नई दिल्ली। श्रीलंका में आर्थिक संकट और जन आंदोलन के एक साल बाद राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे दो दिन के दौरे पर गुरुवार को भारत पहुंचे। वो शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि इस यात्रा में राष्ट्रपति विक्रमसिंघे श्रीलंका की अर्थव्यवस्था, चीन और व्यापार पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा उन परियोजनाओं की समीक्षा भी की जाएगी जो श्रीलंका में भारत सरकार चला रही है।
गौरतलब है कि इस साल दोनों देश राजनयिक संबंधों की स्थापना का 75वां साल मना रहे हैं। पिछले साल श्रीलंका में गृह युद्ध जैसे हालात बन गए थे और जनता ने गोटबाया राजपक्षे की सरकार को विद्रोह कर उखाड़ फेंका था। इसके बाद रानिल विक्रमसिंघे ने देश की कमान संभाली थी। दरअसल, रानिल सिर्फ गोटबाया राजपक्षे का बचा हुआ कार्यकाल पूरा करने तक ही राष्ट्रपति रहेंगे। यह कार्यकाल सितंबर 2024 तक है।
गौरतलब है कि श्रीलंका में भारत की मदद से करोड़ों रुपए की परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। श्रीलंकाई राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी इनकी समीक्षा करेंगे। कुछ परियोजनाएं ऐसी हैं, जो पूरी हो चुकी हैं। भारत दौरे से पहले राष्ट्रपति रानिल विक्रमसंघे ने कहा था कि श्रीलंका भारतीय रुपए का भी उतना ही इस्तेमाल होते देखना चाहता है जितना अमेरिकी डॉलर का होता है। उन्होंने कहा था अगर रुपए का इस्तेमाल कॉमन करेंसी के रूप में होगा तो इससे हमें कोई ऐतराज नहीं है। हमें ये देखना पड़ेगा कि इसके बाद हमें क्या जरूरी बदलाव करने होंगे।