• फ़िल्मी विमर्श में पिछले साल की छाया

    श्रीराम राघवन का कमाल देखिए कि कटरीना कैफ़ जो अब तक केवल हीरोइन हुआ करती थीं, पहली बार एक अच्छी अभिनेत्री लगी हैं। ध्यान रहे, छह साल पहले ‘अंधाधुन’ ने बॉक्स ऑफ़िस पर साढ़े चार सौ करोड़ की कमाई की थी और लगभग सभी दक्षिण भारतीय भाषाओं में उसके रीमेक बने थे। फ्रेंच लेखक फ़्रेडरिक दा के उपन्यास ‘ला मोंटे चार्ज’ पर बनी ‘मैरी क्रिसमस’ उतनी चले या नहीं, लेकिन श्रीराम राघवन इससे अपनी निर्देशकीय यात्रा में एक कदम आगे बढ़ने वाले हैं। परदे से उलझती ज़िंदगी बेहतर होता कि ‘मैरी क्रिसमस’ 25 दिसंबर के आसपास रिलीज़ की जाती। वैसे...

  • आमिर खान ने एक्स वाइफ किरण राव को सरेआम किस किया

    Aamir Khan :- बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान की बेटी आइरा खान ने 3 जनवरी को ब्वॉयफ्रेंड नूपुर शिखरे के साथ शादी की। इस उत्सव के दौरान आमिर खान ने अपनी एक्स वाइफ किरण राव को किस किया। सेरेमनी का एक वीडियो हाल ही में सामने आाय, जिसमें में नवविवाहित जोड़े के दोनों पक्षों के परिवार एक साथ फोटो क्लिक कराने के लिए पोज देते रहे। नुपुर शिखरे की मां, आमिर खान, रीना दत्ता, किरण राव, जुनैद खान और आजाद को भी आइरा और नुपुर के साथ पोज देते देखा जा सकता है। वीडियो में बॉलीवुड सुपरस्टार पहले अपनी एक्स वाइफ...

  • ज़रूरत ‘कस्तूरी’ को पहचानने की

    रिलीज़ के पहले हफ्ते में, यानी पूरे सात दिन में, ‘कस्तूरी’ केवल सत्रह लाख रुपए कमा सकी है। आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि यह कितने थिएटरों में लगी होगी। और वह भी इतनी मशक्कत के बाद। हमारे सिनेमा की जो व्यवस्था है या उसका जो इन्फ़्रास्ट्रक्चर है, उसके रवैये अथवा मनमानी के सामने छोटी फिल्मों को हमेशा इसी दुर्गति का सामना करना पड़ता है। क्या यह स्थिति किसी दुर्गन्ध से कम है? कितने लोगों को इसकी चिंता है? इसके लिए कस्तूरी कौन लाएगा?   इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि फ़िल्म का प्रकार क्या है। वह कॉमेडी है, सस्पेंस है,...

  • हमें कैसा हीरो चाहिए?

    कुछ लोग संदीप रेड्डी वांगा के सिनेमा को समस्याजनक कह रहे हैं। ज़हरीली मर्दानगी का प्रचार बता रहे हैं। मगर वे सब ‘एनीमल’ के बंपर हिट होने से हतप्रभ हैं। गीतकार-अभिनेता स्वानंद किरकिरे कहते हैं कि 'औरत’, ‘साहब बीवी और गुलाम’, ‘अनुपमा’, ‘अंकुर’, ‘भूमिका’, ‘मिर्च मसाला’, ‘इंग्लिश विंग्लिश’, ‘क्वीन’ आदि फ़िल्मों ने महिलाओं के अधिकारों और उनकी स्वायत्तता का सम्मान करना सिखाया था। लेकिन ‘एनीमल’ देख कर मुझे आज की महिलाओं पर दया आई। …. किरकिरे मानते हैं कि ‘एनीमल’ हमारे सिनेमा का भविष्य नए सिरे से तय करेगी। परदे से उलझती ज़िंदगी मनोज बाजपेयी के अभिनय की एक और...

  • रेलवे के वे लोग

    नेटफ़्लिक्स पर यशराज फ़िल्म्स की मिनी सीरीज़ ‘द रेलवे मेन’ में स्टेशन मास्टर का नाम इफ्तिख़ार सिद्दीकी बताया गया है, लेकिन वास्तव में वह डिप्टी स्टेशन मास्टर गुलाम दस्तगीर थे। उन्होंने ही ट्रेनों का भोपाल आना रुकवाया था, स्टेशन पर जुटे लोगों के लिए मेडिकल सहायता मंगवाई थी और बॉम्बे-गोरखपुर एक्सप्रेस को आते ही रवाना कर दिया था। दस्तगीर साहब की अपनी हालत खराब हो रही थी, फिर भी वे लगातार भाग-दौड़ करते रहे। उनकी देखादेखी दूसरे लोग भी बचाव अभियान में लगे रहे। उस रात भोपाल जंक्शन पर रेलवे के तेईस कर्मचारियों की जान गई।.... चार एपीसोड की यह...

