Monday

30-06-2025 Vol 19
पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन संभव…?

पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन संभव…?

केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के अश्वमेद्य यज्ञ का घोड़ा रोकने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी भाजपा की आँख की किरकिरी बनी हुई है
जाँच एजेंसियों से बदनाम मोदी सरकार

जाँच एजेंसियों से बदनाम मोदी सरकार

पर इन वर्षों में जिस बात ने सभी को चौंकाया है वो यह है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध मोदीजी का यह अभियान केवल विपक्षी दलों तक ही सिमट कर...
महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण भूमिका में होगा मध्यप्रदेश

महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण भूमिका में होगा मध्यप्रदेश

भले ही अभी महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है लेकिन राजनीतिक दलों में अपनी जमात शुरू कर दी है।
ममता का विकेट गिरा तो मोदी में लौटेगा दम!

ममता का विकेट गिरा तो मोदी में लौटेगा दम!

सीबीआई ने चार्जशीट सौंपी है एक आरोपी के खिलाफ उसके अलावा अभी तक कोई सबूत नहीं है। मगर आंदोलन को और तेज और लंबा किया जा रहा है।
कश्मीर में राजनीति की सीरत व सूरत दोनों बदली!

कश्मीर में राजनीति की सीरत व सूरत दोनों बदली!

जम्मू-कश्मीर का स्वरूप व भूगोल बदलने के साथ-साथ प्रदेश की पूरी राजनीति भी बदल गई है।
धारा 370 की बजाय नए मुद्दे हावी!

धारा 370 की बजाय नए मुद्दे हावी!

पूर्ण राज्य का दर्जा समाप्त कर दिए जाने से कश्मीर के साथ-साथ जम्मू के लोगों में भी कहीं न कहीं नाराज़गी है।
अजमेर कांड के फ़ैसले का क्या असर होगा?

अजमेर कांड के फ़ैसले का क्या असर होगा?

1992 में अजमेर में बलात्कार कांड का फ़ैसला भी पिछले हफ़्ते आया। इस फ़ैसले में 6 आरोपियों को उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई गई।
कॉमेडी-हॉरर धारा का नया पड़ाव

कॉमेडी-हॉरर धारा का नया पड़ाव

‘स्त्री-2’ की सफलता ने इस बात को नए सिरे से स्थापित किया है और कई लकीरें खींची हैं।
संघ-परिवार: हिन्दुओं से कपटाचार

संघ-परिवार: हिन्दुओं से कपटाचार

हिन्दू समाज की अभूतपूर्व विडंबना है कि जिस संघ-परिवार के वर्चस्व में वह अपने ही देश में आठवें दर्जे का हीन नागरिक बन कर रह गया है
ममता बनर्जी का यह कैसा राजधर्म?

ममता बनर्जी का यह कैसा राजधर्म?

बेशक, बीते 9 अगस्त को कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत अक्षम्य और क्रूरतम अपराध है।
ऐसे तो खेलों में नहीं उठेगा भारत

ऐसे तो खेलों में नहीं उठेगा भारत

अब कहा गया है कि आईओसी के प्रमुख थॉमस बैक भारत के प्रयास से सहमत हैं।  गौरतलब है कि हाल में अंबानी परिवार के बहुचर्चित विवाह समारोह में थॉमस...
बड़े काम की है हमारी तीसरी आंख…..

बड़े काम की है हमारी तीसरी आंख…..

