नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा का आधिकारिक कार्यक्रम जारी हो गया है। वे 31 अगस्त और एक सितंबर को दो दिन की चीन यात्रा पर रहेंगे। उससे पहले वे दो दिन की जापान यात्रा पर जाएंगे। अमेरिका के साथ चल रहे टैरिफ वॉर के बीच प्रधानमंत्री मोदी का चीन जाना बहुत अहम है। वे चीन के तियानजिन शहर में हो रहे शंघाई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं। इस दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग के साथ उनकी दोपक्षीय वार्ता भी हो सकती है। वहां मोदी की मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ भी हो सकती है।
बहरहाल, सरकार की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के निमंत्रण पर, 15वें भारत व जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 29 और 30 अगस्त को जापान की यात्रा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दूसरे चरण में, चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग के निमंत्रण पर, 31 अगस्त और एक सितंबर को तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा करेंगे।
गौरतलब है कि पिछले एक कुछ दिनों में एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए राजनाथ सिंह और एससीए के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए एस जयशंकर ने चीन की यात्रा की है। अब प्रधानमंत्री मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। भारत में चीनी राजदूत ने पहले ही इस बात की पुष्टि कर दी थी। चीनी राजदूत ने शू फेइहोंग ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा दोनों देशों के संबंधों में सुधार और विकास को नई गति देगी। उन्होंने कहा था कि भारत और चीन की ओर से एक कार्यदल इस यात्रा को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।