Jaishankar
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सर्वदलीय बैठक में अफगानिस्तान की ताजा स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार वहां से भारतीयों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत सरकार की अफगान नीति पर हमारे सभी राजनीतिक दल और विदेश नीति के विशेषज्ञ काफी चिंतित हैं। नौकरशाहों की नीति है- बैठे रहो और देखते रहो। लेकिन नेताओं की नीति है कि बैठे रहो और सोते रहो।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकेन की भारत यात्रा के पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने औपचारिक बयान में कहा कि ब्लिंकेन भारत में मानव अधिकार के मुद्दे उठाएंगे। एक खबर में इस बात का स्पष्ट जिक्र था कि वे नागरिकता संशोधन कानून (सीसीए) का मसला भारत सरकार के सामने उठाएंगे।
कहने को 27 देशों के यूरोपीय संघ में नौ देशों ने कोविशील्ड लगाए भारतीयों को यात्रा अनुमति दे दी है और इन नौ देशों में क्योंकि जर्मनी शामिल है तो जल्दी ही यूरोपीय संघ का मुख्यालय ब्रसेल्स भी सभी सदस्य देशों के ‘ग्रीन पास’ की अनुमति बनवा देगा। लेकिन क्या यूरोपीय संघ के 27 देशों और ब्रिटेन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान याकि दुनिया के तमाम देशों में भारत के लोगों का उस निश्चिंतता से यात्रा करना संभव है जैसे बाकी देशों के नागरिक करने लगे हैं या करेंगे? कैसी अजीब बात है जो यूरोप और ब्रिटेन की कंपनी-रिसर्च से भारत में बनी वैक्सीन को वहां ऑटोमेटिक अनुमति नहीं मिली! सीरम इंस्टीच्यूट, उसके मालिक साइरस पूनावाला ने या भारत सरकार के कोविड टॉस्क फोर्स को पता ही नही था कि भारत निर्मित वैक्सीन का नाम यदि अलग है तो उसे यूरोपीय संघ में यात्रा नियमों, ट्रेवल पास के लिए एप्रूव कराना है। किसी को सुध, किसी को पता नहीं और दुनिया भर में यह बदनामी कि भारत निर्मित कोविशील्ड मान्य नहीं। नतीजतन भारत के विदेश मंत्री को अछूतपना खत्म कराने के लिए लड़ना पड़ा, भारत को धमकी देनी पड़ी। तो गलती यूरोपीय संघ की थी या पूनवाला और भारत की? यह भी… Continue reading यह अछूत होना नहीं तो क्या?
jaishankar green pass covishield : नई दिल्ली। यूरोपीय संघ के वैक्सीन पासपोर्ट में कोवीशील्ड को नहीं शामिल करने के मसले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूरोपीय संघ के साथ बात की है। जयशंकर ने इटली के मोटेरा में चल रही विदेश मंत्रियों की बैठक में यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारियों के सामने यह मुद्दा उठाया। अधिकारी ने इस मामले को आगे बढ़ाने का वादा किया है। गौरतलब है कि यूरोपीय संघ ने सिर्फ चार वैक्सीन को ही पासपोर्ट के लिए मान्यता दिया है। ये चार वैक्सीन लगवाने वालों को ही यूरोपीय संघ में यात्रा करने की अनुमति होगी। यूरोपियन मेडिसीन एजेंसी ने जिन वैक्सीन को मंजूरी दी है, उसमें फाइजर, मॉडर्न, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वेक्सजेरविरिया और जॉनसन एंड जॉनसन शामिल है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के बनाए कोविशील्ड का टीका लगवाने वाले लोगों को फिलहाल ग्रीन पास नहीं दिया गया है, क्योंकि ईएमए द्वारा इनके टीके को अभी मंजूरी नहीं दी गई है। Rajasthan Covid 19 Update: 24 घंटे में सामने आए 100 नए Corona केस, सर्जरी के बाद भी फैल रहा Black Fungus jaishankar green pass covishield : विदेश मंत्री जयशंकर ने जी-20 में विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल फोंटेल्स से… Continue reading कोवीशील्ड पर जयशंकर ने की बात
