केरल में भारतीय जनता पार्टी नैरेटिव चुनाव का नैरेटिव सेट करने में लग गई है। उसका नैरेटिव भारत माता का है। हाथ में भगवा झंडा लिए भारत माता की तस्वीर राजभवन के हर कार्यक्रम में लगाई जा रही है। पहला कार्यक्रम जिसमे ऐसी तस्वीर लगी थी उसका राज्य सरकार ने बहिष्कार किया। दूसरे कार्यक्रम में से भी राज्य सरकार के मंत्री बाहर निकल गए और बाहर निकल कर कहा कि राजभवन में राजनीति हो रही है। कुल मिला कर अभी तक तीन बार इसका विवाद हो चुका है और उसके बाद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं। वे भगवा झंडे और भारत माता की तस्वीर के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 11.30 फीसदी वोट मिले थे, जो उससे पहले के चुनाव के मुकाबले करीब एक फीसदी ज्यादा था। उसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने एक सीट जीत कर खाता खोला। पहली बार केरल से भाजपा का सांसद जीता। अब भाजपा विधानसभा चुनाव में सिर्फ खाता खोलने के लिए नहीं लड़ रही है, बल्कि वोट प्रतिशत दोगुना करने के लिए लड़ रही है। उसको लग रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन मुस्लिम और ईसाई की राजनीति कर रहा है और हिंदू मतदाता विकल्प देख रहे हैं। सो, उसने हिंदुत्व और राष्ट्रवाद दोनों को मिला कर अपना एजेंडा बनाया है।