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शिवभक्ति और देशभक्ति का मुक़ाबला

शिवभक्ति की इस फ़िल्म को देशभक्ति से ओतप्रोत ‘गदर 2’ से मुकाबला करना है। यानी इस मुक़ाबले में कोई भी आगे निकले, जीतेंगे भक्त ही। ‘गदर: एक प्रेम कथा’ के इस सीक्वल का पूरा नाम है ‘गदर 2: द कथा कंटीन्यूज़’। निर्माता-निर्देशक अनिल शर्मा की इस फिल्म में पाकिस्तान से निपटते सनी देओल और अमीषा पटेल तो हैं ही, एक प्रमुख भूमिका में उत्कर्ष शर्मा भी हैं जो अनिल शर्मा के बेटे हैं। लगभग 100 करोड़ में बनी यह फिल्म पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध की पृष्ठभूमि पर है।

रणवीर सिंह ने एक के बाद एक अपनी कई फ़िल्मों के पिटने की मनहूसियत से आखिरकार मुक्ति पायी। इसमें करण जौहर की यह रणनीति भी काम आई कि ‘ओपनहाइमर’ और ‘बार्बी’ के एक हफ्ते बाद ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ को रिलीज़ किया गया और फिर दो हफ्ते तक उसके सामने कोई बड़ी फिल्म नहीं थी। अब बारी है रणवीर जैसी ही परिस्थिति में फंसे अक्षय कुमार की। उनकी ‘ओ माई गॉड’ का सीक्वल ‘ओएमजी 2’ रिलीज़ होने जा रहा है और उनकी लगातार पांच फ़िल्में बॉक्स ऑफ़िस पर बुरी तरह लुढ़क चुकी हैं। इससे उनकी मौजूदा मन:स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है। ग्यारह साल पहले ‘ओ माई गॉड’ खासी हिट रही थी जिसमें एक व्यक्ति भगवान पर मुकदमा कर देता है। लेकिन वह तब की बात है जब आप भगवानों के बारे में ऐसी बहुत सी बातें कह सकते थे जिनके लिए अब आपको दस बार सोचना पड़ेगा। एहतियातन सेंसर बोर्ड ने भी उसके सीक्वल ‘ओएमजी 2’ को ए सर्टीफ़िकेट दिया है जिससे हमारे फ़िल्म वाले सबसे ज़्यादा चिढ़ते हैं। फिल्म में कई बदलाव भी किए गए हैं जिनसे इसके निर्देशक अमित राय और चारों निर्माता (अरुणा भाटिया, विपुल शाह, राजेश बहल और अश्विन वर्दे) परेशान हैं। बदलावों के बाद, भगवान शिव की बजाय अक्षय उनके परम भक्त अथवा देवदूत के रूप में दिखेंगे। सेंसर ने जिन शब्दों को अश्लील समझा उन्हें भी हटा दिया गया है और क्योंकि यह फिल्म सेक्स एजुकेशन के गिर्द घूमती है सो उसे बहुत से शब्द अश्लील लगे। दरअसल, इस फिल्म में हालात से नाखुश एक व्यक्ति अदालत से मांग करता है कि स्कूलों में ‘सर्वांगीण’ शिक्षा अनिवार्य की जाए जिसके चलते अदालत में कई नाटकीय स्थितियां पैदा होती है। फिल्म में पंकज त्रिपाठी, यामी गौतम, गोविंद नामदेव और अरुण गोविल भी हैं, मगर बड़ी चुनौती अक्षय कुमार के लिए है। पहली ‘ओएमजी’ 30 करोड़ में बनी थी और उसने 105 करोड़ रुपए कमाए थे। लेकिन ‘ओएमजी 2’ की तो लागत ही 150 करोड़ बताई जा रही है।

