दशहरे पर हुई भागवत कथा का मूल संदेश
आरएसएस के शतायु होने पर व्यक्त किए गए भागवत जी के उद्गारों का मोशा-अनुचर जितना चाहें महिमामंडन करें,
आरएसएस के शतायु होने पर व्यक्त किए गए भागवत जी के उद्गारों का मोशा-अनुचर जितना चाहें महिमामंडन करें,
यह हमारी राजनीतिक-सामाजिक-सांस्कृतिक यात्रा के संक्रमण काल का चरम है। इस दौर के उस पार एक मुकद्दस आसमान हमारा इं...
उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान नरेंद्र भाई मोदी की पलटन ने विपक्ष के प्रत्याशी रेड्डी पर नक्सलवादियों का पक्षधर होन...
जब-जब धर्म की हानि होती है, अवतार होते हैं। इस बार अवतार स्वयं धर्म की हानि कर...
तमाम कोशिशों के गांधी भी बचे हुए हैं, नेहरू भी बचे हुए हैं और इंदिरा भी बची हुई हैं। गांधी तो क...
मैं भी जगदीप धनखड़ को 39 साल से जानता हूं। जब वे देवीलाल-चंद्रशेखर को छोड़ कर राजीव गांधी के साथ ...
मुझे लगता है कि भागवत अपने जन्मदिन 11 सितंबर को सेवानिवृत्ति का ऐलान कर देंगे। अब इस दृश्य की कल्पना करिए कि भाग...
क्या आप देश के तक़रीबन 400 समाचार चैनलों में से दो-चार भी ऐसे बता सकते हैं, जो ...
जैसे भगत-टोली शोर मचाती है कि देश के पास नरेंद्र भाई का विकल्प कहां है, मैं भी फुसफुसा कर पूछना...
आज का माहौल कुछ भी लगता हो, कल के आसमान पर राहुल की इबारत लिखी हुई है। राहुल के पास पच्चीस साल ...
यह समय किसी भी किस्म की रस्साकशी का नहीं है। लगातार अराजक होते जा रहे सोशल मीडिया मंच और उतना ही स्वेच्छाचारी मु...
हम विश्वगुरु बनने का दावा कर रहे थे और दुनिया आज हमारी तुलना पाकिस्तान से कर रही है। इस से ज़्यादा फ़ज़ीहत और क्या ...
अपने तपे-तपाए लोगों को सोशल मीडिया के ज़रिए संबोधित करने के बजाय क्या राहुल या मल्लिकार्जुन खड़गे उन्हें बुला कर स...
नरेंद्र भाई और कुछ करें-न-करें, हमारा मन तो लगाए हुए हैं। उन की मायावी रचनाओं ...