Baba Ramdev

  • भ्रामक विज्ञापन मामले में फैसला सुरक्षित

    नई दिल्ली। भ्रामक विज्ञापन के मामले में पतंजलि समूह के रामदेव और बालकृष्ण को सर्वोच्च अदालत से बड़ी राहत मिली है। अदालत ने दोनों को आगे की सुनवाई में निजी तौर पर हाजिर होने से छूट दे दी है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इस मामले में सुनवाई की। अदालत ने रामदेव, बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद को भेजे अवमानना नोटिस पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच ने पतंजलि आयुर्वेद को हलफनामा दाखिल करने के लिए तीन हफ्ते का समय दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हलफनामे में यह बताएं कि...

  • रामदेव का क्या से क्या होना!

    साधु सन्यासियों को राजनीति से दूर इसलिए रहना चाहिए क्योंकि राजनीति वह काल कोठरी है जिसमें, ‘कैसो ही सयानों जाए - काजल का दाग भाई लागे रे लागे’ नियति है। बाबा रामदेव ने अपने आंदोलन की शुरुआत भ्रष्टाचार और काले धन के विरुद्ध की थी लेकिन वे एक ही राजनैतिक दल से जुड़ कर अपनी निष्पक्षता खो बैठे है। इसलिए भी वे आलोचना के शिकार बने है। सन् 1989 में जब मैंने वीडियो समाचार कैसेट ‘कालचक्र’ जारी की तो उसमें एक स्लॉट भ्रामक विज्ञापनों को कटघरे में खड़े करने वाला था। उस दौर में इन कमर्शियल विज्ञापनों की विश्वसनीयता पर...

  • रामदेव ने माफीनामे का विज्ञापन दोबारा छपवाया

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद पतंजलि समूह के बाबा रामदेव और बालकृष्ण ने बुधवार यानी 24 अप्रैल को अखबारों में एक और माफीनामा छपवाया। इसमें अदालत से बिना शर्त माफी मांगी गई है। इससे पहले पंतजलि ने 67 अखबारों में विज्ञापन छपवाया था। लेकिन उसका आकार बहुत छोटा था। इस पर नाराजगी जताते हुए अदालत ने पूछा था कि जो भ्रामक विज्ञापन थे क्या वे भी इसी साइज में छपे थे। अदालत ने कहा था कि माफीनामा ऐसा नहीं होना चाहिए कि उसे माइक्रोस्कोप में पढ़ना पड़े। अदालत की फटकार के बाद बुधवार को फिर से विज्ञापन...

  • एक बार में क्यों नहीं मानते अदालत की बात?

    पतंजलि समूह के बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। दोनों की ओर से दिए गए हलफनामे की भाषा माफी मांगने जैसी ही है। साथ ही दोनों ने यह भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अक्षरशः पालन किया जाएगा। कोई भ्रामक विज्ञापन नहीं जारी होगा और न कोई प्रेस कांफ्रेंस होगी। लेकिन सवाल है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार आदेश दिया था या मौखिक टिप्पणी की थी उसी समय क्यों नहीं उसकी बात मान ली गई थी? सर्वोच्च अदालत की खंडपीठ के कहने के बावजूद भ्रामक विज्ञापन दिए...

  • सुनवाई से पहले रामदेव ने माफी मांगी

    नई दिल्ली। भ्रामक विज्ञापन से जुडे अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने और भ्रामक विज्ञापन पर रोक के आदेश के एक दिन बाद प्रेस कांफ्रेस के लिए दोनों ने माफी मांगी है। बाबा रामदेव की तरफ से बिना शर्त माफीनामे का हलफनामा दायर किया गया है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सुनवाई में दोनों का हलफनामा देख कर अदालत ने कड़ी नाराजगी जताई थी और मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी थी। उस समय भी दोनों...

  • न्यायिक रुतबा बना रहे

    नई दिल्ली। भ्रामक विज्ञापन से जुडे अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने और भ्रामक विज्ञापन पर रोक के आदेश के एक दिन बाद प्रेस कांफ्रेस के लिए दोनों ने माफी मांगी है। बाबा रामदेव की तरफ से बिना शर्त माफीनामे का हलफनामा दायर किया गया है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सुनवाई में दोनों का हलफनामा देख कर अदालत ने कड़ी नाराजगी जताई थी और मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी थी। उस समय भी दोनों...

  • रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगी

    नई दिल्ली। भ्रामक विज्ञापन से जुडे अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने और भ्रामक विज्ञापन पर रोक के आदेश के एक दिन बाद प्रेस कांफ्रेस के लिए दोनों ने माफी मांगी है। बाबा रामदेव की तरफ से बिना शर्त माफीनामे का हलफनामा दायर किया गया है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सुनवाई में दोनों का हलफनामा देख कर अदालत ने कड़ी नाराजगी जताई थी और मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी थी। उस समय भी दोनों...

  • रामदेव को हाजिर होने का नोटिस

    नई दिल्ली। भ्रामक विज्ञापन से जुडे अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने और भ्रामक विज्ञापन पर रोक के आदेश के एक दिन बाद प्रेस कांफ्रेस के लिए दोनों ने माफी मांगी है। बाबा रामदेव की तरफ से बिना शर्त माफीनामे का हलफनामा दायर किया गया है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सुनवाई में दोनों का हलफनामा देख कर अदालत ने कड़ी नाराजगी जताई थी और मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी थी। उस समय भी दोनों...

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