नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीलंका दौरे के दूसरे दिन शनिवार को दोनों देशों के बीच सात समझौते हुए। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच दोपक्षीय वार्ता हुई। राजधानी कोलंबो कोलंबो स्थित राष्ट्रपति सचिवालय में हुई दोपक्षीय वार्ता में रक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के साथ साथ मंदिरों का विकास करने पर सहमति बनी। दोनों देशों ने रक्षा सहयोग बढ़ाने और त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने के समझौते पर दस्तखत किए। इसके अलावा स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और सफल डिजिटल समाधानों को साक्षा करने के बारे में भी समझौता हुआ।
दोपक्षीय वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा कि यह मछुआरों की आजीविका का मुद्दा है। उन्होंने कहा, ‘हमने मछुआरों को तुरंत रिहा करने और उनकी नावों को छोड़ने पर बात की है। हम सहमत हैं कि हमें इस मामले में इंसानियत के साथ आगे बढ़ना चाहिए’। तमिल मुद्दे पर मोदी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि श्रीलंका सरकार तमिलों की उम्मीदों को पूरा करेगी और श्रीलंका के संविधान के तहत मिले पूरे अधिकारों को लागू करेगी। दोपक्षीय वार्ता के दौरान भारत ने 10 करोड़ डॉलर को कर्ज को अनुदान में बदलने की सहमति दी और साथ ही पूर्वी हिस्से के विकास के लिए 65 करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया। भारत कर्ज पर ब्याज दर भी कम करेगा।
प्रधानमंत्री के साथ दोपक्षीय वार्ता के बाद राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा, ‘मैंने पीएम मोदी से कहा कि जरूरत के समय भारत की मदद हमारे लिए बेहद अहम रही है। मैंने उन्हें कहा है कि श्रीलंका अपने इलाके का इस्तेमाल भारत के सुरक्षा हितों के खिलाफ नहीं होने देगा’। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी तीन दिन के श्रीलंका दौरे पर पहुंचे हैं। दूसरे दिन शनिवार को उनको राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके ने मित्र विभूषण अवॉर्ड दिया। मित्र भूषण अवॉर्ड श्रीलंका का गैर नागरिकों के लिए सर्वोच्च सम्मान है। इससे पहले तीन लोगों को यह सम्मान मिला है।
इसके बारे में मोदी ने कहा, ‘यह सम्मान केवल मेरा सम्मान नहीं, बल्कि यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह भारत और श्रीलंका के लोगों के बीच ऐतिहासिक संबंधों और गहरी मित्रता का सम्मान है’। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राष्ट्रपति दिसानायके ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत को चुना था और उनके पहला विदेशी मेहमान बनने का सौभाग्य मुझे मिला। यह हमारे विदेशी संबंधों की गहराई का प्रतीक है’। कोलंबो में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके ने सामपुर सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट का वर्चुअल उद्घाटन किया। इसे विकसित करने में भारत की कंपनी एनटीपीसी भी शामिल रही है। इससे पहले मोदी को इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान उन्हें तोपों की सलामी भी दी गई। पहली बार श्रीलंका ने किसी विदेशी मेहमान का इंडिपेंडेंस स्क्वायर पर ऐसा भव्य स्वागत किया। गौरतलब है कि मोदी शुक्रवार की रात थाईलैंड दौरे के बाद श्रीलंका पहुंचे थे। हवाईअड्डे पर श्रीलंका के छह मंत्रियों ने उनका स्वागत किया।