India pakistan ceasefire

  • डोनाल्ड़ ट्रंप ने फिर कहा मैंने रूकवाया!

    लंदन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक बार फिर दावा किया कि यदि उन्होंने हस्तक्षेप न किया होता, तो भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ गया होता। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार वार्ता रोकने की धमकी देकर युद्ध टाल दिया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर के साथ स्कॉटलैंड में मुलाक़ात से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा: “अगर मैं न होता, तो आज भारत पाकिस्तान से युद्ध कर रहा होता। मैंने दुनिया में छह बड़े युद्ध रोके, जिनमें भारत–पाकिस्तान युद्ध भी एक था।” ट्रंप ने कहा कि “दो परमाणु संपन्न राष्ट्र व्यापार...

  • ट्रंप लगातार अपमानित कर रहे, पर भारत डरा हुआ

    भारत की कूटनीति बेहद दयनीय स्थिति में है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत को अपमानित कर रहे हैं लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हो रही है ट्रंप और अमेरिका का नाम लेने की। पिछले एक महीना 10 दिन से गोलमोल तरीके से ट्रंप की बातों का जवाब दिया जा रहा है। अब या तो ट्रंप सच बोल रहे हैं कि उन्होंने दबाव डाल कर या व्यापार और टैरिफ का भय दिखा कर भारत और पाकिस्तान का युद्ध रूकवाया इसलिए भारत उनको झूठा नहीं ठहरा पा रहा है या अगर ट्रंप झूठ बोल रहे हैं तो भारत डरा हुआ...

  • और बढ़ा कन्फ्यूज़न

    ट्रंप झूठ बोल रहे हैं, तो मोदी को अविलंब उन्हें बेनकाब करना चाहिए। साथ ही भारत सरकार को इस संबंध में शब्द-दर-शब्द आधिकारिक विवरण जारी करना चाहिए कि मोदी- ट्रंप की फोन वार्ता में दोनों तरफ से क्या कहा गया। जी-7 बैठक में आमंत्रित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कनानास्किस पहुंचने से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका लौट गए। इस कारण दोनों की तय मुलाकात नहीं हो पाई। तो मोदी ने फोन पर ट्रंप से बात की। इसके बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक वीडियो जारी कर बातचीत की जानकारी दी। बताया कि मोदी ने दो-टूक ट्रंप के...

  • अब तो ट्रंप ने लिख भी दिया!

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अभी तक बोल रहे थे। उन्होंने अलग अलग मौकों पर 12 बार कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष को उन्होंने रूकवाया। ट्रंप ने कई विदेशी मेहमानों के सामने और कई बहुपक्षीय मंचों पर भी कहा कि उन्होंने व्यापार और टैरिफ की धमकी देकर भारत और पाकिस्तान को युद्ध रूकवाया। बाद में उनकी सरकार ने लिखित रूप से अमेरिका की एक अदालत को बताया कि ट्रंप ने टैरिफ लगाने की अपनी शक्ति के आधार पर भारत और पाकिस्तान का युद्ध रूकवाया अन्यथा लाखों लोगों की मौत हो सकती थी। लेकिन पहली बार...

  • ट्रंप ने फिर कहा सीजफायर कराई

    नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा किया है। ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच संभावित युद्ध रोक दिया। उन्होंने यह भी दावा किया है अगर वे दखल नहीं देते तो यह लड़ाई परमाणु युद्ध में बदल सकती थी। अपने आधिकारिक प्लेन एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार को हथियार बनाकर दोनों देशों को तुरंत संघर्ष रोकने के लिए मजबूर किया। ट्रंप अब तक इस मुद्दे पर 12 बार बयान दे...

  • टैरिफ के चलते सीजफायर!

    नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का मुद्दा अभी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति से जुड़ गया है। ट्रंप प्रशासन की ओर से अमेरिका की एक अदालत में दलील दी गई है कि अगर ट्रंप के पास टैरिफ लगाने का अधिकार नहीं होता तो भारत और पाकिस्तान जैसे दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच सीजफायर नहीं होता। यहां तक कहा गया कि ट्रंप ने कारोबार का मुद्दा लाकर सीजफायर कराया और अगर ट्रंप के पास टैरिफ लगाने की शक्ति नहीं होगी तो यह सीजफायर खत्म हो जाएगा। अमेरिका के वाणिज्य मंत्री ने कोर्ट से कहा कि...

  • चार दिन की लड़ाई में कौन बेनकाब?

