नई दिल्ली। पहलगाम आतंकवादी हमले और उसके बाद हुए ऑपेरशन सिंदूर पर लोकसभा में दो दिन चली चर्चा का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की शाम को दिया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेनाओं के सशक्तिकरण का सबूत है। साथ ही उन्होंने देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस और उसकी पिछली सरकारों पर भी जम कर निशाना साधा। उन्होंने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर भी हमला किया।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘सेनाओं के पराक्रम ने देश में एक सिंदूर स्प्रिट पैदा किया है। यह सिंदूर स्प्रिट हमने तब भी देखी जब दुनिया भर में हमारे प्रतिनिधिमंडल बताने गए, लेकिन मुझे दुख इस बात का है हैरानी भी है, जो खुद को कांग्रेस का बड़ा नेता समझते हैं। उनके पेट में दर्द हो रहा है कि भारत का पक्ष दुनिया के सामने क्यों रखा गया’। उन्होंने एक डेलिगेशन का नेतृत्व करने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर को नहीं बोलने देने का मुद्दा भी परोक्ष रूप से उठाया और कहा कि, ‘कुछ नेताओं को सदन में बोलने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। इस मानसिकता से बाहर आने की जरूरत है’।
कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘2004 से 2014 के बीच आतंकी घटनाओं का आंकड़ा क्या था यह देश भी जानता है। आतंकवाद अगर फला फूला है तो यह इनकी तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति थी’। उन्होंने आगे कहा, ‘हम सबको याद है हर जगह अनाउंसमेंट होता था, कोई भी लावारिस चीज दिखे छूना मत, उसमें बम हो सकता है। 2014 तक यही हाल था। कांग्रेस की कमजोर सरकार के कारण कितनी जानें गंवानी पड़ी, अपनों को खोना पड़ा’
मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद पर लगाम लगाई जा सकती थी। हमारी सरकार ने 11 साल में ये करके दिखाया है। यह सबसे बड़ा सबूत है’। परोक्ष रूप से राहुल पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस दुनिया को हिंदू आतंकवाद की थ्योरी बेचने में लगी थी। एक बड़े नेता ने अमेरिका के नेता को यहां तक कह दिया था कि लश्करे तैयबा से बड़ा खतरा हिंदू ग्रुप हैं’।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू पर भी निशाना साधा और कहा कि नेहरू की बहुत बड़ी गलती सिंधु जल समझौते की थी लेकिन अब किसानों के हित में इसे रोक दिया है। भारत ने यह तय कर दिया है कि खून और पानी साथ साथ नहीं बह सकता। मोदी ने कहा, ‘सिंधु जल समझौता नेहरू जी ने किया। हमारे यहां से निकली हुई नदियों हजारों साल से भारत की शक्ति रही हैं। सिंधु नदी जो सदियों से भारत की पहचान रही है, उसी से भारत जाना जाता था, लेकिन नेहरू जी ने सिंधु झेलम की पंचायत वर्ल्ड बैंक को दी’। मोदी ने नेहरू पर हमला जारी रखते हुए कहा- ‘अक्साई चिन के पूरे क्षेत्र को बंजर जमीन करार दिया गया। देश की 38 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन हमें खोनी पड़ी’।