नई दिल्ली। पूरे देश में मतदाता सूची की सफाई के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग एक बार फिर बड़ी बैठक कर रहा है। बुधवार को राजधानी दिल्ली में देश के सभी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ चुनाव आयोग ने एक बैठक शुरू की, जो गुरुवार तक चलेगी। पूरे देश में एसआईआर कराने के लिए पिछले दो महीने में चुनाव आयोग की यह दूसरी बैठक है। बताया जा रहा है कि पहले दिन आयोग ने एसआईआर की तैयारियों की समीक्षा की।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक हो रही है, जिसमें दोनों चुनाव आयुक्त एसएस संधु और विवेक जोशी भी शामिल हुए। पहले दिन की बैठक में मतदाता पंजीयन अधिकारियों यानी ईआरओ, असिस्टेंड ईआरओ आदि के साथ साथ बीएलओ और बीएलए की नियुक्ति और उनके प्रशिक्षण की स्थिति की समीक्षा की। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से मतदाता सूची और बाकी तैयारियों को लेकर प्रजेंटेशन दिया गया। यह बैठक इंडिया इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल मैनेजमेंट में हो रही है।
इससे पहले चुनाव आयोग ने 10 सितंबर को देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उस बैठक में जो बातें तय की गई थीं उनकी समीक्षा के लिए यह दूसरी बैठक हो रही है। इसके बाद बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग पूरे देश में एसआईआर कराने का ऐलान कर सकता है। गौरतलब है कि जुलाई से सितंबर के बीच तीन महीने में बिहार में एसआईआर की प्रक्रिया पूरी की गई।
एसआईआर पूरे देश में होगा लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि इसकी शुरुआत चुनाव आयोग उन राज्यों से करेगा, जहां अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। आयोग में इस बात पर सहमति है कि चरणबद्ध तरीके से इसे पूरे देश में लागू किया जाए। गौरतलब है कि अगले साल पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में चुनाव होने वाले हैं। यह भी बताया जा रहा है कि जहां स्थानीय निकायों के चुनाव होने वाले हैं वहां एसआईआर अभी स्थगित रहेगी। इस लिहाज से महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में अभी एसआईआर की प्रक्रिया नहीं शुरू होगी।


