फरवरी में चूंकि वस्तुओं के निर्यात की तुलना में आयात ज्यादा गिरा और सेवाओं के निर्यात में वृद्धि जारी रही, इसलिए व्यापार घाटे में कमी आई है। मगर यह तात्कालिक संतोष का पहलू ही हो सकता है। (trump tariff war)
डॉनल्ड ट्रंप के शासनकाल में अमेरिका के छेड़े टैरिफ वॉर का पूरा असर उभरना अभी बाकी है, मगर इससे दुनिया में फैली आशंकाओं का असर अब दिखने लगा है। भारत के ताजा आयात-निर्यात आंकड़े इसका संकेत देते हैं।
फरवरी में चूंकि वस्तुओं के निर्यात की तुलना में आयात ज्यादा गिरा और सेवाओं के निर्यात में वृद्धि जारी रही, इसलिए व्यापार घाटे में कमी आई है।
मगर यह फौरी संतोष का पहलू ही हो सकता है। भारत के प्रमुख निर्यात केमिकल्स, तथा गहने और जवाहरात में बड़ी गिरावट चिंता का विषय है। (trump tariff war)
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टैरिफ वॉर की पूरी मार नहीं पड़ी (trump tariff war)
पेट्रोलियम के भाव में गिरावट के कारण आयात बिल में राहत मिली, मगर कच्चे तेल के आयात और परिशोधित पेट्रोलियम के निर्यात दोनों में गिरावट ने चिंताओं को बढ़ाया है। ये बुनियादी वस्तुएं हैं, जिनका आयात गिरना घरेलू अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत समझा जाता है।
निर्यात में 11 फीसदी गिरावट का मतलब है कि देश में निर्यात से जुड़े कारोबार में काम मंद हुआ। यह नए हालात के बीच वैश्विक कारोबार में आई गिरावट का परिणाम है। (trump tariff war)
जबकि अभी भारत पर ट्रंप के टैरिफ वॉर की पूरी मार नहीं पड़ी है। इस महीने ट्रंप प्रशासन ने स्टील और अल्यूमिनियम के आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाया, जिसका असर अभी पड़ना शुरू ही हुआ है।
भारत को सर्वाधिक प्रभावित करने वाली ट्रंप की जैसे को तैसा टैरिफ की नीति दो अप्रैल से लागू होगी। उसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा। (trump tariff war)
भारतीय अधिकारियों के बयानों से साफ है कि अमेरिका से द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए जारी वार्ता से इसमें किसी राहत की उम्मीद नहीं है। उस करार के अमल में आने में अभी कई महीने लगेंगे।
इस बीच सरकार ने निर्यातकों से कहा है कि अमेरिकी टैरिफ से बचने के लिए वे चीन से घटा कर अमेरिका से अधिक आयात करें। कुछ विशेषज्ञों ने चीन पर भारत से आयात बढ़ाने के लिए दबाव डालने का सुझाव केंद्र को दिया है।
मगर, ये दोनों बातें किस हद तक व्यवहार में उतर पाएंगी, यह साफ नहीं है। नतीजतन, इस अंदेशे में दम है कि आगे ट्रंप के टैरिफ की मार और भी गहरी होने वाली है। (trump tariff war)