India

  • सहयोगियों की नजर है कांग्रेस पर

    विपक्षी गठबंधन यानी ‘इंडिया’ ब्लॉक को लेकर नए सिरे से चर्चा शुरू हो गई है। लोकसभा चुनाव के बाद से ही यह सवाल घूम रहा है कि अब यह गठबंधन बचा है या खत्म हो गया। कई नेताओं ने कहा कि गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था। अब राज्यों में अलग अलग गठबंधन है और राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन की बात फिर लोकसभा चुनाव से पहले होगी। परंतु राज्यों का गठबंधन भी कितना एकजुट है यह बड़ा सवाल है। राज्यों में प्रादेशिक पार्टियों और कांग्रेस के बीच अविश्वास बढ़ गया है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल...

  • अफगानिस्तान का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा भारत

    अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के बाद काबुल से एक उच्चस्तरीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल की आधिकारिक यात्रा शुरू हो गई। अफगानिस्तान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी बुधवार दोपहर भारत दौरे पर पहुंचे।  अफगानी प्रतिनिधिमंडल के इस दौरे का उद्देश्य ईरान में भारत द्वारा विकसित चाबहार बंदरगाह की क्षमताओं का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना है। इसके साथ ही अफगानिस्तान इस परियोजना में अधिक निवेश आकर्षित करना चाहता है। प्रतिनिधिमंडल के भारत पहुंचने से पहले, अफगानिस्तान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अजीजी की यात्रा के दौरान बंदरगाह के माध्यम से द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाना...

  • भारत की बढ़ी मुश्किल

    शेख हसीना के खिलाफ ट्रिब्यूनल के फैसले से बांग्लादेश में सियासी मेलमिलाप की संभावना और घट गई है। दूसरी तरफ इससे भारत की कठिनाइयां बढ़ी हैँ। देश छोड़ने के बाद से हसीना और तत्कालीन गृह मंत्री भारत में रह रहे हैं। जब किसी देश में सत्ता तंत्र में आमूल बदलाव आ जाता है, तो पूर्व शासन से संबंधित अधिकारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई या उन पर चले मुकदमों की निष्पक्षता हमेशा संदिग्ध रहती है। ऐसे मामलों में अक्सर बदले की भावना से कार्रवाई होती है, जिसमें अभियुक्तों को अपना बचाव करने के पर्याप्त अवसर नहीं मिलते। बांग्लादेश में जो हुआ,...

  • देश को कीमत बताइए

    अपेक्षित यह है कि सरकार खाड़ी, पश्चिम एशिया और रूस जैसे स्रोतों से एलपीजी की खरीदारी पर आने वाली लागत और अमेरिका से खरीदारी पर आने वाले खर्च का तुलनात्मक विवरण सार्वजनिक करे। देशवासियों को यह जानने का हक है। अमेरिका से 22 लाख टन रसोई गैस खरीदने के लिए हुए सौदे को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने ‘ऐतिहासिक’ करार बताया और कहा कि देश की जनता को ‘किफायती’ दर पर सप्लाई करने के मकसद से एलपीजी खरीदारी का एक नया स्रोत हासिल किया गया है। स्पष्टतः उन्होंने इसे नरेंद्र मोदी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश...

  • भारत-अमेरिका में हुई पहली डील

    नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद शुरू होने के बाद दोनों देशों के बीच पहला व्यापारिक समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत भारत अमेरिका से करीब 2.2 मिलियन टन एलपीजी खरीदेगा। यह भारत की सालाना गैस जरूरत का 10 फीसदी है। यह समझौता अगले साल यानी 2026 के लिए किया गया है। गौरतलब है कि भारत पहले ही अमेरिका से कच्चे तेल की खरीद बढ़ा चुका है। इस समझौते से भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को नए सिरे से बहाल करने में मदद मिलेगी। इसे मुक्त व्यापार संधि की दिशा में एक कदम माना...

  • हम लुढ़कने के लिए ही हैं!

