मेधा पाटकर और प्रकाश राज क्या हैं? इस सवाल का जवाब इस पर निर्भर करता है कि आप किस पार्टी या किस विचारधारा के साथ जुड़े हैं? भाजपा और उसके इकोसिस्टम के लोगों के लिए मेधा पाटकर और प्रकाश राज अर्बन नक्सल और देश विरोधी लोग हैं। सामान्य लोगों के लिए मेधा पाटकर एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने नर्मदा बचाओ आंदोलन शुरू किया था और सरदार सरोवर बांध की वजह से विस्थापित लोगों के पुनर्वास के लिए बहुत काम किया। दूसरी ओर प्रकाश राज बड़े अभिनेता हैं, जिन्होंने दक्षिण की फिल्मों के साथ साथ हिंदी फिल्मों में भी बहुत काम किया है। वे सामाजिक सरोकारों को लेकर भी सक्रिय रहते हैं और दिल्ली में आम आदमी पार्टी से लेकर बिहार में कन्हैया कुमार तक के प्रचार में जाते हैं।
इन दोनों को लेकर सोशल मीडिया में लगातार दुष्प्रचार चलता रहता है। लेकिन यह माना जाता है कि सोशल मीडिया का प्रचार अलग है। सरकार या सत्तारूढ़ दल भाजपा इनके बारे में वैसा ही नहीं सोचती होगी, जैसा सोशल मीडिया में लोग सोच रहे हैं। लेकिन पिछले दिनों ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से भूमि अधिग्रहण और किसानों के मुआवजे के मसले पर विचारर के लिए संसदीय समिति की बैठक हुई, जिसमें समिति के अध्यक्ष सप्तगिरी शंकर उलाका ने मेधा पाटकर और प्रकाश राज को भी बुला लिया था। उलाका ओडिशा से कांग्रेस के सांसद हैं। मेधा पाटकर और प्रकाश राज को देखते ही भाजपा के सांसद भड़क गए और उन्होंने कमेटी का बहिष्कार कर दिया। भाजपा के सांसदों ने कहा कि ये दोनों अर्बन नक्सल और देश विरोधी हैं। भाजपा के साथ साथ जनता दल यू के सांसदों ने भी बहिष्कार किया।