भोपाल। मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान सम्पन्न हो गया। छिटपुट मारपीट की घटनाओं के अलावा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हुआ। राज्य के पांच करोड़ 60 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने 2,533 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला कर दिया। शाम छह बजे तक कुल 71.66 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला। सन् 2018 में मतदान 75.2 प्रतिशत हुआ था।शुक्रवार को सुबह सात बजे शुरू वोटिंग शुरू हुई थी और शाम छह बजे थम गई। हालांकि शाम छह बजे के पहले मतदान केंद्र पर पहुंच चुके मतदाताओं की कई जगह लंबी लाइन लगी हुई थी। इसलिए माना जा रहा है कि अंतिम आंकड़ों में मतदान प्रतिशत बढ़ जाएगा।
बहरहाल, चुनाव आयोग की ओर बताया गया कि बालाघाट जिले की नक्सल प्रभावित तीन सीटों- बैहर, लांजी और परसवाड़ा में मतदान तीन बजे खत्म हो गया। इसके अलावा मंडला जिले के नक्सल प्रभावित 55 और डिंडौरी के 40 मतदान केंद्रों पर भी मतदान तीन बजे थम गया था। प्रदेश में मतदान समाप्त होने तक अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक 71.66 फीसदी वोटिंग हुई। सबसे अधिक 82 फीसदी वोट आगर मालवा जिले में डाले गए हैं।
अगर एक विधानसभा सीट की बात करें तो रतलाम जिले की सैलाना सीट पर सबसे ज्यादा 85.49 फीसदी वोटिंग हुई, जबकि भिंड सीट पर सबसे कम 50.41 फीसदी वोट डाले गए। मतदान के दौरान कई जगह छिटपुट हिंसा और मारपीट की घटनाएं हुईं। भोपाल में हिंद कॉन्वेंट स्कूल के मतदान केंद्र का एक वीडियो सामने आया, जिसमें मंत्री विश्वास सारंग एक युवक पर हाथ उठाते हुए दिख रहे हैं। उधर इंदौर-चार विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में मारपीट हो गई। वीडियो में भाजपा विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य सिंह भी मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
इसके अलावा इंदौर के महू में भाजपा कार्यकर्ता ने कांग्रेस समर्थकों के ऊपर तलवार से हमला कर दिया। इसी विधानसभा सीट पर एक गांव में पथराव की घटना भी हुई, जिसमें दो लोग घायल हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लोगों को शांत कराया। उधर छिंदवाड़ा में बूथ का निरीक्षण करने पहुंचे सांसद नकुलनाथ को भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोक दिया। इस पर हंगामा हो गया। मुरैना जिले के दिमनी के एक मतदान केंद्र पर फायरिंग हो गई। इस सीट से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव लड़ रहे हैं। ग्वालियर पूर्व विधानसभा के थाटीपुर में भाजपा औरकांग्रेस समर्थक भिड़ गए।