    आंखें थकती नहीं। दिमाग रुकता नहीं। तब भला बुढ़ापा कैसा होगा? मैं बूढ़ा नहीं हूं, लेकिन उम्र सत्तर की है। और दिमाग ने लगभग पचास साल भारत और भारत के लोगों पर गौर करते हुए बिताए हैं तो शायद यही वजह है जो कोई दिन ऐसा नहीं आता जब यह सवाल मन में न उठे कि आखिर हम लोग क्या मनुष्य और पशु में फर्क समझते हैं? फर्क है भी या बस शब्दों का छलावा है? मैं कल कोई बारह घंटे दिल्ली से 150 किलोमीटर दूर गया और लौटा। और सफर ने फिर याद दिलाया कि देश में सचमुच हवा...

  • बात एकतरफा ना रहे

    फाउंडेशनल एग्रीमेंट्स के साथ भारत अमेरिका की सामरिक रणनीति में सहयोगी बना, तो अपेक्षा थी कि अमेरिका भारत की सुरक्षा के प्रति समान रूप से संवेदनशील बनेगा। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय उम्मीदों पर अमेरिका खरा नहीं उतरा। भारत- अमेरिका के बीच रक्षा संबंध और गहरा करने के लिए दस साल के फ्रेमवर्क समझौते पर दस्तखत के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘इसका मकसद रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण एवं नीतिगत दिशा प्रदान करना है।’ अगर ऐसा सचमुच हो सका, तो भारत के आश्वस्त रहने के लिए इससे एक बड़ी वजह मिलेगी। मगर ऑपरेशन...

  • भारत क्यों चीन से पिछड़ा?

    विडंबना है कि भारत में राष्ट्रवाद को “संकीर्णता” या “सांप्रदायिकता” कहा जाता है। चीन में क्षेत्रीय स्वायत्तता, मजहबी स्वतंत्रता, मानवाधिकार, पर्यावरण संरक्षण या व्यक्तिगत आजादी जैसे मूल्य तबतक स्वीकार्य हैं, जबतक वे उसके व्यापक लक्ष्यों में सहायक है। अगर कोई भी तत्व चीन के मकसद में बाधा बनता है, तो उससे सख्ती से निपटा जाता है। संदेह नहीं कि भारत तरक्की में चीन से बहुत पीछे है। और इसके तीन बड़े कारण हैं। एक— स्वतंत्र भारत अब भी औपनिवेशिक मानसिकता के अवशेषों से जूझ रहा है, जो देश के नीतिगत निर्णयों और सार्वजनिक विमर्श को आज भी प्रभावित कर रहे...

  • बचत से कर्ज की ओर बढ़ रहा है भारत

    भारत के प्राचीन दर्शन में कर्ज लेकर घी पीने की सलाह देने वाले ऋषि भी हुए हैं। कर्ज की मय पीकर फाकामस्ती के रंग लाने की उम्मीद पालने वाले शायर भी हुए। लेकिन भारत के लोगों ने कभी भी कर्ज लेकर घी या मय पीने को जीवन का सिद्धांत नहीं बनाया। इसकी बजाय भारत मितव्ययिता को जीवन का सार मानने वाला देश रहा। लघु बचत के मामले में भारतीयों का जवाब नहीं है। तभी जब 2008 में दुनिया भर में मंदी आई, जिसे अमेरिका के सब प्राइम क्राइसिस के नाम से जाना जाता है तो भारत पर उसका कोई असर...

  • भारत- अमेरिका दोस्ती बनी रहेगी

    नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ अमेरिका के गहरे होते संबंधों और भारत के ऊपर लगाए गए टैरिफ से पैदा हुए तनावों के बीच अमेरिका ने कहा है कि भारत और अमेरिका की दोस्ती बनी रहेगी। अमेरिका ने यहां तक कहा है कि पाकिस्तान के साथ उसकी दोस्ती भारत की कीमत पर नहीं होगी। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के हवाले से मीडिया में यह खबर आई है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करना चाहता है, लेकिन भारत की कीमत पर नहीं। खबरों के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने कहा कि...

