नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मानसून ठहर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून अभी महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर रूका है। लेकिन पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश और उसकी वजह से भूस्खलन जारी है। देश में इस साल मानसून सात दिन पहले 24 मई को आ गया था। उसके दो दिन बाद से पूर्वोत्तर के राज्यों में लगातार बारिश हो रही है और अब तक वहां 49 लोगों की जान जा चुकी है। हजारों लोग बाढ़ और भूस्खलन से विस्थापित हुए हैं।
असम में बुधवार को बाढ़ में दो और लोगों की मौत हो गई। राज्य में अब तक 19 लोगों की जान गई है। 21 जिलों में करीब सात लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश में अब तक 12 लोगों की जान गई है, जबकि दो लोग लापता हैं। उनकी तलाश के लिए अभियान चल रहा है। पिछले 11 दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों में कुल 49 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें असम में 19, अरुणाचल प्रदेश में 12, मेघालय और मिजोरम में छह-छह, सिक्किम में तीन, त्रिपुरा में दो और नगालैंड में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
इस बीच मौसम विभाग ने बताया है कि मानसून अब भी महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ की सीमा पर ही रुका है। यह 10 जून तक मध्य प्रदेश पहुंचेगा, हालांकि राज्य में बारिश का दौर शुरू हो गया है। बुधवार को भोपाल, शाजापुर, छिंदवाड़ा, राजगढ़, सागर, सतना, धार और दमोह में बारिश हुई। राज्य में छह जून तक बूंदाबांदी जारी रहने के आसार हैं। राजस्थान में भी बुधवार को कई जगहों पर आंधी व बारिश होने के साथ और ओले गिरे। इसके चलते बाड़मेर और जैसलमेर को छोड़कर सभी शहरों में तापमान 40 डिग्री से नीचे रहा। मौसम विभाग ने गुरुवार को राज्य के 22 जिलों में आंधी व बारिश का यलो अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग ने गुरुवार को देश के 25 राज्यों में आंधी के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया था।