शिवभक्ति की इस फ़िल्म को देशभक्ति से ओतप्रोत ‘गदर 2’ से मुकाबला करना है। यानी इस मुक़ाबले में कोई भी आगे निकले, जीतेंगे भक्त ही। ‘गदर: एक प्रेम कथा’ के इस सीक्वल का पूरा नाम है ‘गदर 2: द कथा कंटीन्यूज़’। निर्माता-निर्देशक अनिल शर्मा की इस फिल्म में पाकिस्तान से निपटते सनी देओल और अमीषा पटेल तो हैं ही, एक प्रमुख भूमिका में उत्कर्ष शर्मा भी हैं जो अनिल शर्मा के बेटे हैं। लगभग 100 करोड़ में बनी यह फिल्म पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध की पृष्ठभूमि पर है। भारतीय सैनिक चरणजीत की भूमिका कर रहे उत्कर्ष पाकिस्तान में फंस जाते हैं। इसका पता चलने पर मास्टर तारा सिंह बने सनी देओल पाकिस्तान जाते हैं और बेटे को छुड़ा कर लाते हैं। उसी तरह जैसे वे पिछली ‘गदर’ में पत्नी सकीना यानी अमीषा पटेल को लेने पाकिस्तान गए थे। वह फिल्म तब 19 करोड़ में बनी थी और उसने 120 करोड़ से ऊपर कमाई की थी।

बड़ी बात यह कि तब ‘गदर’ का मुक़ाबला आमिर खान की ‘लगान’ से हुआ था। ‘लगान’ हालांकि ऑस्कर में बेस्ट फ़िल्म के नॉमिनेशन तक पहुंची, लेकिन थिएटरों में ‘गदर’ उससे कहीं ज़्यादा चली थी। सनी देओल इसका उलाहना भी देते हैं। उन्होंने कई जगह कहा है कि समीक्षकों ने ‘लगान’ की खूब तारीफ़ की थी जबकि ‘गदर’ का मज़ाक उड़ाया था। अमीषा पटेल भी कहती हैं कि तब कुछ लोगों ने ‘गदर’ को गटर तक कहा था और वितरक इस फिल्म को खरीदने में झिझक रहे थे। लेकिन बॉक्स ऑफ़िस पर ‘गदर’ ने ऐसी धूम मचाई कि सबके मुंह बंद हो गए।

मगर शायद मामला कुछ और था। कहने को ‘लगान’ और ‘गदर’ दोनों में ही देश प्रमुख था। एक में भारत के एक गांव के गरीब और अनपढ़ लोगों ने क्रिकेट के मैच में गोरों की टीम को हराने का कमाल किया था। दूसरी फिल्म में एक व्यक्ति पाकिस्तान जाकर वहां की पुलिस और सेना की तमाम अड़चनों को भेदता हुआ अपनी पत्नी को वापस भारत लाने में सफल हुआ था। यानी दोनों में अंतर पाकिस्तान ने पैदा किया था। ‘गदर’ में जो पाकिस्तान को धता बताने वाला तत्व था वह ‘लगान’ की नितांत नई कहानी और उसके निर्माण के अनोखेपन पर भारी पड़ा था। आप किसी भी चीज में दुनिया के किसी भी देश से जीत जाएं, लेकिन पाकिस्तान को हराने से बड़ा शगल या उससे बड़ी हमारी कोई दमित इच्छा नहीं। इस तत्व से ज़्यादा कारगर कुछ भी नहीं है जो कि ‘गदर 2’ में भी अपने पूरे निखार पर रहेगा। इसकी वजह से भी अक्षय कुमार के लिए चुनौती ज़्यादा बड़ी है। इसे इस तथ्य से भी आंक सकते हैं कि हाल में जब सनी देओल ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ बराबर का प्यार है और यह तो राजनीतिक खेल है जो नफ़रत को जन्म देता है, तो इस बात पर वे बुरी तरह ट्रोल किए गए।

 

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By सुशील कुमार सिंह

वरिष्ठ पत्रकार। जनसत्ता, हिंदी इंडिया टूडे आदि के लंबे पत्रकारिता अनुभव के बाद फिलहाल एक साप्ताहित पत्रिका का संपादन और लेखन।

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