  • वन क्षेत्र के मामले भारत विश्व में 9वें स्थान पर पहुंचा

    भारत ने वैश्विक पर्यावरण संरक्षण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (एफएओ) की ओर से बाली में जारी ग्लोबल फॉरेस्ट रिसोर्सेज असेसमेंट (जीएफआरए) 2025 के अनुसार, भारत अब कुल वन क्षेत्र के मामले में विश्व स्तर पर 9वें स्थान पर पहुंच गया है। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस उपलब्धि को सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण बताया।   केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "पिछले आकलन में 10वें स्थान की तुलना में हमने वैश्विक स्तर पर वन क्षेत्र के मामले में 9वां स्थान प्राप्त...

  • भारत और भूटान के बीच शुरू होगी रेल सेवा

    नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी देशों में भूटान एकमात्र देश है, जिसके साथ संबंध अपेक्षाकृत मित्रवत हैं। दोनों देशों के बीच एक सांस्कृतिक जुड़ाव भी है। भारत सरकार इस जुड़ाव को अब और मजबूत करने जा रही है। सरकार ने भारत और भूटान के बीच पहली बार रेल सेवा शुरू करने का फैसला किया है। इसके लिए दो रेल लाइनें बिछाने की घोषणा की गई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। विदेश सचिव मिस्री ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि ये दोनों रेल लाइनें असम के कोकराझार से भूटान के गेलेफू और पश्चिम...

  • क्रिकेट के मैदान में राजनीति का ड्रामा

    आजकल टेलीविजन के इंटरव्यूज में रैपिड फायर राउंड होते हैं, जिनमें पूछा जाता है कि किसी व्यक्ति या घटना को एक शब्द में परिभाषित करें। अगर ऐसे किसी रैपिड फायर राउंड में भारत और इसके 140 करोड़ लोगों को एक शब्द में परिभाषित करने को कहा जाए तो वह शब्द क्या हो सकता है? निश्चित रूप से सब लोग अलग अलग शब्द चुनेंगे। आखिर ‘मुंडे मुंडे मतिर्भिन्ना’ का सिद्धांत इस देश ने दिया है। लेकिन मेरा शब्द होगा ‘हिप्पोक्रेसी’! असल में दोहरा चरित्र हम भारतीयों की सबसे मुख्य पहचान है। यह आज से नहीं है, बल्कि प्राचीन काल से है।...

  • भारत-अमेरिका में अच्छी वार्ता हुई

    नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता नए सिरे से शुरू करने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को एक अहम बैठक हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद पहली बार व्यापार वार्ता पर बातचीत के लिए अमेरिकी टीम ब्रेंडेन लिंच की अध्यक्षता में भारत पहुंची है। दोनों देशों के बीच मंगलवार, 16 सिंतबर को दिल्ली में एक मीटिंग हुई। सुबह 10 बजे वाणिज्य भवन में बैठक शुरू हुई, जो करीब सात घंटे तक चली। सात घंटे तक चली बैठक के बाद उद्योग व वाणिज्य मंत्रालय की...

  • नेपाल-भारत मामले में दखल नहीं देगा चीन

    बीजिंग/काठमांडो। चीन ने भारत और नेपाल के बीच लिपुलेख विवाद में पड़ने से इनकार कर दिया है। नेपाल के विदेश सचिव अमृत बहादुर राय ने खुद इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि जिनपिंग ने नेपाल से कहा कि लिपुलेख एक पारंपरिक दर्रा है। चीन नेपाल के दावे का सम्मान करता है, लेकिन यह विवाद भारत और नेपाल का दोपक्षीय मसला है। इसे दोनों देशों को आपसी बातचीत से सुलझाना चाहिए। गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली 31 अगस्त और एक सितंबर हुए हुए शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ के सम्मेलन में शामिल होने...

