Thursday

20-03-2025 Vol 19

Baba Ramdev

भ्रामक विज्ञापन मामले में फैसला सुरक्षित

भ्रामक विज्ञापन के मामले में पतंजलि समूह के रामदेव और बालकृष्ण को सर्वोच्च अदालत से बड़ी राहत मिली है।

रामदेव का क्या से क्या होना!

समसामयिक-यदि रामदेव की व्यापारिक गतिविधियां छोटे स्तर पर सीमित रहतीं तो वे लोगों को खटकते नहीं।

रामदेव ने माफीनामे का विज्ञापन दोबारा छपवाया

सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद पतंजलि समूह के बाबा रामदेव और बालकृष्ण ने बुधवार यानी 24 अप्रैल को अखबारों में एक और माफीनामा छपवाया। इसमें अदालत से बिना...

एक बार में क्यों नहीं मानते अदालत की बात?

जब तक अदालत कई बार नहीं कहे तब तक या तो समय मांगते रहे, उस पर अमल टालते रहो या सीधे सीधे अनदेखी कर दो? 

सुनवाई से पहले रामदेव ने माफी मांगी

भ्रामक विज्ञापन से जुडे अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है।

न्यायिक रुतबा बना रहे

संवैधानिक लोकतांत्रिक व्यवस्था में कानून की व्याख्या और उस पर अमल को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी न्यायपालिका पर ही होती है।

रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगी

जब वकील बलवीर सिंह ने माफीनामा पढ़ा तो अदालत ने कहा कि ऐसे मामलों में आदेशों का उल्लंघन करने वाला माफी मांगता है।

रामदेव को हाजिर होने का नोटिस

आईएमए ने दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 में प्रिंट मीडिया में जारी किए गए विज्ञापनों को कोर्ट के सामने पेश किया। supreme court notice baba ramdev