ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी एक बार फिर चर्चा में हैं। पिछले कुछ समय से वे पार्टी की राजनीतिक गतिविधियों से दूर थे। लेकिन अब वे फिर सक्रिय हुए हैं। (west bengal election 2026)
बताया जा रहा है कि काफी समय के बाद उन्होंने ममता बनर्जी के साथ पार्टी के एक अहम कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसमें मतदाता सूची की गड़बड़ियों को ठीक कराने और कोई नई गड़बड़ी न हो उसे रोकने के अभियान के बारे में चर्चा हुई।
पार्टी के जानकार सूत्रों का कहना है कि इसके लिए ममता बनर्जी ने अभिषेक को जिम्मेदारी दी है। वे प्रखंड और जिला स्तर पर पार्टी के नेताओं के साथ समन्वय करेंगे और मतदाता सूची पर नजर रखेंगे। (west bengal election 2026)
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इस मोर्चे पर कोई गड़बड़ी नहीं (west bengal election 2026)
अभिषेक बनर्जी ने पार्टी की बैठक में, जिसमें ममता बनर्जी भी शामिल थीं, कहा कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में 25 लाख नाम मतदाता सूची से हटवाना चाहती है। (west bengal election 2026)
उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा 25 लाख नए नाम जोड़ने के प्रयास में लगी है लेकिन तृणमूल कांग्रेस के नेता उसके इस प्रयास को विफल करेंगे। इसके लिए तृणमूल कांग्रेस जिला और प्रखंड स्तर पर कमेटी बना रही है और मतदाता सूची की निगरानी के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सुपरवाइजर नियुक्त कर रही है।
तृणमूल कांग्रेस मतदाता सूची के सुपरवाइजर बनाएगी, जो मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने की पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। (west bengal election 2026)
असल में ममता बनर्जी को लग रहा है कि भाजपा ने हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में गड़बड़ी करके विपक्षी गठबंधन को हराया है। इसलिए वे कम से कम इस मोर्चे पर कोई गड़बड़ी नहीं होने देना चाहती हैं।