पड़ोस नीति का पेच
कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में तरजीह राष्ट्र हित को दी जानी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई उभरती परिस्थितियों के कारण अफगानिस्तान एक ऐसा देश बना हुआ है, जहां भारत को लगातार अपना अधिकतम प्रभाव बनाए रखने की कोशिश में जुटे रहना चाहिए। नई दिल्ली स्थित अफगानिस्तान दूतावास के अधिकारी जब पिछले 30 सितंबर को यहां से चले गए, तब उसके बाद भारत सरकार के पास लगभग आठ हफ्तों का वक्त था, जिस दौरान वह देश में अफगानिस्तान की राजनयिक उपस्थिति को सुनिश्चित कर सकती थी। लेकिन अब यह साफ है कि ऐसा करने में भारत सरकार ने दिलचस्पी नहीं ली।...