
पंकज शर्मा
स्वतंत्र पत्रकार। नया इंडिया में नियमित कन्ट्रिब्यटर।
नवभारत टाइम्स में संवाददाता, विशेष संवाददाता का सन् 1980 से 2006 का लंबा अनुभव। पांच वर्ष सीबीएफसी-सदस्य। प्रिंट और ब्रॉडकास्ट में विविध अनुभव और फिलहाल संपादक, न्यूज व्यूज इंडिया और स्वतंत्र पत्रकारिता।
नया इंडिया के नियमित लेखक।
Apr 27, 2024
Columnist
सफ़ेद झूठ की काली मूसलाधार
नरेंद्र भाई मोदी ऐसी आंय-बांय-शांय मुद्रा में आ गए हैं कि सफ़ेद झूठ की काली मूसलाधार करने में इस बार सारी चौहद्दियां पार कर गए हैं।
Apr 6, 2024
Columnist
कारकूनों के कुचक्र में कसमसाती कांग्रेस
139 बरस पुरानी पार्टी का सारा क्रियान्वयन-तंत्र सियासी सहभागियों के बजाय कारिंदों के सुपुर्द हो गया।
Mar 30, 2024
Columnist
दर-दर दस्तक का गूढ़ार्थ
272 के स्पष्ट बहुमत का आंकड़ा भी छू पाना भाजपा के लिए दूर के ‘चंदा’मामा साबित होती दिख रही है। lok sabha election 2024
Mar 16, 2024
Columnist
एक स्वयंसेवक के बेनूरीपन की फ़िक्र
नरेंद्र भाई अपने चेहरे और नाम के बूते काठ के किसी भी पुतले-पुतली को चुनावी वैतरिणी पार कराने की क्षमता अब खो चुके हैं। Lok Sabha election 2024
Mar 9, 2024
Columnist
प्रश्नों की उमड़-घुमड़ का अंतर्व्यूह
ज़मीनी हालात ऐसे लग रहे हैं कि इन गर्मियों में स्पष्ट बहुमत के 272 अंक तक पहुंचने में भाजपा के पसीने छूट जाएंगे।
Feb 24, 2024
Columnist
‘आएगा तो मोदी ही, आएगा तो मोदी ही’
‘आएगा तो मोदी ही, आएगा तो मोदी ही’ की रट जैसे-जैसे नरेंद्र भाई मोदी ख़ुद ही ज़ोर-ज़ोर से लगाने लगे हैं, मुझे रायसीना पहाड़ी पर वापस आने को ले...
Feb 17, 2024
Columnist
नरेंद्र भाई की फ़िक्र में घुलता मैं
12 प्रदेशों में ख़ुद भाजपा की और 6 में सहयोगियों की सरकारें होते हुए भी लोकसभा के चुनाव में नरेंद्र भाई की अंक-मनोकामना आख़िर कैसे पूरी होगी?
Feb 10, 2024
Columnist
दादी-पिता से ज़्यादा नसीब वाले हैं राहुल
राहुल नसीब वाले हैं कि बेमुरव्वत हो कर उन के बार-बार यह कहने पर भी कि ‘जिसे जाना है, जाए, जिसे रहना है, रहे’ सिर्फ़ एकाध दर्जन छोटे-मंझले-बड़े नेता...
Jan 28, 2024
Columnist
विपक्ष के आकुल लपोरीलालों की ना-लायकी
विपक्षी दलों को एकमंचीय करने और उन्हें एकाकार बनाए रखने की प्रक्रिया अगर सोनिया की सीधी रहनुमाई में चली होती तो इंडिया-समूह के राजनीतिक दलों की संख्या 28 से...
Jan 13, 2024
Columnist
तालठोकू फ़रमान और कांग्रेस का इनकार
सोनिया गांधी इस रामनवमी पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएं। मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी जाएं तो और अच्छा।
Jan 6, 2024
Columnist
फुगावों की मादकता से मुक्ति का समय
सिर्फ़ इच्छाधारी होने भर से अगर इच्छाएं पूरी होने लगतीं तो फिर बात ही क्या थी? फिर इच्छाएं अगर आसमानी हों तो वे यूं ही ज़मीन पर नहीं उतर...
