नई दिल्ली। केंद्र सरकार आखिरकार मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर पर चर्चा के लिए तैयार हो गई है। संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को पक्ष और विपक्ष में सहमति बन गई, जिसके मुताबिक नौ दिसंबर को चुनाव सुधारों पर चर्चा होगी। सरकार ने सत्र के पहले ही कहा था कि वह खासतौर से एसआईआर पर नहीं, लेकिन चुनाव सुधारों पर चर्चा के लिए तैयार है। गौरतलब है कि मानसून सत्र एसआईआर पर चर्चा के मामले में ही पूरी तरह से जाया हुआ था। शीतकालीन सत्र में भी विपक्ष तत्काल चर्चा के लिए अड़ा हुआ था।
बहरहाल, मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सरकार और विपक्ष की बैठक बुलाई। स्पीकर से मुलाकात में दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई। बताया गया कि नौ दिसंबर को चुनावी सुधारों पर 10 घंटे बहस होगी। साथ ही स्पीकर के साथ बैठक में यह भी तय किया गया कि आठ दिसंबर को वंदे मातरम् पर चर्चा होगी। इसके लिए भी 10 घंटे का समय तय किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चर्चा की शुरुआत करेंगे।
गौरतलब है कि वंदे मातरम् के डेढ़ सौ साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर सरकार सदन में इस पर चर्चा करा रही है। चुनाव सुधार और वंदे मातरम पर चर्चा से पहले मंगलवार को भी एसआईआर और वोट चोरी के आरोप पर हंगामा हुआ। सोमवार को भी इस मसले पर हंगामा हुआ था और सदन में कामकाज नहीं हो पाया था। मंगलवार को भी दोनों सदनों में विपक्ष ने एसआईआर और वोट चोरी को लेकर हंगामा किया, जिसके बाद दोनों सदन बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिए गए।
विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दोनों पक्षों को अपने मीटिंग रूम में बुलाया। वहां सहमति बनी कि बुधवार से सदन बिना किसी हंगामे के सुचारू रूप से चलेगा। इससे पहले, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राजनीतिक दलों के सदन नेताओं से मुलाकात की। हालांकि उन्होंने चुनाव सुधारों पर चर्चा के लिए कोई समय सीमा बताने से इनकार कर दिया था। दोपहर बाद तीन बजे स्पीकर के साथ वार्ता में नौ दिसंबर को चर्चा कराने का फैसला हुआ। इससे पहले दोनों सदनों में विपक्ष ने हंगामा किया। हालांकि राज्यसभा के वॉकआउट के बाद राज्यसभा ने मणिपुर जीएसटी विधेयक, 2025 को पारित किया गया है। इसे सोमवार को लोकसभा में पास किया गया था। दोनों सदनों को कई बार के स्थगन के बाद दोपहर बाद दो बजे दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।


