चुनाव में कई बार बहुत दिलचस्प चीजें देखने को मिलती हैं। इस समय दो बड़ी पार्टियों के नेता जेल में बंद हैं। आम आदमी पार्टी के संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में बंद हैं। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन दोनों लोगों के बीच जा रहे हैं और सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों का राजनीतिक दांव यह है कि उनके पति को ऐन चुनाव से पहले गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया ताकि वे चुनाव प्रचार नहीं कर सकें। दिल्ली के रामलीला मैदान की रैली में और फिर रांची के उलगुलान रैली में दोनों महिलाओं ने इसे मुद्दा बनाया। विपक्षी नेताओं ने उनको वीरांगना बता कर उनके लिए समर्थन मांगा। आम लोगों में खास कर महिलाओं में दोनों के प्रति कुछ समर्थन हो भी सकता है। Lok Sabha election Narendra Modi
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लेकिन इससे ज्यादा हैरानी की बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सहानुभूति चाहिए। वे भी अपने को साजिश का शिकार बता रहे हैं। सोचें, देश की तमाम विपक्षी पार्टियां उनकी सरकार पर आरोप लगा रही हैं और कह रही हैं कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके साजिश के तहत उनको फंसाया जा रहा है और चुनाव प्रचार से दूर किया जा रहा है। लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान कहना शुरू किया है कि मोदी डरेगा नहीं। सवाल है कि देश के प्रधानमंत्री को, सर्व शक्तिशाली नेता को कौन डरा रहा है? इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ देश की घरेलू और बाहरी ताकतों ने हाथ मिला लिया है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि दुनिया के बड़े लोग उनके खिलाफ साजिश में शामिल हैं। सवाल है कि वे खुद अपने को विश्व मित्र बताते हैं। उनके समर्थक भारत को विश्व गुरू बता रहे हैं। भाजपा के प्रचार वीडियो में बताया जा रहा है कि मोदीजी युद्ध रूकवा देते हैं। अमित शाह ने कुछ समय पहले कहा था कि दुनिया में कोई भी बड़ा फैसला मोदी की सहमति के बगैर नहीं होता है। फिर कौन ऐसा बड़ा आदमी दुनिया में हो गया, जो मोदी के खिलाफ साजिश कर रहा है और वे जनता के बीच इसका जिक्र करके सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं?