assam election
नई दिल्ली | पश्चिम बंगाल और असम में हिंसा से मुक्त बेहतर मतदान प्रतिशत बीजेपी के पक्ष में शुभ संकेत है। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कही। दिल्ली में अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में शाह ने साफ कहा कि दोनों राज्यों में बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनेगी। शाह ने कहा पहले चरण की 30 में से हम 26 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं, वहीं असम की 43 में से 37 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं। हालांकि राकांपा के प्रमुख शरद पवार से अहमदाबाद में हुई मुलाकात के बारे में अमित शाह बोले सभी बातें बताने की नहीं होती। प्रेस वार्ता में अमित शाह ने कहा कि बंगाल में 84 प्रतिशत से ज्यादा मतदान और असम में 79 प्रतिशत से ज्यादा मतदान होना बीजेपी के पक्ष में है। यह मतदाताओं का उत्साह बताता है। अमित शाह ने कहा कि असम और बंगाल में इससे पूर्व चुनाव में हिंसा की खबरें आती थी, इस बार शांतिपूर्ण चुनाव है। यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने बीजेपी सांसद मुकुल रॉय के ऑडियो लीक होने को लेकर बिना नाम लिए ममता सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दो भाजपा नेता फोन पर अधिकारियों… Continue reading Amit Shah PC | पश्चिम बंगाल और असम चुनाव में हिंसा नहीं होना शुभ संकेत, बीजेपी के पक्ष में हुआ है बढ़ा मतदान प्रतिशत
पिछले साल के अंत में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने संशोधित नागरिकता कानून यानी सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर यानी एनआरसी का मुद्दा नहीं उठाया तो माना गया कि नीतीश कुमार के साथ एलायंस की वजह से पार्टी चुप रही है।
असम में चार महीने के बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले विपक्षी एकता की कोई कोशिश सिरे नहीं चढ़ रही है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और लगातार तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे तरुण गोगोई के निधन के बाद विपक्षी एकता की संभावना और कम हो गई है
असम में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं पर उससे पहले राज्य में बोडोलैंड टेरिटोरियल कौंसिल यानी बीटीसी के चुनाव चल रहे हैं। चार जिलों को मिला यह एक कौंसिल बनी है, जिस पर पिछले 15 साल से बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट यानी बीपीएफ का नियंत्रण है।
कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि वह असम में महागठबंधन बनाएगी। हालांकि मुश्किल यह है कि कांग्रेस पार्टी ने वहां सब कुछ 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे तरुण गोगोई के ऊपर छोड़ा है, जो अपने बेटे गौरव गोगोई से आगे कांग्रेस का भविष्य देख ही नहीं पा रहे हैं।