Dec 30, 2023
Columnist
इंडिया-समूह के अंकगणित का बीजगणित
28 दलों के राजनीतिक गठजोड़ ‘इंडिया-समूह’ का बदन ऊपर से देखने में तो इतना गठीला दिखाई देता है कि परसों से शुरू हो रहे साल की गर्मियां आरंभ होते-होते...
Dec 23, 2023
Columnist
संसद परिसर में उड़ती खिल्ली के भोंडे आयाम
नरेंद्र भाई के अगलियों-बग़लियों के भी नहीं। यह व्यग्रता जिस दिन अपनी रजाई झटकेगी, ‘मोशा’-होश ठिकाने आ जाएंगे। तब संभलने का समय नहीं बचा होगा।
Dec 16, 2023
Columnist
इतिहास के निष्ठुर पन्ने और अभागे राहुल
कांग्रेस को आगामिक फटेहाली से महफ़ूज़ रखने के लिए सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को थोड़ा बेरहम होना पड़ेगा।
Nov 25, 2023
Columnist
फुद्दू प्रजा का ओजस्वी राजा
अगर वे विदा हो गए तो मैं यह सोच-सोच कर ही घुलता रहूंगा कि पूरे एक दशक हमें अपनी ‘गिली गिली गाला’ में उलझाए रखने वाला ऐसा अजब-ग़ज़ब प्रधानमंत्री...
Nov 18, 2023
Columnist
ख़ुदसाख़्ता ‘हिंदू हृदय सम्राट’ नरेंद्र भाई
हिंदू आबादी का 60-65 प्रतिशत हिस्सा नरेंद्र भाई की असहमति में मुट्ठियां ताने खड़ा है तो वे काहे के एकछत्र ‘हिंदू हृदय सम्राट’?
Nov 4, 2023
Columnist
राहुल की बनाई राह पर रपटते नरेंद्र भाई
सच है कि नरेंद्र भाई मोदी का दालान तो और भी सड़ांध भरा है, और भी गलीज़ है, और भी मटमैला है। इसलिए आप पूछ सकते हैं कि मैं...
Oct 21, 2023
Columnist
कारोबारी संसार की घनचक्करी भूलभुलैया
निशिकांत ने आरोप लगाया है कि महुआ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के मकसद से अडानी समूह के खिलाफ़ संसद में सवाल पूछे।
Oct 14, 2023
पंकज शर्मा
गाज़ा पट्टी के पेच-ओ-ख़म और गंगा आरती
एक वाहन पर रखे तक़रीबन निर्वस्त्र महिला के शव पर पैर पसारे बैठे हमास के हथियार लहराते पिशाचों की तस्वीर देख कर कौन नहीं हिल जाएगा?
Oct 7, 2023
पंकज शर्मा
मुद्रा-इतिहास के अश्वेत पन्ने का अंतिम संस्कार
नरेंद्र भाई के पौरुष से सात साल पहले जन्मे दो हज़ार रुपए के नोट का आज अंतिम संस्कार है। इसलिए मैं इन सात वर्षों की चकरघिन्नी में आपको ले...
