भोपाल। लंबी चुनावी प्रक्रिया के बाद आज आखिर वह घड़ी आ गई है जब प्रदेश का ताज किसके सिर पर होगा आज शाम 4:00 बजे विधायक दल की बैठक में तय हो जाएगा। जिस तरह से छत्तीसगढ़ में नये चेहरे के रूप में अनुभवी विष्णु देव साय को जिम्मेदारी दी गई है और दो उपमुख्यमंत्री बनाए जा रहे हैं उससे अब प्रदेश में भी दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना बलवती हो गई है।
दरअसल, पार्टी हाईकमान द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक आज सुबह 11:00 बजे राजधानी भोपाल पहुंच जाएंगे और पार्टी ने जो कार्यक्रम तय किया है उसके अनुसार भाजपा प्रदेश कार्यालय में विधायकों का दोपहर 1:00 बजे से 3:00 बजे तक पंजीयन और लंच होगा। 3:30 बजे विधायक दल की ग्रुप बैठक होगी और 3ः50 से विधायक दल की बैठक शुरू हो जाएगी जिसमें विधायकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने साथ गनमैन को प्रवेश देने का प्रयास न करें। साथ ही बैठक के पहले मीडिया से किसी भी प्रकार की चर्चा करने से बचें।
विधायक दल की बैठक लेने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, के. लक्ष्मण और आशा लाकड़ा सुबह ही भोपाल पहुंच जाएंगे। पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि सर्व सम्मति से मुख्यमंत्री के नाम का चयन किया जाएगा। तीनों ही पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक से पहले वन टू वन विधायकों से चर्चा करेंगे और शाम को ही मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री के नाम की सूची केंद्रीय नेतृत्व को सौंप दी जाएगी और इसी के साथ ही लंबे समय से चल रहा सस्पेंस भी समाप्त हो जाएगा कि आखिर मध्यप्रदेश का ताज किसके सिर पर होगा। भले ही यह ताज इस समय किसी कांटों के ताज से कम नहीं है क्योंकि प्रदेश की कमजोर आर्थिक स्थिति और संकल्प पत्र में की गई घोषणाएं पूर्व में चल रही योजनाएं पूरी करने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। साथ ही सदन के अंदर दिग्गज नेताओं का जमावड़ा रहेगा। सरकार में उनको एडजस्ट करना भी एक चुनौती रहेगी।
कुल मिलाकर प्रदेश की सियासत में खामोशी है नेताओं की आपस में खुशर-पुसर हो रही है। कोई भी किसी भी पद के लिए निश्चित नहीं है। मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री से लेकर विधानसभा अध्यक्ष मंत्री पदों के लिए अच्छी खासी प्रतिस्पर्धा है लेकिन पार्टी हाईकमान के इशारे के बाद इस प्रतिस्पर्धा को सहमति के रूप में बदलने में कोई देरी नहीं लगेगी।