वाशिंगटन। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन से मुलाकात की, जिसमें भारत-चीन सीमा की स्थिति पर भी चर्चा हुई। ब्लिंकेन ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने भारत-चीन की सीमा की स्थिति पर चर्चा की। हालांकि जयशंकर ने मीडिया के सामने इस बात का जिक्र नहीं किया। उन्होंने चीन के साथ चर्चा पर पूछे गए सवालों की अनदेखी करते हुए कहा कि हिंद-प्रशांत के मामले में विस्तार से चर्चा हुई। उससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ उसकी बैठक सार्थक रही और इस दौरान उन्होंने दोपक्षीय संबंधों, कोविड-19 राहत प्रयासों, भारत-चीन सीमा स्थिति और अफगानिस्तान पर चर्चा की और साझा चिंताओं के क्षेत्रों पर साथ मिल कर काम करने का संकल्प किया। गौरतलब है कि जयशंकर अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उन्होंने शुक्रवार को ब्लिंकेन से मुलाकात की। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा- ब्लिंकेन ने विदेश मंत्रालय में जयशंकर का स्वागत किया और अमेरिका-भारत व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने की अमेरिकी प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया। ब्लिंकन ने कहा- डॉ. एस जयंशकर के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा और अमेरिका के कोविड-19 राहत प्रयासों समेत आर्थिक प्राथमिकताओं, भारत-चीन सीमा… Continue reading भारत-अमेरिका ने चीन पर चर्चा की
लंदन। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन से मुलाकात की और दोपक्षीय व बहुपक्षीय मसलों पर चर्चा की। जयशंकर और ब्लिंकेन ने आमने-सामने की अपनी पहली बैठक में कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के तरीकों, रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हालात और बहुराष्ट्रीय मंचों में सहयोग पर चर्चा की। जयशंकर चार दिन की यात्रा पर ब्रिटेन आए हैं। जयशंकर ने जी-सात देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर सोमवार को ब्लिंकेन से मुलाकात की। उन्होंने कोविड-19 से निपटने में भारत का सहयोग करने के लिए ब्लिंकेन को धन्यवाद दिया। जयशंकर ने ट्विट किया कि मंगलवार से शुरू हो रहे जी-सात देशों के विदेश व विकास मंत्रियों के शिखर सम्मेलन से पहले उन्होंने और ब्लिंकेन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र, जलवायु परिवर्तन, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और म्यांमा संबंधी मामलों पर चर्चा की। जयशंकर ने ट्विट में लिखा- अपने पुराने मित्र विदेश मंत्री ब्लिंकेन से मुलाकात कर अच्छा लगा। उनके साथ वैश्विक कोविड-19 चुनौती पर विस्तार से वार्ता हुई और टीकों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने व विश्वसनीय आपूर्ति शृंखलाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने कहा- मैंने इस मुश्किल समय में, खासकर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर के मामले में भारत को अमेरिका से मिल रहे मजबूत… Continue reading अमेरिकी विदेश मंत्री से मिले जयशंकर
विदेश मंत्री एस.जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ ने कोरोना वायरस संकट को लेकर फोन पर चर्चा की।
कोरोना वायरस से प्रभावित ईरान में फंसे 234 भारतीय स्वदेश पहुंच गए हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूरोपीय संघ (ईयू) के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर आर्थिक सहयोग, जलवायु परिवर्तन तथा क्षमता निर्माण जैसे विविध मुद्दों पर चर्चा की।
देश मंत्री एस. जयशंकर ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से इतर अफगानिस्तान में अमेरिका के शांति दूत और सऊदी के विदेश मंत्री सहित कई नेताओं के साथ बैठकें कर क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-अमेरिका के बीच दूसरी ‘टू प्लस टू’ वार्ता के समापन के एक दिन बाद कहा कि पाकिस्तान को लेकर ट्रंप प्रशासन का रुख बिलकुल स्पष्ट है और वह चाहता है कि इस्लामाबाद आतंकवादी समूहों पर लगाम लगाने के लिए तत्काल, निरंतर एवं अपरिवर्तनीय कार्रवाई करे और यह सुनिश्चित करे कि आतंकवाद के लिए उसकी धरती का इस्तेमाल नहीं हो।