी हालात हैं

अभी हाल में 2023-24 के अनुमानित सरकारी आर्थिक आंकड़े जारी हुए, तो उनसे पता चला कि इस वित्त वर्ष में (दो अपवाद वर्षों को छोड़ कर) भारत की प्रति...

घोर बदहाली की कहानी

भारत से जिन मजदूरों को इजराइल भेजा जाएगा, उनके लिए भर्ती का एक केंद्र हरियाणा के रोहतक में बना है। चयन की इच्छा लिए बड़ी संख्या में लोग वहां...

भारतीय छात्रों को मुश्किल

अमेरिका ने भारत से कनाडा की जांच में भी सहयोग करने को कहा था। बहरहाल, तब भारत ने जो रुख तय किया, उसका खामियाजा भारतीय छात्रों को भुगतना पड़...

किससे है ये परदादारी?

हैरतअंगेज है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी सैनिकों के साथ भारतीय जवानों की हुई दो मुठभेड़ों की खबर को भारतीय जनता से छिपाया गया।

म्यांमार सीमा पर चुनौती

यह खबर भारत के लिए चिंताजनक है कि म्यांमार के पश्चिमी रखाइन प्रांत में सक्रिय एक नस्लीय हथियारबंद गुट ने भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक शहर पर कब्जा कर...

अरबपतियों का कसता शिकंजा

अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संस्था ऑक्सफेम की इस बात के लिए तारीफ करनी होगी कि हर वर्ष जब स्विट्जरलैंड के शहर दावोस में दुनिया भर के आर्थिक एवं राजनीतिक कर्ता-धर्ता जुटते...

दो यात्राओं का फर्क

राहुल गांधी ने जब सितंबर 2022 में कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी, तो उसे दलगत तकाजों से ऊपर बताया गया था।

कूटनीतिक संबंधों का दायरा

मालदीव के साथ रिश्ता अब ब्रेकिंग प्वाइंट पर पहुंचता नजर आ रहा है। फिलहाल यह साफ है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइजू ने चीन को अपनी विदेश नीति...

बेरोजगारी का संगीन साया

गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक सभी ने एलान किया है कि इस वर्ष वे अपनी कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेंगी।

विश्वास का सवाल है

महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर ने वही फैसला दिया, जिसका शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से पहले से अनुमान लगाया जा रहा था।

भूटानः तॉबगे की वापसी

भूटान में नई संसद के चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री शेरिंग तॉबगे की पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को बड़ी जीत मिली है।

दावे भी तो ऐसे!

एसबीआई का दावा है कि भारत में हाल के सालों में आर्थिक असमानता घटी है। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि हर क्षेत्र में खुशहाली का आलम है।

हेडलाइन ही मकसद है

रुझान नकारात्मक से नकारात्मक कहानी के बीच कुछ सकारात्मक ढूंढ लेने का है, ताकि आबादी के एक बड़े हिस्से में सब कुछ ठीक दिशा में होने का यकीन बना...

आर्थिक संकट से अशांति

जर्मनी भी रूस पर प्रतिबंध लगाने वाले देशों में उत्साह से शामिल हुआ। नतीजतन, रूस से सस्ती ऊर्जा का मिलना बंद हुआ, जिसका असर उसके उद्योग जगत पर पड़ा...

तकनीकी आधार पर राहत

सुप्रीम कोर्ट ने बिलकीस बानो के मामले में 11 अपराधियों को समय से पहले मिली रिहाई को रद्द करने का फैसला तकनीकी आधार पर लिया।

बेरोजगारी का यह आलम

मीडिया की सुर्खियों ने आबादी के बड़े हिस्से को सुखबोध से ओत-प्रोत कर रखा है। ऐसा सोचने वाले लोगों की कमी नहीं है कि जल्द ही भारत आर्थिक महाशक्ति...

हसीना की फीकी जीत

हेडलाइन है कि बांग्लादेश में सत्ताधारी अवामी लीग फिर चुनाव जीत गई। पार्टी की नेता शेख हसीना वाजेद प्रधानमंत्री बनी रहेंगी। यह उनका लगातार चौथा कार्यकाल होगा।

जरूरी हैं एहतियाती तैयारियां

भारतीय नौसेना की तत्परता ने उस जहाज को समुद्री डाकुओं से अपहरण के कुछ घंटों के अंदर ही छुड़ा लिया, जिस पर कम-से-कम 15 भारतीय कर्मचारी सवार थे।

ईडी पर हमला क्यों?

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के यहां जांच के सिलसिले में गए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर उस नेता के समर्थकों का हमला ऐसी घटना...

बड़ी चिंता की बात है

अडानी- हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दो विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया गौरतलब रही। कांग्रेस ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने यह निर्णय देते हुए ‘असाधारण उदारता’...

बांग्लादेशः लोकतंत्र का प्रहसन?

बांग्लादेश में रविवार यानी सात जनवरी को आम चुनाव के लिए मतदान होगा। मगर यह ऐसा चुनाव है, जिसका नतीजा लगभग पहले से तय है। कारण यह है कि...

नतीजा संवाद से परहेज का

अगर केंद्र सरकार कानून बनाने के पहले सभी हित-धारकों से संवाद के रास्ते पर चलती, तो ट्रक, बस और टैंकर चालकों को हड़ताल पर नहीं जाना पड़ता।

चूंकि चाल सियासी है

बिहार सरकार ने जातीय सर्वेक्षण के आंकड़ों के बारे में सुप्रीम कोर्ट में उलटा तर्क रखा। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया कि सर्वे से प्राप्त आंकड़ों पर...

चरमरा रहा है लोकतंत्र

विश्व मीडिया में 2024 को चुनावों का साल बताया गया है। इस वर्ष तकरीबन 60 देशों में किसी ना किसी स्तर के चुनाव होने हैं। शुरुआत बांग्लादेश में सात...

स्थानीयकरण की हद!

केंद्र और असम सरकारों ने यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के अरविंद राजखोवा गुट के साथ जो करार किया है, उसमें शामिल कुछ शर्तें विवादास्पद हैं।

कमजोरी जड़ में है

साल 2023 में डी-डॉलराइजेशन- यानी अंतरराष्ट्रीय व्यापार में आपसी मुद्राओं में भुगतान- एक खास ट्रेंड रहा।

डीपफेक पर लगाम जरूरी

सभी सोशल मीडिया कंपनियों को सूचना प्रौद्योगिकी नियमों का पालन करने की सलाह दी है। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एक ए़डवाइजरी जारी कर चुका है।

रिश्ते में गरमाहट नहीं?

विदेश में एस जयशंकर ने अपनी मास्को यात्रा के दौरान रूस के साथ भारत के पारंपरिक और दोनों देशों के लिए “लाभदायक” साबित हुए रिश्ते की चर्चा पूरे उत्साह...

खेल संभावनाओं को धक्का

जब यह पूछा गया कि क्या राहुल गांधी के आने से कोई फर्क पड़ेगा, तो एक पहलवान ने कहा कि उनके हाथ में क्या है, जो करना है, वह...