तेलंगाना, पूर्वोत्तर में इन मुद्दों से नुकसान
अगर इंडिया की जगह भारत का मुद्दा बनता है, सनातन की रक्षा का मुद्दा बनता है और हिंदी भाषा की प्रमुखता होती है तो तेलंगाना और मिजोरम में भाजपा को दिक्कत होगी। भाजपा के चुनाव रणनीतिकारों को इसका अंदाजा है कि तेलंगाना में तेलुगू प्राइड का मुद्दा बनेगा तो मिजोरम में स्थानीय आदिवासी व ईसाई आबादी के बीच धर्म व भाषा दोनों का मुद्दा बनेगा। लेकिन हिंदी पट्टी के तीन बड़े राज्यों की राजनीति पर भाजपा तेलंगाना और मिजोरम को कुर्बान कर सकती है। वैसे भी तेलंगाना में तमाम प्रयास के बाद भी भाजपा कोई खास असर नहीं छोड़ पाई...