बिहार में चुनाव की घोषणा से पहले बहुत दिलचस्प राजनीति शुरू हो गई है। बिहार में दो गठबंधन और एक नई पार्टी के बीच चुनावी मुकाबला है। मुख्य मुकाबला एनडीए और ‘इंडिया’ ब्लॉक के बीच है लेकिन प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी तेजी से अपनी जगह बना रही है। इन तीनों में सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर विवाद चल रहा है। कोई भी गठबंधन या पार्टी घोषित नहीं कर रही है अगर उसकी सरकार बनी तो कौन मुख्यमंत्री होगा। आमतौर पर जिस तरफ नीतीश कुमार रहते हैं उधर यह घोषित रहता है कि सरकार बनी तो नीतीश मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन इस बार वह भी नहीं हो रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई महीने पहले कह दिया कि मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद विधायक करेंगे। तभी से यह अटकल लगाई जा रही है कि जीतने की स्थिति में भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनाना चाह रही है।
अब सवाल है कि भाजपा का मुख्यमंत्री कौन होगा? अभी सम्राट चौधरी नंबर एक दावेदार हैं। वे सरकार में नंबर दो हैं और उनको जातीय समीकऱण की वजह से भी उनको नीतीश का स्वाभाविक दावेदार माना जा रहा है। इन दिनों हर सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ किसी न किसी रूप में उनकी तस्वीर रहती है। ध्यान रहे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक राज्यों के सरकारी विज्ञापनों में सिर्फ मुख्यमंत्री की तस्वीर छपनी चाहिए। सो, सम्राट चौधरी दावेदार नंबर एक हैं। लेकिन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की दावेदारी भी है और किसी डार्क हॉर्स की चर्चा भी चलती रहती है। अगर किसी तरह नीतीश ही सीएम बनते हैं तो सम्राट उनके नंबर दो होंगे और एक सवर्ण उप मुख्यमंत्री होगा, जैसे अभी विजय सिन्हा हैं। लेकिन अगर सम्राट सीएम बने तो डिप्टी सीएम कौन होगा? जदयू में नीतीश कुमार के बेटे निशांत से लेकर अशोक चौधरी, विजय चौधरी और श्रवण कुमार तक के नाम की चर्चा है। ललन सिंह और संजय झा के नाम की भी चर्चा है। इनके अलावा लोजपा से चिराग पासवान की भी दावेदारी है।
दूसरी ओर ‘इंडिया’ ब्लॉक में तेजस्वी यादव के नाम पर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस ने अभी तक उनके नाम की घोषणा नहीं की है। राजद ने उनका नाम घोषित कर दिया है पर कांग्रेस समय ले रही है क्योंकि कांग्रेस को सीटों पर मोलभाव करनी है। फिर भी यह तय माना जा रहा है कि उधर से तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे। वहां असली खींचतान डिप्टी सीएम को लेकर है। गठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश सहनी पहले ही अपने को डिप्टी सीएम घोषित कर चुके हैं। उन्होंने कई बार कार्यक्रमों में कहा है कि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे और वे उप मुख्यमंत्री। हालांकि तेजस्वी ने अपने मुंह से एक बार भी यह बात नहीं कही है क्योंकि वे दूसरी मझोली जातियों खासकर कुशवाहा को भी अपनी ओर करने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके बीच कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की अलग दावेदारी आ गई है। वे दलित समाज के हैं और कांग्रेस के नेता मान रहे हैं कि उनकी पार्टी मुकेश सहनी की पार्टी से ज्यादा सीटों पर लड़ेगी और ज्यादा सीटें जीतेगी। इसलिए डिप्टी सीएम की दावेदारी उनकी है। ध्यान रहे अब भी कांग्रेस के 19 विधायक हैं, जबकि मुकेश सहनी का एक भी विधायक नहीं है। इन दोनों गठबंधनों के अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी है। पहले प्रशांत किशोर कहते रहे हैं कि वे मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे लेकिन अब बीबीसी के इंटरव्यू के बाद यह चर्चा चली है कि वे चुनाव लड़ेंगे और पार्टी जीती तो मुख्यमंत्री बनेंगे।