कई आध्यात्मिक परंपरायें इसे "तीसरी आंख" कहती हैं। कुछ भौतिक और आध्यात्मिक दुनिया के बीच का सेतु, परम ज्ञान प्राप्त करने की सीढ़ी।
अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस को जवाब देना होगा

अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस को जवाब देना होगा

कांग्रेस पार्टी ने जम्मू कश्मीर में जो राजनीति की है उससे ऐसा लग रहा है कि उसने छोटा मुकाबला जीतने के लिए बड़ी लड़ाई गंवा दी है।
सियासी मध्यायु की बिगुल ध्वनि

सियासी मध्यायु की बिगुल ध्वनि

अगले पांच महीनों में पांच प्रदेशों के 619 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगें हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की 90-90 सीटों के लिए मतदान की समय सारिणी का ऐलान निर्वाचन आयोग...
नमक और चीनी में प्लास्टिक

नमक और चीनी में प्लास्टिक

पिछले सप्ताह एक एनजीओ द्वारा किए गए शोध से पता चला कि देश में अधिकतर नमक और चीनी निर्माता हमें प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण खिला रहे हैं।
यूक्रेन युद्ध के बीच भारत का क्या रोल?

यूक्रेन युद्ध के बीच भारत का क्या रोल?

उधर पश्चिमी कूटनीतिज्ञों ने संभावना जताई है कि भारत दोनों देशों के बीच संदेशों के आदान-प्रदान का माध्यम बन सकता है।
240 की मजबूर, विभाजक मोदी सरकार!

240 की मजबूर, विभाजक मोदी सरकार!

मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा।
जल ही जीवन और  अमृत

जल ही जीवन और अमृत

अक्सर ही पानी अर्थात पेयजल की कमी, जल संरक्षण आदि की खबरें विभिन्न समाचार माध्यमों की सुर्खियां बनती रहती हैं।
बिना डर के चुनाव के लिए तैयार कश्मीर!

बिना डर के चुनाव के लिए तैयार कश्मीर!

हुर्रियत कांफ्रेंस जैसे संगठन अब सक्रिय नही हैं। यह एक बड़ा बदलाव कश्मीर में हुआ है।
समाज को सुधारे बिना कुछ नहीं होना?

समाज को सुधारे बिना कुछ नहीं होना?

समाज में हो रही आर्थिक उथल-पुथल, शहरीकरण, देशी और विदेशी संस्कृति का घालमेल और मीडिया पर आने वाले कामोत्तेजक कार्यक्रमों ने अपसंस्कृति को बढ़ाया है।
सत्य ज्ञान, सद्बुद्धि की प्रणेता गायत्री

सत्य ज्ञान, सद्बुद्धि की प्रणेता गायत्री

परमात्मा की अनेक शक्तियाँ हैं, जिनके कार्य और गुण अलग-अलग हैं। इन शक्तियों  और असंख्य दिव्य गुणों के कारण इनके कई नाम हैं।
भारत की आजादी को किससे खतरा?

भारत की आजादी को किससे खतरा?

इसी सप्ताह भारत ने स्वतंत्रता दिवस मनाया। निसंदेह, यह अवसर जश्न मनाने के साथ आत्मचिंतन करने का भी है।
महाशक्तियों की होड़ हुए ओलंपिक

महाशक्तियों की होड़ हुए ओलंपिक

दुनिया में चल रही अन्य प्रतिस्पर्धाओं की तरह ही इस ओलिंपिक्स में सिर्फ दो महाशक्तियां मौजूद हैः चीन और अमेरिका।
कैंसर और बुढ़ापे से बचना है तो “एंटीऑक्सीडेंट्स”

कैंसर और बुढ़ापे से बचना है तो “एंटीऑक्सीडेंट्स”

क्या कैंसर और बुढ़ापे में कोई समानता है? जबाब है, हां। ये दोनों कोशिकाओं (सेल्स) से जुड़ी समस्याएं हैं।
भविष्यद्रष्टा प्रधानमंत्री का वक्तव्य

भविष्यद्रष्टा प्रधानमंत्री का वक्तव्य

लाल किले की ऐतिहासिक प्रचीर से दिया गया प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का 11वां भाषण एक भविष्यद्रष्टा प्रधानमंत्री का वक्तव्य है, जिसे उसकी सम्पूर्णता में देखने और समझने की...
असली दंगल अभी बाकी है!

असली दंगल अभी बाकी है!