Sep 30, 2023
पंकज शर्मा
कमलनाथ, गहलोत, भूपेश के 23 पर टिका 24
इस साल जब सर्दियों का गुलाबीपन शुरू हो रहा होगा तो पांच राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के कमल की सुर्ख़ी अपने चरम उतार पर होगी।
Sep 16, 2023
पंकज शर्मा
सनातन धर्म के स्वघोषित पर्याय की पगड़ी
अगर आप सोच रहे हैं कि नरेंद्र भाई मोदी अपने पैरों के नीचे से कालीन आसानी से खिसक जाने देंगे तो आप को मतिभ्रम हो रहा है।
Sep 9, 2023
पंकज शर्मा
कलूटाक्षरों में लिखे जाने वाले इतिहास का दशक
किसी और एक दशक में आपने भारत के प्रधानमंत्री को इतने खिलंदड़ी करतब करते नहीं देखा होगा।
Aug 26, 2023
Columnist
ऊधमबाज़ी से रुआंसा हुआ चंद्रयान
काहे का इसरो? काहे के वैज्ञानिक? चंद्रयान का चांद पर अवतरण हमारे मौजूदा राजनीतिक नेतृत्व की प्रज्ञा और कौशल की उपलब्धि है।
Aug 19, 2023
Columnist
यादों की बूंदों से झांकते सवाल
मनोभाव हाशिए पर कैसे चले गए? सब-कुछ मंचीय-प्रयोजन में तब्दील कैसे हो गया? मेरी यादों की बूंदों से झांकते सवालों का जवाब मिले तो मुझे भी बताइएगा।
Aug 12, 2023
Columnist
लफ़्फाजी, आंकड़े और अनसुनी सिसकियां
प्रधानमंत्री के 132 मिनट के भाषण में 98 बार तालियां बजीं, 22 बार ठहाके लगे, 29 बार उन्होंने मणिपुर शब्द का ज़िक्र किया।
Aug 5, 2023
Columnist
बेताल-युग में झन्नाट-झापड़ की पुण्य-गाथा
नौ साल से चल रहे मायावी संसार का तिलिस्म ढहना शुरू हो गया है। अय्यारों की अय्यारी दरक रही है।
Jul 29, 2023
Columnist
ज़िल्लेसुब्हानी की विदाई के गगनीय संकेत
2024 अपने पर भारी पड़ता देख ज़िल्लेसुब्हानी इन दिनों बिना सोचे-समझे अपनी बनैटी घुमा रहे हैं। विपक्षी राजनीतिक दलों की तुलना वे आतंकवादी संगठनों से करने लगे हैं।
Jul 22, 2023
Columnist
‘कांग्रेस आएबे बारी है, भाजपा जाएबे बारी है’
पूरी तरह साफ़ हो गया है कि साढ़े चार महीने बाद मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में ‘कांग्रेस आएबे बारी है, भाजपा जाएबे बारी है‘।
Jul 15, 2023
Columnist
36 साल, शांति सेना, मैं और आदरांजलि
35 साल पहले, 1988 में, मैं भारतीय शाति सेना के साथ जाफ़ना के जंगलों में था। हमारी शांति सेना राष्ट्रपति जूनियस रिचर्ड जयवर्द्धने के आग्रह पर श्रीलंका पहुंची थी।
Jul 8, 2023
Columnist
सरकार-हरण का दशाननी वाम-तंत्र
अगर भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि शरद पवार को इस हाल में ले आने से उसे राजनीतिक फ़ायदा होगा तो वह मुगालते में है। उसे कुल...
Jun 24, 2023
Columnist
कुप्पा-कुप्पा हो रहे आराधकों के नाम
अमेरिकी राष्ट्रपति चार वर्ष के अपने कार्यकाल में एक देश के शासनाध्यक्ष को एक बार से ज़्यादा राजकीय यात्रा पर नहीं बुला सकता है।
Jun 17, 2023
पंकज शर्मा
भूपेश बघेल के बहाने तीस साल पहले की याद
इतना पुराना किस्सा मैं ने इसलिए सुनाया कि आप भूपेश के तजु़र्बों का अहसास कर सकें। यह ऐसे ही नहीं है कि ढाई साल से चला-चली की वेला में...
Jun 10, 2023
गेस्ट कॉलम
प्रियंका गांधी के शंखनाद से कमल नाथ की वापसी
कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर कमल नाथ का कद चार दशक से गुलीवराना ही रहा है, लेकिन बावजूद इस के मध्यप्रदेश में कुछ बरस पहले तक वे सिर्फ़ छिंदवाड़ा...
Jun 3, 2023
गेस्ट कॉलम
द्वारपाल-मुक्त कांग्रेस की स्थापना का समय
दुनिया-जहान की ख़बरें रखने वाले और बचपन से सियासी पेंचोख़म की आंच देख-देख कर बड़े हुए राहुल-प्रियंका ख़ुद से लिपटी अमरबेलों से इतने अनभिज्ञ कैसे हैं?
