अगले महीने कनाडा में जी 7 देशों की बैठक होने वाली है। जब जस्टिन ट्रूडो कनाडा के प्रधानमंत्री थे तब तो उम्मीद नहीं थी कि भारत को न्योता मिलेगा या न्योता मिला तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा जाएंगे। लेकिन ट्रुडो के हटने और मार्क कार्नी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से अंदाजा लगाया जा रहा था कि अब दोनों देशों के संबंध सुधरेंगे।
यह भी अनुमान लगाया जा रहा था कि कनाडा की ओर से भारत को जी 7 देशों के सम्मेलन में अतिथि देश के तौर पर शामिल होने का न्योता मिलेगा। लेकिन अब एक महीने से कम समय बचे हैं और अभी तक न्योता नहीं मिला है।
भारत को G7 न्योता जल्द मिल सकता है
बताया जा रहा है कि अतिथि देश के तौर पर शामिल होने के लिए अभी तक कनाडा की ओर से सिर्फ दो देशों को न्योता भेजा गया है। कार्नी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज को और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को बुलाया है। इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की कनाडा के विदेश मंत्री अनिता आनंद के बीच बातचीत हुई है।
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भारतीय मूल की अनिता आनंद ने फोन पर जयशंकर से बात की है। हो सकता है कि इसमें प्रधानमंत्री की कनाडा यात्रा को लेकर भी बात हुई है। तभी उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही जी 7 के मेजबान कनाडा की ओर से भारत के प्रधानमंत्री को इसमें शामिल होने का न्योता मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो इससे दोनों देशों के संबंधों का नया दौर शुरू होगा।
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