यह लाख टके का सवाल है अगर अरविंद केजरीवाल खुद राज्यसभा नहीं जाएंगे तो किसको भेजंगे क्योंकि राज्यसभा के लिए नाम चुनते हुए आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने लोगों को जितना चौंकाया उतना नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने भी नहीं चौंकाया है। केजरीवाल ने पंजाब से अशोक मित्तल, संजीव अरोड़ा, हरभजन सिंह जैसों को राज्यसभा भेजा, जिनके बारे में उनकी पार्टी में किसी ने सोचा भी नहीं होगा। इस बार भी वे ऐसा ही कोई नाम चुनेंगे या राजनीति को ध्यान में रख कर फैसला करेंगे? दूसरा सवाल यह है कि दिल्ली के किसी व्यक्ति को पंजाब से राज्यसभा भेजेंगे या पंजाब के ही किसी नेता को मौका मिलेगा?
गौरतलब है कि दिल्ली में केजरीवाल सहित कई बड़े नेता विधानसभा चुनाव हारे हुए हैं। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन भी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। तभी राज्यसभा के लिए मनीष सिसोदिया के नाम की भी चर्चा हो रही है। हालांकि पंजाब में अब विधानसभा चुनाव नजदीक है। मार्च 2027 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और केजरीवाल को पता है कि पांच साल की एंटी इन्कम्बैंसी के बीच चुनाव आसान नहीं होगा। वैसे भी पहले ही केजरीवाल ने दिल्ली के राघव चड्ढा को पंजाब से राज्यसभा भेजा हुआ है। इसलिए कहा जा रहा है कि इस बार वे पंजाब से ही किसी को चुनेंगे और किसी ऐसे व्यक्ति को चुनेंगे, जो सक्रिय राजनीति में हो और आप को वोट का फायदा करा सकता हो। इस बीच यह भी चर्चा है कि मीडिया ने केजरीवाल का रास्ता रोक दिया। उनको राज्यसभा जाना था और इसलिए राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को लुधियान वेस्ट सीट से विधानसभा उपचुनाव का उम्मीदवार बना कर मंत्री बनाने का वादा किया गया था। अगर ऐसा नहीं होता तो राज्यसभा सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ाने की कोई तुक नहीं थी।