चेन्नई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को तमिलनाडु में पहली चुनावी सभा की। उन्होंने अपने भाषण में केंद्र सरकार पर जम कर निशाना साधा और कहा कि सरकार चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों को परेशान कर रही है। उन्होंने बताया कि कैसे कांग्रेस का बैंक खाजा सीज कर दिया गया। राहुल गांधी ने अपने भाषण में आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों जैसे सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग आदि का राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने विपक्षी नेताओं को धमकी देने और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने का मुद्दा भी उठाया।
राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की ओर से किए गए वादों का भी जिक्र किया और केंद्र सरकार में 30 लाख खाली सरकारी पदों को भरने और युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए एक कानून बनाने का भरोसा दिलाया। तमिलनाडु में पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा- अगर केंद्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ सत्ता में आता है, तो युवाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए बड़े कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में 30 लाख खाली पद हैं और ये नौकरियां युवाओं को दी जाएंगी। राहुल गांधी ने कहा- सभी स्नातकों और डिप्लोमाधारकों को लाभ पहुंचाने के लिए एक कानून ‘राइट टू अप्रेंटिसशिप’ संसद में पारित किया जाएगा। केंद्र में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा के सांसदों ने खुले तौर पर कहा है कि अगर पार्टी केंद्र में सत्ता में बरकरार रही तो वे संविधान बदल देंगे।
राहुल गांधी ने गांधी ने लोकतंत्र पर खतरा बताते हुए कहा- दुनिया पहले भारत को लोकतंत्र के पथ प्रदर्शक के रूप में देखती थी लेकिन अब धारणा बन रही है कि भारत का लोकतंत्र अब लोकतंत्र नहीं रहा। उन्होंने कहा कि देश को आज एक वैचारिक लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है। राहुल ने कहा कि एक तरफ पेरियार ईवी रामासामी जैसे सुधारवादी नेताओं की सामाजिक न्याय, स्वतंत्रता और समानता की विचारधारा है, दूसरी तरफ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के विचार हैं।