nayaindia arvind kejriwal AAP Party दिल्ली : ऊंट आया पहाड़ के नीचे

दिल्ली : ऊंट आया पहाड़ के नीचे

भोपाल । दिल्ली के वाचाल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगता है कि इस बार भाजपा पर अपने विधायकों को खरीदने का आरोप लगा कर इस बार फंस गए लगते हैं। उन्होंने दो दिन पहले भाजपा पर आरोप लगाया था कि भाजपा के नेता ने उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी के 7 विधायकों को खरीदने के लिए 25-25 करोड़ रुपए का ऑफर दिया है। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि भाजपा उनकी सरकार को धनबल का उपयोग कर गिराना चाहती है। बाद में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि ऐसा ऑफर ‘आप’ के 21 विधायकों को ऐसा ऑफर दिया गया है।
हालांकि, हर बार की तरह इस बार भी यह दावा किया कि उनके पास विधायकों की खरीद फरोख्त के ऑडियो सबूत हैं और सही समय पर उसको मीडिया के सामने लाएंगे।

केजरीवाल के उक्त गंभीर आरोपों के बाद दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उक्त आरोपों को दोहराते हुए वक्त आने पर सबूत देने की बात कही। बतला दें के आम आदमी पार्टी के नेता 2019 के बाद से भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के अलावा केंद्रीय मंत्रियों पर भी अनेकों बार इस तरह के आरोप लगाते रहे हैं। भाजपा नेताओं द्वारा हर बार आम आदमी पार्टी के नेताओं के इस प्रकार के आरोपों पर कहा कि यदि ऐसा है तो ‘आप’ नेताओं को जनता के सामने सबूत देना चाहिए। इस तरह के आरोप और अफवाहों से लोकतंत्र की मर्यादा और जन विश्वास तार तार होता है, इसको हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।

लेकिन इस बार भाजपा और उसके नेताओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और ‘आप’ नेताओं के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली पुलिस को शिकायत कर भ्रष्टाचार उन्मूलन कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच की मांग कर दी। इस मामले की जांच का काम दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंपा जा चुका है। क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी 2 फरवरी की देर शाम एवं शनिवार 3 फरवरी को सुबह शाम मुख्यमंत्री केजरीवाल से उनके द्वारा लगाए आरोपों की जांच के लिए उनके बंगला पर चक्कर काटते रहे पर केजरीवाल ने उनका न तो सहयोग ही किया और न ही क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का सामना। अधिकारी मुख्यमंत्री निवास के अधिकारियों को नोटिस दे कर लौट गए।

नोटिस में उनसे आग्रह किया गया कि वे अपने आरोपों के समर्थन में जो भी सबूत हों उन्हें 72 घंटों में उपलब्ध करा दें ताकि आरोपियों की खोज कर कानूनी कार्यवाही की जा सके। बता दें कि 2022 में संपन्न पंजाब विधानसभा चुनावों के बाद भी कई बार आम आदमी पार्टी के नेता एवं स्वंय अरविंद केजरीवाल वहां के विधायकों को भाजपा द्वारा करोडों में खरीदे जाने का आरोप लगाते रहे हैं। अब दिल्ली के मामले में विधायकों को खरीदने के लिए ऑफर देने के आरोपों के सबूत देने ही होंगे। वे अपनी पार्टी के स्थापना के पहले से ही शिला दीक्षित, सोनिया गांधी, सलमान खुर्शीद, रॉबर्ट वाड्रा समेत अनेक कांग्रेस एवं अरुण जेटली, नितिन गडकरी समेत भाजपा नेताओं समेत अन्य पार्टियों के नेताओं पर मनमाने ढंग से भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा चुके हैं। पर वे आज तक साबित करने में असमर्थ रहे है।
– लेखक राजनीतिक समीक्षक हैं

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