अगर-मगर, झूठ-सच, कल-परसों से गुजरता हुआ विनेश फोगाट को ओलम्पिक पदक मिलने का मांमला ‘नो थैंक्स’ के साथ समाप्त हो गया है।
15 अगस्त को 15 अगस्त की चिंता!

15 अगस्त को 15 अगस्त की चिंता!

क्या यह 15 अगस्त रहेगा या आजादी का कोई दूसरा दिन घोषित होगा? और क्या यह देश मुसलमानों का नहीं है?
भारत में भी क्या बांग्लादेश जैसा हाल?

भारत में भी क्या बांग्लादेश जैसा हाल?

लेकिन देश के जो संवेदनशील और समझदार समूह हैं, उन्हें खासकर बांग्लादेश में हुए जन विद्रोह पर अवश्य ही खुले दिमाग से विचार करना चाहिए।
हिटलरी नाजीवाद और बंगलादेश – एक तुलना

हिटलरी नाजीवाद और बंगलादेश – एक तुलना

बंगलादेश (पूर्वी बंगाल) में हिन्दुओं का सामूहिक, पर धीमा सफाया तब से चल रहा है जब बराक ओबामा स्कूल में पढ़ते थे। ईरान में शाह का सेक्यूलर शासन था।
ठहरो, आज दिन अच्छा बनाओं!

ठहरो, आज दिन अच्छा बनाओं!

जवाब देने से पहले आपको यह तय करना पड़ेगा कि आखिर जो दिन अच्छे गुज़रते हैं, वो दिन कैसे होते हैं? जो ज़िन्दगी अच्छी कटती है, वो ज़िंदगी कैसी...
भारत के लिए बांग्लादेश की घटनाएं गंभीर

भारत के लिए बांग्लादेश की घटनाएं गंभीर

भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में जो हुआ उसने कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। परंतु इन सब में एक अहम सवाल भारत और बांग्लादेश के संबंधों का...
मनीष को ज़मानत, भाजपा को टेंशन।

मनीष को ज़मानत, भाजपा को टेंशन।

भाजपा, प्रवर्तन निदेशालय(ईडी)और केन्द्रीय जाँच ब्यूरो( सीबीआई) को कोसा और खरी खोटी सुनाई और अब मनीष सिसोदिया ने भी खूब खरी खरी सुनाई इन तीनों को।
बुरी तरह सड़ गई है शिक्षा व्यवस्था

बुरी तरह सड़ गई है शिक्षा व्यवस्था

भारतीय शिक्षण व्यवस्था शिक्षा के लिए कम, नौकरियों की फैक्ट्रियां अधिक बन गई है। गुणवत्ता-विहीन शिक्षा के कारण अधिकांश युवा न केवल बेरोजगार रहते है
समाज तोड़ने के खतरे हज़ार

समाज तोड़ने के खतरे हज़ार

भारत की राजनीति में आज शिष्टता, विपक्षी के लिए सम्मान का भाव, भाषा की मर्यादा और नागरिक स्वतंत्रताओं का सम्मान हालिया वर्षों में विजातीय तत्व बनते चले गए हैं।
तुलसी की महिमा अपरंपार

तुलसी की महिमा अपरंपार

चित्रकूट के अस्सी घाट पर उन्होंने 1580 ईस्वी में महाकाव्य रामचरितमानस लिखना प्रारंभ किया। इस ग्रंथ को उन्होंने 2 वर्ष 7 महीने और 26 दिन में पूर्ण किया।
“सीजेरियेन डिलीवरी” फायदे या  नुकसान

“सीजेरियेन डिलीवरी” फायदे या नुकसान

जो प्राकृतिक वही सबसे अच्छा, चाहे भोजन हो या चाइल्ड बर्थ। इसके बाबजूद पढ़ी-लिखी शहरी आबादी में सीजेरियेन (सी-सेक्शन) डिलीवरी का चलन बढ़ रहा है।
तय है नरेंद्र भाई की मध्यावधि-विदाई

तय है नरेंद्र भाई की मध्यावधि-विदाई

एक बात तो तय है कि अगर तीन बरस बीतते-बीतते लोकसभा के मध्यावधि चुनाव होने की स्थिति नहीं आई तो 2029 का आम चुनाव नरेंद्र भाई मोदी की अगुआई...
नजूल विधेयक पर बवाल क्यों?

