Thursday

17-07-2025 Vol 19

संपादकीय कॉलम

मूर्ख बनाने का खेल

मूर्ख बनाने का खेल

राहुल गांधी ने बिहार में 2023 में हुए जातीय सर्वेक्षण को फर्जी बताया है। कहा कि नीतीश कुमार सरकार ने इसे लोगों को मूर्ख बनाने के मकसद से कराया।
भविष्य का सवाल है

भविष्य का सवाल है

भारत का भविष्य संवारने के लिहाज से इससे चिंताजनक खबर और क्या हो सकती है कि देश में एम-टेक कोर्स का आकर्षण घटता ही जा रहा है।
अमन की उम्मीद बढ़ी

अमन की उम्मीद बढ़ी

लेबनान में हिज्बुल्लाह के कमजोर पड़ने और सीरिया में बदले समीकरणों के बाद हमास के लिए भी प्रतिकूल परिस्थितियां बनी हैं।
मेटा ने मांगी माफी

मेटा ने मांगी माफी

लोकसभा चुनाव में भाजपा की चुनावी हार नहीं हुई। मगर अनेक लोगों की राय में उसे राजनीतिक पराजय कहा जाएगा।
जहां ऐसे स्कूल हों!

जहां ऐसे स्कूल हों!

‘विकसित भारत’ बनाने के जारी उद्घोष के बीच ये खबर अहम है कि 2023-24 के शैक्षणिक सत्र में देश में करीब 13 हजार ऐसे स्कूल थे
समस्या की जड़ें गहरी

समस्या की जड़ें गहरी

किसी भारतीय की विदेश में युद्ध मोर्चे पर मौत के बाद देश में नाराजगी पैदा होना स्वाभाविक प्रतिक्रिया है।
एकता में बल है

एकता में बल है

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेताओं की एसकेएम- अराजनीतिक गुट से एकता वार्ता शुरू करना सकारात्मक संकेत है।
महंगाई की भ्रामक सुर्खियां

महंगाई की भ्रामक सुर्खियां

दिसंबर में भी खाद्यों की खरीद पर आम परिवारों को औसतन आठ प्रतिशत से अधिक खर्च करना पड़ा। बढ़ोतरी का ये सिलसिला कोरोना काल के बाद से जारी है।
ये अनावश्यक चर्चा है

ये अनावश्यक चर्चा है

अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी राजनेताओं को आमंत्रित करने की परंपरा नहीं है।
‘क्वांटम जंप’ में बाधाएं

‘क्वांटम जंप’ में बाधाएं

देश के विकसित होने का अर्थ आम खुशहाली एवं सबके लिए गरिमामय जीवन स्तर सुनिश्चित करना हो- जिस अर्थ में विकसित श्रेणी में शामिल देशों को यह दर्जा मिला...
सीईओ’ज का ‘विकसित भारत’

सीईओ’ज का ‘विकसित भारत’

वित्त वर्ष 2023-24 में एलएंडटी के सीईओ एसएन सुब्रह्मण्यम की कमाई 51.5 करोड़ रु. रही।
जिम्मेदार आखिर कौन है?

जिम्मेदार आखिर कौन है?

ये खदान राज्य सरकार का उद्यम- एएमडीसी चलाता था, मगर उसे 12 साल पहले बंद कर दिया गया।
इंडिया गठबंधन की इतिश्री!

इंडिया गठबंधन की इतिश्री!

संकेत पहले से थे, मगर दिल्ली विधानसभा चुनाव आते-आते यह साफ हो गया है। इंडिया गठबंधन महज लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का सीटों का तालमेल भर था।
ट्रंपिज्म से उथल-पुथल

ट्रंपिज्म से उथल-पुथल

डॉनल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति पद संभालने में अभी दस दिन बाकी हैं।
आंकड़ों में असलियत

आंकड़ों में असलियत

एनएसओ के अग्रिम अनुमान में कहा गया है कि 2024-25 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चार साल के न्यूनतम स्तर पर रहेगी।
पारदर्शिता पर परदा