  • बाहरी और भीतरी का द्वंद्व

    कृति सेनन कहती हैं कि अगर कोई फ़िल्मकार इंडस्ट्री से जुड़े किसी व्यक्ति (यानी अपने बेटे-बेटी या किन्हीं रिश्तेदारों या दोस्तों या किसी स्थापित फ़िल्मी हस्ती के परिजनों) को लॉन्च करता है, तो उसे ऐसे व्यक्ति को भी काम देना चाहिए जो बाहरी है, मगर टेलेंटेड है। वे कहती हैं कि अगर हम सभी को समान मौके देने लगें तो यह इंडस्ट्री बाहरी लोगों के लिए आसान हो जाएगी। असल में, यह विवाद काफ़ी समय से चल रहा है कि फ़िल्मों में प्रवेश के लिए बाहरी कलाकारों को भारी स्ट्रगल करना पड़ता है जबकि इंडस्ट्री के स्थापित लोगों के बच्चों...

  • कहानी अपने-अपने यूनिवर्स की

    यूनिवर्स का उद्देश्य दर्शकों के वास्तविक सरोकारों पर आधारित कथ्य और मनोरंजन देना नहीं है। ये तो दर्शकों को एक फ़र्ज़ी और उत्तेजक दुनिया में ले जाने के लिए गढ़े गए हैं। कमाई बढ़ाने के एक और तरीके के तौर पर। जिस तरह का मनोरंजन हमारे बड़े फिल्मकार पहले से चला रहे थे, उसी को इन यूनिवर्स ने एक संगठित शक्ल और दिशा दी है।  दूसरी ओर, दर्शकों को कुछ नया, कुछ रचनात्मक या उनके सुख-दुख से जुड़ा मनोरंजन देने वाली फ़िल्मों का हश्र देखिए। परदे से उलझती ज़िंदगी सलमान खान ‘राधे’, ‘अंतिम’ और ‘किसी का भाई किसी की जान’...

  • सबसे पीछे फ़िल्मी ख़बर

    सोशल मीडिया के हल्ले में आजकल फ़िल्मी लोगों के ढेरों इंटरव्यू होने लगे हैं। लगभग हर दिन ऐसे इंटरव्यू ख़बरें दे रहे हैं। अगर उनमें ख़बर नहीं मिली तो कोई पुराना इंटरव्यू निकाल लिया जाता है। जैसे संजय मिश्रा का यह इंटरव्यू तीन साल पुराना था, फिर भी इसकी ख़बर सब जगह आई। कोई कलाकार या फ़िल्मकार किसी शो में जाते हैं और वहां दो-चार बातें कह देते हैं तो वह भी ख़बर बन जाती है और हर कहीं छपती है, एक साथ। परदे से उलझती ज़िंदगी अभिनेता संजय मिश्रा का कहना है कि पढ़ाई में उनका मन बिलकुल नहीं...

  • राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का ऐलान

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। गुरुवार को सरकार की ओर से 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा हुई। इसमें आर माधवन की फिल्म ‘रॉकेट्री- द नांबी इफेक्ट’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला। तेलुगू फिल्म ‘पुष्पाःद राइज’ के लिए अल्लू अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दिया गया है। यह सम्मान पाने वाले अल्लू पहले तेलुगू अभिनेता हैं।  हिंदी फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के लिए आलिया भट्ट और ‘मिमी’ के लिए कृति सेनन को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला है। इस पुरस्कार समारोह में कई फिल्मों को एक से अधिक पुरस्कार मिले।...

  • फिर बनेंगी ‘बावर्ची’, ‘मिली’ और ‘कोशिश’

    ऋषिकेश मुखर्जी की ‘बावर्ची' व ‘मिली’ और गुलज़ार की ‘कोशिश’ जब बनी थीं तो मुख्यधारा के सिनेमा का हिस्सा नहीं थीं। मगर अपने यहां समांतर और मेनस्ट्रीम सिनेमा के बीच भी एक धारा रही है। ऋषिकेश और गुलज़ार का सिनेमा इसी तीसरी धारा का प्रतिनिधित्व करता है। यह ऐसी फिल्मों की धारा थी जो बहुत ज्यादा नहीं चलती थीं, पर अपना काम चला लेती थीं। इनकी खूबी यह थी कि वे कमर्शियल यानी मुख्यधारा के दर्शकों की तरह समांतर सिनेमा के प्रशंसकों को भी पसंद आती थीं। वास्तविकता तो यह है कि कमर्शियल सिनेमा के बहुत से दर्शक इसी धारा...