May 27, 2023
गेस्ट कॉलम
नरेंद्र भाई नौ साल चले अढ़ाई कोस
नरेंद्र भाई के राज में जो हुआ है, उसे बहुत बढ़-चढ़ कर दिखाया गया है। जो नहीं हुआ है, उसे बहुत बढ़-चढ़ कर दबाया गया है।
May 20, 2023
गेस्ट कॉलम
लोकतंत्र की अफ़ीम के चटोरों का देश
पांच बरस की हुकूमत में दोनों को आधे-आधे वक़्त मुख्यमंत्री बनाने के समझौता-प्रयास करने पड़ें तो इसे हम कैसा प्रजातंत्र कहेंगे?
May 13, 2023
गेस्ट कॉलम
इतना भी क्या चुनाव-पिपासु होना नरेंद्र भाई!
कर्नाटक का आज का रुख तय करेगा कि दक्षिण-विजय के नरेंद्र भाई के सपने का आगे क्या होने वाला है? दक्षिण में कर्नाटक से ज़्यादा उम्मीद भाजपा फ़िलहाल और...
May 6, 2023
गेस्ट कॉलम
सितमगर से इश्क़ के ख़ब्ती दौर में
अपने पर अत्याचार करने वाले को ही प्रेम करते रहने की गाथाएं भारतीय समाज में कोई कम तो नहीं हैं।
Apr 29, 2023
गेस्ट कॉलम
मटरगश्ती और विवशता के बीच झूलते हम
पिछले एक दशक में राजकीय संवेदनाएं जितनी तीखी ढलान पर जितनी तेजी से रपटी हैं, वैसी कभी नहीं लुढ़कीं।
Apr 22, 2023
गेस्ट कॉलम
योगी के प्रति मुग्ध भाव का नया समाजशास्त्र
जिन्हें यह आलाप लगाना है कि न्याय संवैधानिक तौर-तरीक़ों से होना चाहिए, वे अपना यह आलाप लगाते रहें।
Apr 15, 2023
गेस्ट कॉलम
एकता के सात फेरे और एक अदरक-पंजा
क्या यह आसान होगा? क्या पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, मार्क्सवादी पार्टी और कांग्रेस के जन-जन एक-दूसरे के लिए रूह-अफ़ज़ा हो पाएंगे?
Apr 8, 2023
गेस्ट कॉलम
जमूरों के भरोसे चलता आभासी-संसार
अब राहुल हों या नरेंद्र भाई, इतना बड़ा देश है, किस-किस को फॉलो करें? जिसे न करें, वही मुंह फुला लेगा।
Apr 1, 2023
गेस्ट कॉलम
नक्कालों की नाली में बहता राहुल का पसीना
या तो कांग्रेसी अपने को पूरी तरह राहुल गांधी पर छोड़ दें या राहुल गांधी ख़ुद को पूरी तरह कांग्रेस पर छोड़ दें - इसके अलावा कांग्रेस के उद्धार...
Mar 25, 2023
गेस्ट कॉलम
तवारीख़ी तहरीर बदलने की ख़ुशबू
इसलिए, आप का आप जानें, मुझे तो इस दौर से तवारीख़ी तहरीर बदलने की ख़ुशबू आ रही है।
Mar 18, 2023
गेस्ट कॉलम
वह काला अध्याय और यह काला अध्याय
राहुल गांधी को लोकसभा से निष्कासित करने की बातें उड़ाई जा रही हैं, तो क्या राहुल सोलहवें ऐसे ‘अभियुक्त’ बनने की कगार पर पहुंच गए हैं, जिन्हें निष्कासन की...
Mar 11, 2023
गेस्ट कॉलम
नरेंद्र भाई के सौ अपकर्म और एक सत्कर्म
एक बात के लिए तो नरेंद्र भाई को दाद भी देनी पड़ेगी कि उन्होंने भाजपा में परिवारवाद का तक़रीबन अंतिम संस्कार कर दिया है
Mar 4, 2023
गेस्ट कॉलम
प्रधान-मंत्री कोई हो, प्रधान-मंत्र अब राहुल हैं
मैं मानता हूं कि राहुल की वैयक्तिक और राजनीतिक क्षमताओं के बारे में ऊहापोह की स्थिति से देश अब पूरी तरह बाहर आ गया है।