  • भारत, चीन के बचाव में उतरे पुतिन

    बीजिंग। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भारत और चीन को टैरिफ के नाम पर धमकाना बंद करने को कहा है। उन्होंने कहा कि दोनों देश उनकी धमकी से डरने वाले नहीं हैं। चीन की विक्ट्री डे परेड में शामिल होने के बाद बुधवार, तीन सितंबर को मीडिया से बात करते हुए पुतिन ने कहा कि ट्रंप, भारत या चीन से इस तरह से बात नहीं कर सकते। रूसी राष्ट्रपति ने भारत और चीन के नेतृत्व को भी नसीहत दी और कहा, 'भारत और चीन का इतिहास हमलों से भरा है। अगर इन देशों का...

  • इस झटके से तो कुछ सबक लें!

    नरेंद्र मोदी सरकार भले यह सोचती रही हो कि उसने अमेरिका के साथ सहभागिता का संबंध बना लिया है और ऐसा भारत के हो रहे उदय के कारण हुआ है, मगर अमेरिकी शासकों की निगाह में भारत की अहमियत चीन के खिलाफ एक मोहरे से अधिक नहीं रही है। अब ट्रंप संभवतः यह मानने लगे हैं कि आर्थिक रूप से अगर उन्होंने ‘अमेरिका को फिर से महान’ बना दिया, तो चीन को घेरने की उनके देश को जरूरत ही नहीं रह जाएगी। इसलिए ट्रंप भारत से कोई रियायत करने के मूड में नहीं हैं। वैसे तो यह भारत के पूरे...

  • भारत-पाक की टीमें हमेशा एक ग्रुप में क्यों होती हैं?

    नौ सितंबर से टी20 का एशिया कप शुरू होने वाला है, जिसमें भारत और पाकिस्तान सहित एशिया की सारी टीमें हिस्सा लेंगे। इससे पहले 20 का विश्व कप हुआ था और उसमें भी भारत और पाकिस्तान दोनों की टीमों ने हिस्सा लिया था। जैसे एशिया कप मुकाबले में भारत और पाकिस्तान की टीमें तीसरे देश में अपना मैच खेलेंगी वैसे ही विश्व कप भी तीसरे देश में मैच हुआ था। एकदिवसीय क्रिकेट के विश्व कप में भी दोनों देशों की टीमों ने हिस्सा लिया था। हर बार एक खास संयोग होता है और वह संयोग यह होता है कि भारत...

  • जापान छह लाख करोड़ का निवेश करेगा

    टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जापान दौरे में भारत और जापान के बीच कई समझौते हुए हैं। जापान ने अगले 10 साल में भारत में छह लाख करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान किया है। इसके अलावा भारत व जापान के बीच चंद्रयान पांच मिशन को लेकर एक अहम समझौते पर दस्तखत हुए। यह मिशन दोनों देशों की अंतरिक्ष एजेंसियों, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी का साझा अभियान होगा। इसमें दोनों मिलकर चांद के दक्षिणी ध्रुव का अध्ययन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को दो दिन के दौर पर जापान पहुंचे हैं, जहां उन्होंने टोक्यो में...

  • एक नॉर्वे है और एक रामजी का भारत!

    पहली खबर नॉर्वे की है। नॉर्वे सरकार के पेंशन का एक वैश्विक सॉवरेन वेल्थ फ़ंड (GPFG) है। लगभग दो ट्रिलियन डॉलर का कोष। इसे वहां की सरकार ने 1990 में तेल की कमाई को जमा करते हुए बनाया। यह विश्व में निवेश कर देशवासियों की पेंशन संभालता है। इसे किस देश, किस कंपनी में निवेश करना है, इसके सुझाव का काम एक नैतिक परिषद (Ethics Council) करती है। और पता है 2022 में जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो चार दिन के भीतर नॉर्वे की संसद और वित्त मंत्रालय ने फ़ंड को रूस और उससे जुड़ी कंपनियों से...

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