  • अपने-अपने रहस्यों का ‘कोहरा’

    हमारी फिल्मों और वेब सीरीज़ में पिछले कुछ सालों से एक बड़ा अंतर आया है। अब कहानी या स्क्रिप्ट पात्रों के चरित्र चित्रण की बारीकियों में, उसकी तहों में जाने लगी है। इसीलिए अब कोई पात्र केवल अच्छा नहीं है और केवल बुरा भी नहीं है। उसके चरित्र की परतें बताती हैं कि वह क्यों अच्छा है और क्यों और कहां बुरा है।  परदे से उलझती ज़िंदगी मूल रूप से पंजाबी सिनेमा के कलाकार सुविंदर विकी ने ‘उड़ता पंजाब’ और ‘केसरी’ जैसी फिल्मों में और फिर वेब सीरीज़ ‘कैट’ में भी मार्के का काम किया था। लेकिन नेटफ़्लिक्स पर हाल...

  • कथा के सहारे सत्यप्रेम

    नो मीन्स नो। फिल्मों में और हमारी अदालतों में आने वाले केसों में काफी समय से यह मुद्दा चल रहा है। इसका मतलब है कि महिला और पुरुष के रिश्तों में शारीरिक संबंधों की सीमा वहीं तक होनी चाहिए जहां तक महिला की रज़ामंदी हो। अगर वह आगे बढ़ने से मना करती है तो उसके इस इन्कार का सम्मान होना चाहिए। ‘सत्यप्रेम की कथा’ जैसी नाच-गाने और मस्ती वाली फिल्म में ऐसा संदेश लोगों को चकित करता है। मगर यह फिल्म इस मुद्दे पर किसी गंभीर बहस की पक्षधर नहीं लगती। निर्माता साजिद नडियाडवाला और निर्देशक समीर विद्वांस इस बात...

  • उदयनिधि की अंतिम फ़िल्म

    तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि अब फिल्मों में काम नहीं करेंगे। ग्यारह साल पहले परदे पर उनकी शुरूआत हुई थी औऱ अब तक उन्होंने लगभग डेढ़ दर्जन फिल्में की हैं। ‘मामन्नन’ उनकी अंतिम फिल्म है और बॉक्स आफ़िस के हिसाब से शायद उनकी सफलतम फिल्म भी है। हालांकि थेवर समुदाय के लोग सामाजिक न्याय के मुद्दे पर बनी और पॉलिटिकल थ्रिलर कही जा रही इस फिल्म के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन तमिलनाडु की फिल्मों से ओतप्रोत राजनीति में यह सब चलता रहता है। उदयनिधि के साथ इस फिल्म में वाडिवेलु, कीर्ति सुरेश और मलयाली स्टार...

  • दो साल के ब्रेक के बाद एक्सरसाइज रूटीन पर लौटीं कंगना

    Kangana Ranaut :- बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत, जो अपनी अपकमिंग फिल्म 'इमरजेंसी' के पोस्ट-प्रोडक्शन में बिजी हैं, अपनी अगली फिल्म के लिए तैयारी शुरू करने के साथ ही अपनी फिटनेस रुटीन में लौट आई हैं। एक्ट्रेस ने मंगलवार को अपने इंस्टाग्राम पर अपने वर्कआउट सेशन का एक वीडियो शेयर किया। वीडियो में वह जंपिंग जैक, माउंटेन क्लाइंबिंग, रोप स्किपिंग और स्पॉट जॉगिंग जैसे फॉर्म के साथ फंक्शनल ट्रेनिंग करते हुए दिखाई दे रही हैं। एक्ट्रेस ने कैप्शन में लिखा, मिसेज गांधी (पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी) की भूमिका निभाने के लिए अपने एक्सरसाइज रूटीन से दो साल के ब्रेक के बाद...

  • कृष्णा भट्ट, वेदांत सारदा की शादी के रिसेप्शन में लगा सितारों का जमावड़ा

    Krishna Bhatt Reception :- निर्देशक और निर्माता विक्रम भट्ट की बेटी और नवोदित निर्देशक कृष्णा भट्ट ने मुंबई में अपने लंबे समय के प्रेमी वेदांत सारदा के साथ शादी कर ली है। उनकी शादी के रिसेप्शन में सितारों का जमावड़ा लगा। नवविवाहितों को आशीर्वाद देने वालों में महेश भट्ट (जिन्होंने कृष्णा की पहली फिल्म '1920 : हॉर्स ऑफ द हार्ट' लिखी है), पूजा भट्ट, बॉबी देओल, अविका गोर, आफताब शिवदासानी, संदीपा धर और सनी लियोन शामिल हैं, जो अपने पति डेनियल वेबर और उनके बच्चों के साथ आईं। शादी के रिसेप्शन से पहले भट्ट परिवार ने कृष्ण और वेदांत के...