    पूरे घटनाक्रम में अमेरिका का दोहरा चेहरा फिर बेनकाब हो गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह हास्यास्पद दावा किया कि ‘भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम केवल अमेरिका से व्यापार के कारण हुआ’। क्या भारत-पाक के रिश्ते किसी व्यापारिक सौदे से तय होते हैं?— बिल्कुल नहीं। भारत-पाकिस्तान में चार दिन छिटपुट लड़ाई चली। इस दौरान जहां भारत ने अपने पड़ोसी के साथ संबंध की नई इबारत लिख दी, तो वही चीन का तिलिस्म फूट गया और अमेरिका की दोहरी नीति फिर बेनकाब हो गई। इस बीच देश का एक हिस्सा इस बात से नाराज हैं कि युद्ध में हावी...

  • विपक्ष के समर्थन की समय सीमा है

    कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सरकार के साथ एकजुटता दिखाई। 22 अप्रैल को हुए हमले के दो दिन बाद 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों शामिल हुए। दोनों ने बैठक में और बैठक के बाद भी कहा कि वे सरकार के हर कदम का साथ देंगे। पहलगाम हमले के बाद खुफिया और सुरक्षा चूक का मुद्दा उठा था लेकिन तुरंत उसे दबा दिया गया और विपक्षी पार्टियां सरकार के समर्थन में खड़ी हो गईं। उन्होंने कहा कि सरकार जो भी कदम...

  • ट्रंप का पांचवीं बार बडबोलापन!

    नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले छह दिन में पांचवी बार यह बात दोहराई है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के लिए व्यापार की तलवार लटकाई। उन्होंने गुरुवार को कतर की राजधानी दोहा में कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों से कहा कि युद्ध बंद करो और व्यापार करो। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने में उन्होंने मध्यस्थता की। दोहा में कही गई उनकी बात को भारत में मीडिया ने एक ट्विस्ट दिया है, जिसमें कहा जा रहा है कि ट्रंप ने यू टर्न किया है...

  • हाइफ़न लौट आया है

    india pakistan ceasefire : पश्चिमी देशों की प्रतिक्रियाओं में कहीं भी आतंकवाद के प्रायोजक (पाकिस्तान) और आतंकवाद से पीड़ित (भारत) के बीच फर्क नहीं दिखता। भारतीय विदेश नीति के कर्ता-धर्ताओं को इस सवाल पर जरूर आत्म-मंथन करना चाहिए कि उन देशों का रुख क्यों बदल गया है? एक समय हाइफ़न लगा कर भारत और पाकिस्तान का एक स्वर में जिक्र करना अमेरिका की नीति का हिस्सा था। भारतीय कूटनीति के अथक प्रयास से इसमें बदलाव आया। उसके पीछे बड़ा योगदान एक-ध्रुवीय दुनिया बनने से वैश्विक समीकरणों में आए बदलावों का था। साथ ही आतंकवाद को अपनी रणनीति बना कर पाकिस्तान...

  • लेकिन किन शर्तों पर?

    आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बिना कोई ठोस मुकाम हासिल हुए युद्विराम का फैसला निराशाजनक है। उससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात है कि भारत ने इस पूरे मसले में तीसरे पक्ष को भूमिका बनाने का मौका दिया है। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध टलने पर राहत महसूस हुई है, लेकिन जिन शर्तों पर यह हुआ है, वे बेचैन करने वाली हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बिना कोई ठोस मुकाम हासिल किए भारत सरकार ने लड़ाई रोकने का फैसला किया, यह निराशा का एक पहलू है। उससे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि भारत ने...

  • सीजफायर से सामरिक जानकार हैरान

    भारत ने सीजफायर क्यों किया? इस बात ने सबको हैरानी में डाला है। देश के ज्यादातर सामरिक जानकार और पूर्व सैन्य अधिकारी इस बात से हैरान हैं और निराश भी कि भारत ने ऐसे मौके पर सीजफायर किया, जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से कुछ खास हासिल नहीं हुआ था और उसका कोई भी लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया था। पूर्व सैन्य अधिकारियों ने तो यहां तक कहा है कि इसके बाद पता नहीं भारत को फिर मौका कब मिलेगा। सोशल मीडिया में यह नैरेटिव बना है कि अभी तक न तो पहलगाम में हिंदुओं का नरसंहार करने वाले पकड़े गए हैं...

  • भाजपा समर्थक भी खुश नहीं हुए

    पाकिस्तान के साथ सीजफायर के फैसले से एक तरफ जहां सामरिक जानकार हैरान हैं वहीं भाजपा के समर्थक निराश और नाराज हैं। पूरा सोशल मीडिया उनकी भड़ास से भरा है। हालांकि एक खास तबका, जो भाजपा इकोसिस्टम से जुड़ा है वह मसूद अजहर के परिवार के लोगों और रऊफ अजहर के मारे जाने को बड़ी उपलब्धि बता कर प्रचारित कर रहे हैं। लेकिन ज्यादातर भाजपा समर्थक खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले पांचों लोगों को क्यों नहीं सजा दी गई है। बिहार के कई लोगों ने यह मुद्दा उठाया कि प्रधानमंत्री ने मधुबनी...

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