नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर 25 फीसदी टैरिफ और उसके साथ ही जुर्माना लगाने की घोषणा के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। कांग्रेस ने ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती की हवाला देते हुए कहा कि भारत दोस्ती की कीमत चुका रहा है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि वे इंदिरा गांधी की तरह डट जाएं ट्रंप के सामने। कांग्रेस ने एक तस्वीर भी जारी की, जिसमें लिखा था कि सुबह राहुल गांधी ने कहा था, शाम को ट्रंप ने दबा दिया। गौरतलब है कि राहुल ने कहा था कि ट्रंप दबाव बनाने के लिए बार बार सीजफायर की बात कर रहे हैं।
ट्रंप टैरिफ के बाद कांग्रेस ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप के लिए प्रचार करते हैं। अबकी बार ट्रंप सरकार जैसे नारे लगाते हैं। उन्हें बिछड़े भाई की तरह गले लगाते हैं। बदले में, ट्रंप भारत पर इतना कठोर टैरिफ लगा देते हैं। यह विदेश नीति की एक भयावह विफलता है। कांग्रेस ने कहा कि एक आदमी की दोस्ती का खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ रहा है। दूसरी ओर भाजपा ने सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार करने को कहा। सोशल मीडिया में भाजपा का इकोसिस्टम कह रहा है कि मोदी ने सीजफायर पर ट्रंप की बात का खंडन किया इसलिए उन्होंने टैरिफ लगाया है।
बहरहाल, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट में लिखा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर 25 फीसदी टैरिफ के साथ एक अतिरिक्त जुर्माना भी लगा दिया है। ट्रंप और हाउडी मोदी के बीच जो तमाम वाहवाही और दिखावा हुआ था, उसका कोई खास मतलब नहीं निकला’। उन्होंने लिखा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने सोचा कि अगर वे चुप्पी साधे रहेंगे और अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत पर किए गए अपमानजनक बयानों पर प्रतिक्रिया नहीं देंगे, जैसे ऑपरेशन सिंदूर को रुकवाने का 30 बार किया गया दावा, पाकिस्तान सेना प्रमुख के लिए विशेष लंच, जिसके भड़काऊ बयान के पृष्ठभूमि में ही पहलगाम में बर्बर आतंकी हमला हुआ, और पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक से वित्तीय पैकेज दिलाने में अमेरिका का समर्थन, तो शायद भारत को राष्ट्रपति ट्रंप से कुछ विशेष रियायतें मिलेगा। जाहिर है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। रमेश ने उन्हें नसीहत देते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को इंदिरा गांधी से प्रेरणा लेनी चाहिए और उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति के सामने डटकर खड़ा होना चाहिए’।