  • यशराज फिल्म्स के साथ अपने बड़े ब्रेक के लिए तैयार अहान पांडे

    Ahaan Pandey :- बॉलीवुड अभिनेत्री अनन्या पांडे के चचेरे भाई अहान पांडे को आदित्य चोपड़ा के मार्गदर्शन में बड़ा ब्रेक मिल रहा है। अभिनेता पिछले 3 साल ग्रूमिंग कर रहे हैं और अब यशराज फिल्म्स (वाईआरएफ) बैनर के तहत लॉन्च होने वाले है। आदित्य को अनुष्का शर्मा, रणवीर सिंह से लेकर आयुष्मान खुराना तक सितारे लांच करने के लिए जाना जाता है। एक सूत्र के मुताबिक, अहान अभिनीत फिल्म अगले साल फ्लोर पर जाएगी। सूत्र ने बताया: यह अब जेनरेशन जेड का समय है और इसलिए इसकी अधिक संभावना है कि भारत का अगला बड़ा सितारा इसी पीढ़ी से होगा।...

  • एक सीट हनुमान की

    'आदिपुरुष' रामायण पर आधारित है और दक्षिण की चार भाषाओं के साथ हिंदी में भी रिलीज़ हो रही है। ओम राउत के निर्देशन वाली इस फिल्म में प्रभास और कृति सैनन को हम राम और सीता की भूमिकाओं में देखेंगे जबकि सैफ़ अली खान को रावण की। पिछले साल जब इसका पहला ट्रेलर आया था तो उसका खूब विरोध हुआ था। विरोध करने वालों में भाजपा और विश्व हिंदू परिषद भी थे। उनके मुताबिक इस फिल्म के जरिए हिंदू भावनाओं पर हमला किया जा रहा है। हार कर इसके निर्माताओं को कई सीन हटाने पड़े। कई चरित्रों के मेकअप और...

  • अमीषा और सनी की उम्मीदों का ‘गदर’

    अमीषा पटेल का करियर भी अजीब रहा है। उनकी शुरूआत ‘कहो ना प्यार है’ से हुई थी जो कि एक सुपरहिट फिल्म थी। तेलुगु की ‘बदरी’ उनकी दूसरी फिल्म थी और उसने भी रिकॉर्ड तोड़ कमाई की। और फिर वे ‘गदर: एक प्रेम कथा‘ में आईं जो सनी देओल के लिए भी अब तक की सबसे ज्यादा चलने वाली फिल्म है। ऐसी अभिनेत्रियां कम ही मिलेंगी जिनकी शुरूआती तीनों फिल्में अंधाधुंध कमाई करने वाली रही हों। लेकिन पता नहीं उसके बाद क्या हुआ। अमीषा की फिल्में चलनी बंद हो गईं। उन्हें काम मिलना भी निरंतर कम होता गया। लंबे समय...

  • बाथरूम का हैंडल बने फ़िल्म पुरस्कार

    लंबे समय तक हिंदी फिल्मों में फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों की धूम रही।...नसीरुद्दीन शाह ने हद कर दी। उन्होंने अपने फॉर्महाउस के बाथरूम के दरवाजे में हैंडल की जगह वही प्रतिमाएं लगवा रखी हैं जो उन्हें इस पुरस्कार में मिली थीं।...किन्हीं भी पुरस्कारों के लिए सबसे मुश्किल काम अपनी साख बनाना और उसे बरकरार रखना है। ऐसी साख कि कोई उसे बाथरूम का हैंडल बनाने से पहले कई बार सोचे। सुभाष घई और अशोक पंडित को समझना चाहिए कि नसीरुद्दीन शाह को चुप करा देने से यह साख वापस नहीं आएगी। उसके लिए तो पुरस्कार देने वालों और सिनेमा उद्योग दोनों को...

  • कंगना रनौत ने रणबीर कपूर को बताया सफेद चूहा

    Kangana Ranaut :- अपकमिंग फिल्म 'रामायण' में रणबीर कपूर द्वारा भगवान राम की भूमिका निभाने की खबरों के बीच एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपनी प्रतिक्रिया दी और एक्टर अभिनेता को 'स्किनी सफेद चूहा' कहा। दरअसल, खबरें थीं कि स्टार जोड़ी आलिया भट्ट और रणबीर कपूर नितेश तिवारी की 'रामायण' में देवी सीता और भगवान राम की भूमिका निभाएंगे। कंगना ने इंस्टाग्राम पर फिल्म के लिए कास्टिंग की आलोचना की। उन्होंने लिखा: हाल ही में, मैं एक और आने वाली बॉलीवुड रामायण के बारे में खबर सुन रही हूं .. जहां एक स्किनी सफेद चूहा (सो-काल्ड एक्टर) जिसे कुछ टैनिंग और...

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