पारदर्शिता पर परदा

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से दो हफ्तों के अंदर बताने को कहा है कि सूचना आयुक्तों की नियुक्ति करने की अधिकतम अवधि उसने क्या तय कर रखी है?
गुलाबी तस्वीर का सच

गुलाबी तस्वीर का सच

पिछले हफ्ते जारी दो सरकारी रिपोर्टों में देश की अर्थव्यवस्था की गुलाबी तस्वीर बुनी गई।
जस्टिन ट्रूडो की विदाई

जस्टिन ट्रूडो की विदाई

बढ़ते विरोध का लंबे समय तक मुकाबला करने के बाद आखिरकार कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हथियार डाल दिए हैं।
जड़ तक पहुंची समस्याएं

जड़ तक पहुंची समस्याएं

ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारतीय क्रिकेट टीम हार जाए, यह अनहोनी नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट की दुविधा

सुप्रीम कोर्ट की दुविधा

मुद्दा यह है कि जब कोई अपनी मांग मनवाने के लिए भूख हड़ताल का तरीका अपनाता है, तो सरकार का क्या दायित्व है
निजी डेटा निजी रहे

निजी डेटा निजी रहे

समस्या बनी रही यह समझ है कि सरकार को हर तरह के डेटा पर अपना स्वामित्व बनाने का प्रयास कर रही है।
रुपया गिरने के असर

रुपया गिरने के असर

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट जारी है। 27 दिसंबर को खत्म हुए हफ्ते में यह 4.11 अरब घटकर 640.28 अरब डॉलर रहा।
बुनियाद बहुत कमजोर है

बुनियाद बहुत कमजोर है

यूडीआईएसई+ (यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस) की 2023-24 की रिपोर्ट से भारत में स्कूली शिक्षा के कमजोर बुनियाद की कहानी फिर सामने आई है।
किसानों के लिए सरकार!

किसानों के लिए सरकार!

कैबिनेट की बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने नए साल का पहला फैसला किसानों के हित में लिया है।
बांग्लादेशः आपस में टकराव

बांग्लादेशः आपस में टकराव

बांग्लादेश में जिन सियासी ताकतों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ आंदोलन में जबरदस्त एकता दिखाई थी, अब उनके बीच टकराव तीखा हो रहा है।
बातचीत ही रास्ता है

बातचीत ही रास्ता है

चीन के ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाने के एलान से पूर्वोत्तर भारत, और यहां तक कि बांग्लादेश में भी चिंता पैदा हुई है।
केजरीवाल के सियासी कार्ड

केजरीवाल के सियासी कार्ड

भाजपा और कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल पर किसी प्रकार चुनाव जीतने के लिए बेताब होने का इल्जाम लगाया है
स्थिरता रिपोर्ट में अस्थिरता

स्थिरता रिपोर्ट में अस्थिरता

भारतीय रिजर्व बैंक की छमाही वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट मौजूद वित्तीय अस्थिरताओं के संकेत देती है।
समस्या का दायरा बड़ा

समस्या का दायरा बड़ा

दोबारा इम्तहान की मांग को लेकर जिस ढंग से जान दांव पर लगाए हुए हैं, उसके कारणों को समझना बेहद जरूरी है।
ट्रंप खेमे के अंतर्विरोध

ट्रंप खेमे के अंतर्विरोध

डॉनल्ड ट्रंप समर्थक-समूह के अंतर्विरोध निर्वाचित राष्ट्रपति के ह्वाइट हाउस में प्रवेश से पहले ही सामने आने लगे हैं।
उपभोग की तथ्य तालिका

उपभोग की तथ्य तालिका

आंकड़ों से आंकना कठिन है कि कितना उपभोग बढ़ा और कितनी वृद्धि उपभोग की चीजों की महंगाई के कारण हुई।
सियासी रुख की जरूरत

सियासी रुख की जरूरत

सुप्रीम कोर्ट ने 34 दिन का अनशन पूरा कर चुके किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की जान बचाने की पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार पर डाल दी है।
केन-बेतवा का सबक

केन-बेतवा का सबक

पचपन साल पहले केन-बेतवा परियोजना की परिकल्पना की गई थी। मगर आज भी बुंदेलखंड के लोग पानी किल्लत झेल रहे हैं।
बीमा का विरोधाभास!

