पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में पार्टियों के बीच मुफ्त की घोषणा करने की होड़ मची है। तीन पार्टियां मुख्य रूप से चुनाव में हैं। तीन राज्यों- राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है, जबकि तेलंगाना में कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति के बीच मुकाबला है और भाजपा तीसरा कोण बनाने की कोशिश कर रही है। मिजोरम में दोनों राष्ट्रीय पार्टियां हाशिए में हैं और मुकाबला सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट और दूसरी प्रादेशिक पार्टी जोराम पीपुल्स मूवमेंट के बीच है। पूर्वोत्तर के मिजोरम को छोड़ें तो बाकी चार राज्यों में तीनों पार्टियां मतदाताओं को चांद-तारे लाकर देने के वादे कर रही हैं। मुफ्त की रेवड़ी बांटने को सर्वश्रेष्ठ राजनीतिक सिद्धांत के तौर पर स्थापित करने वाले अरविंद केजरीवाल की पार्टी मुख्य मुकाबले में नहीं है लेकिन वह भी खूब घोषणाएं कर रही है।
बहरहाल, अब तक लोगों ने जितनी मुफ्त की चीजों और सेवाओं की घोषणा सुनी थी, पांच राज्यों में उसका नेक्स्ट लेवल देखने को मिल रहा है। अब तक मुफ्त की बिजली, मुफ्त का पानी, मुफ्त का अनाज, मुफ्त का इलाज, मुफ्त की शिक्षा, मुफ्त का भोजन, मुफ्त की यात्रा, महिलाओं के खातों में नकद रुपए, किसानों को सम्मान निधि के तौर पर खातों में नकद रुपए भेजना, मुफ्त का आवास, मुफ्त का शौचालय, मुफ्त की साइकिल, मुफ्त की पोशाक, मुफ्त या कम कीमत में रसोई गैस सिलेंडर, मुफ्त स्मार्ट फोन, मुफ्त लैपटॉप, मुफ्त में स्कूटी, मुफ्त में मंगलसूत्र, मुफ्त में वाशिंग मशीन आदि सबने सुना था अब उसके आगे की घोषणाएं हो रही हैं। कम से कम दो राज्यों मध्य प्रदेश और तेलंगाना में कांग्रेस ने जो ऐलान किया है वह हैरान करने वाला है। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस इस मामले में बाकी सभी पार्टियों को पीछे छोड़ रही है। उसे कुछ भी घोषणा करके वोट लेना है।
तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी महिलाओं को 10 ग्राम सोना देने वाली है। पार्टी का घोषणापत्र तैयार करने वाली समिति के प्रमुख ने कहा है कि कांग्रेस एक तोला यानी 10 ग्राम सोना देगी और महिलाओं को शादी के लिए एक लाख रुपए नकद दिए जाएंगे। एक तोला सोने की कीमत मोटे तौर पर 60 हजार रुपए के करीब है। इसका मतलब है कि सरकार महिलाओं को शादी के समय एक लाख 60 हजार रुपए देगी। सोचें, भारत सरकार किसानों को हर साल छह हजार रुपए दे रही है। तेलंगाना में कांग्रेस महिलाओं को जो वादा कर रही है वह एक किसान को 25-26 साल में मिलने वाली सम्मान निधि से ज्यादा होगा। इससे पहले कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में ऐलान किया कि वह नर्सरी में पढ़ने वाले बच्चो को भी पांच सौ रुपया महीना देगी। सोचें, स्कूलों में बच्चे पढ़ने आएं इसके लिए मिड डे मिल दिया जाता है। अब कांग्रेस की सरकार बनी तो वह नर्सरी में बच्चों का दाखिला कराने के लिए हर महीने पांच सौ रुपए देगी। छठी क्लास से ऊपर के बच्चों को एक-एक हजार और 11वीं-12वीं के बच्चों को डेढ़ हजार रुपए महीना दिया जाएगा। सोचें, एक घर में दो बच्चे हों तो मुफ्त की शिक्षा के ऊपर से घर में तीन हजार रुपए मिलेंगे और अगर दो वयस्क महिलाएं हैं तो तीन हजार और मिलेगा। अगर कोई किसान है तो उसे पांच सौ रुपया महीना केंद्र का अलग मिलेगा। पांच किलो अनाज, खाने का तेल, दाल आदि अलग से मुफ्त में मिलेगा।