बेंगलुरू। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए गए आरोपों को फिर से दोहराया है। उन्होंने शुक्रवार को बेंगलुरू में कहा है कि चुनाव आयोग इलेक्ट्रोनिक डाटा नहीं मुहैया करा रहा है। अगर इलेक्ट्रोनिक डाटा मिल जाए तो वे यह साबित कर देंगे कि नरेंद्र मोदी वोट चोरी करके प्रधानमंत्री बने हैं। राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार 25 सीट के मार्जिन से प्रधानमंत्री बने हैं। 25 सीट ऐसी हैं, जिन्हें भाजपा ने 35 हजार या कम वोट से जीतीं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘चुनाव आयोग को पिछले 10 साल की देश की सारी इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट और वीडियोग्राफी देनी चाहिए। ये सब नहीं देंगे तो क्राइम है’। उन्होंने चुनाव आयोग पर हमला करते हुए कहा, ‘भाजपा को चुनाव चोरी करने दे रहे हैं। पूरे देश को चुनाव आयोग से वोटर्स का डेटा मांगना चाहिए’। गौरतलब है कि राहुल गांधी कर्नाटक के बेंगलुरु में फ्रीडम पार्क में आयोजित कांग्रेस की ‘वोट अधिकार रैली’ में शुक्रवार को शामिल हुए और चुनाव आयोग व केंद्र सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी रैली में शामिल हुए।
इससे पहले राहुल गांधी ने गुरुवार को करीब सवा घंटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोप लगाया था कि कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा फर्जी वोट बनाए गए, जिससे भाजपा को फायदा हुआ। उन्होंने दावा किया कि पांच तरीकों से वोट की चोरी हुई है। राहुल ने फर्जी वोटर बनाने से लेकर एक ही पते पर बड़ी संख्या में वोटर बनाने और गलत पते पर हजारों वोटर बनाने का दावा किया। उन्होंने 22 पन्नों की स्लाइड के जरिए पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक ही वोटर ने एक चुनाव में कई कई बार वोट डाला।
बाद में गुरुवार की शाम की राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेताओं के साथ बैठक की और वहां भी उनके सामने इसकी प्रजेंटेशन दी गई। उन्होंने कहा कि एक सीट की सचाई निकालने में कांग्रेस की रिसर्च टीम को छह महीने लगे। अगर चुनाव आयोग इलेक्ट्रोनिक डाटा नहीं देता है तो 20 से 25 और सीटों के बारे में डाटा निकालने में बहुत समय लगेगा। उन्होंने चुनाव आयोग पर फर्जी वोटर बनवाने से लेकर फॉर्म छह के दुरुपयोग और जैसे कई आरोप लगाए हैं।