बीमा का विरोधाभास!

विरोधाभास यह है कि बीमा कवरेज घटने के बावजूद प्रीमियम से बीमा कंपनियों की आय बढ़ती चली गई है।
यह नियम अजीब है

यह नियम अजीब है

ऐसे नियम अतार्किक हैं, जिनकी वजह से देश का नाम रोशन करने वाली शख्सियतों से उनका सम्मान छिने और वे आहत महसूस करें।
आंकड़ों के आईने में

आंकड़ों के आईने में

भारतीय रिजर्व बैंक की एक ताजा रिपोर्ट से सामने आए तीन पहलुओं ने ध्यान खींचा है।
विलय कितना फायदेमंद?

विलय कितना फायदेमंद?

होंडा और निसान के विलय का फैसला विश्व कार बाजार के तेजी से बदले रूप की एक मिसाल है। बदलाव के कारण हैः कार उपभोक्ताओं के बीच ईवी की...
कैसे संभलेगा ये रिश्ता?

कैसे संभलेगा ये रिश्ता?

अभी तक बांग्लादेश से भारत के लिए आई चुनौतियां वहां साढ़े चार महीने पहले बने माहौल से संबंधित थीं। मगर अब इसने ठोस कूटनीतिक रूप ले लिया है।
वादा कुछ और था

वादा कुछ और था

आशा यह की जाती थी कि जीएसटी काउंसिल मौजूद शिकायतों का हल निकालेगी। लेकिन और उलझाने वाले फैसले हो रहे हैं
नियम बदल परदा डाला?

नियम बदल परदा डाला?

भारतीय निर्वाचन आयोग की साख पर पहले से कई सवाल हैं, जिन्हें वह सिरे से नजरअंदाज करता आया है।
टॉल की आड़ में लूट

टॉल की आड़ में लूट

दिल्ली- नोएडा डायरेक्ट (डीएनडी) मार्ग पर टॉल वसूली में घपले पर सीएजी की रिपोर्ट और उस आधार पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक मिसाल है।
अमेरिकी फैसले की आंच

अमेरिकी फैसले की आंच

अमेरिका में एक जिला कोर्ट ने जासूसी सॉफ्टेवेयर पेगासस की निर्माता कंपनी एनएसओ को मेसिंग माध्यम ह्वाट्सऐप की गोपनीयता तोड़ने का दोषी पाया है।
अश्विन की ऐसी विदाई!

अश्विन की ऐसी विदाई!

कोई बड़ा खिलाड़ी किसी बड़ी टेस्ट शृंखला के बीच तुरंत रिटायर होने का एलान करे, तो उसे अवकाश लेने की सामान्य प्रक्रिया नहीं माना जा सकता।
पटरी पर वापसी

पटरी पर वापसी

चार साल तक तनावपूर्ण रहने के बाद दोनों का रिश्ता अब पटरी पर लौट रहा है।
किसकी कीमत पर मौज?

किसकी कीमत पर मौज?

विमानन कंपनियां खुश हैं कि भारत में बिजनेस क्लास में यात्रा करने का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है। ट्रेवल एजेंसियां भी खुश हैं।
छोड़ें यह कृत्रिम एकरूपता

छोड़ें यह कृत्रिम एकरूपता

यह अच्छी बात है कि केंद्र सरकार ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ संबंधी संविधान संशोधन  विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने पर राजी हो गई।
श्रीलंका से आश्वासन

श्रीलंका से आश्वासन

संकेत साफ है। श्रीलंका के मार्क्सवादी राष्ट्रपति की विदेश नीति में भी भारत की अहमियत बनी रहेगी।
गिरता निर्यात, बढ़ता घाटा

गिरता निर्यात, बढ़ता घाटा

समाधान देश के अंदर ही पूरा सप्लाई चेन तैयार करना है। लेकिन यह धीरज के साथ दूरगामी निवेश और नियोजन से ही हो सकता है।