नजूल विधेयक पर बवाल क्यों?

इस बिल को विधान सभा में तो पास कर दिया गया परंतु उत्तर प्रदेश विधान परिषद में इसका भारी विरोध हुआ
राज्यसभा और विधानसभा उपचुनाव के लिए जोड़तोड़ शुरू

राज्यसभा और विधानसभा उपचुनाव के लिए जोड़तोड़ शुरू

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्यसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद रिक्त हुई
मौजूदा महाभारत में ‘अभिमन्यू’ बना भारत….?

मौजूदा महाभारत में ‘अभिमन्यू’ बना भारत….?

अकेला बंग्लादेश ही था, जिसने हमारी दोस्ती पर कभी शक नही किया, आज बदले हालातों में वह भी हमारे दुश्मनों की कतार में खड़ा नजर आ रहा है
यह कैसा विकास जो सभी तरह डुबो रहा!

यह कैसा विकास जो सभी तरह डुबो रहा!

देश में जगह-जगह इकोलॉजी या जीव-पारिस्थितिकी की आपदा बढ़ती जा रही हैं।
शताब्दी वर्ष में संघ की बढ़ी सक्रियता

शताब्दी वर्ष में संघ की बढ़ी सक्रियता

एक बार फिर संघ ने मध्य प्रदेश पर फोकस बढ़ा दिया है। भोपाल और इंदौर में चली बैठकों के बाद अब संघ फ़ोकस उन लोगों पर रहेगा जो समाज...
मंगलकारी मंगलस्वरूप शिव

मंगलकारी मंगलस्वरूप शिव

शिव का हलाहल पान करना इस बात का प्रतीक है कि वह विष समान कटुतर बातों को अपने कंठ से नीचे नहीं जाने देता।
अपनी ‘जात’ तो नहीं पता, आप की पता चल गई

अपनी ‘जात’ तो नहीं पता, आप की पता चल गई

‘जिन्हें अपनी जात नहीं पता’, उन्हें आप की जात तो पता चल गई हुज़ूर। मैं भी आप की जात को ले कर बहुत वक़्त ख़ुशफ़हमी में था।
अकेले कोचिंग सेंटर ही ज़िम्मेदार नहीं!

अकेले कोचिंग सेंटर ही ज़िम्मेदार नहीं!

यदि ऐसे हादसों को रोकना है तो देश में नियम बनाने की ज़रूरत है जहां नियमों के तहत ही कोचिंग सेंटर चल पाएँ मन माने तरीक़े से नहीं।
सनातन संस्कृति के संरक्षक है वृक्ष

सनातन संस्कृति के संरक्षक है वृक्ष

उनके औषधीय गुणों को परखकर अनेक पौधों को औषधीय पादपों के रूप में रोगों के उपचार के कार्य में लिया जाने लगा।
‘‘निंदक नियरे राखिए…’’ पर मोदी को भरोसा नहीं…?

‘‘निंदक नियरे राखिए…’’ पर मोदी को भरोसा नहीं…?

आज की सत्ता के अहम् के सामने इस कहावत या कविता की पंक्तियों का कोई महत्व नही है, किंतु यह याद रखना जरूरी है कि भारत के भविष्य के...
लोकसभा अध्यक्ष के विवाद और गरिमा

लोकसभा अध्यक्ष के विवाद और गरिमा

लोकसभा की सार्थकता और अपने पद की गरिमा के अनुरूप ओम बिरला जी को किसी सांसद को ये कहने का मौक़ा नहीं देना चाहिये कि उनका व्यवहार पक्षपातपूर्ण है।