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30-06-2025 Vol 19
संसार का कोतवाल बन गए दोस्त के नव-युग में

संसार का कोतवाल बन गए दोस्त के नव-युग में

इस साल 4 जून के बाद बेतरह लड़खड़ा गई नरेंद्र भाई की देहभाषा को 8 अक्टूबर को थोड़ा सहारा मिल गया था।
हॉरर, मिथ और सिनेमाई जादू

हॉरर, मिथ और सिनेमाई जादू

'तुम्बाड' देखना एक ऐसा अनुभव है, जो आपको डराता भी है, सोचने पर मजबूर भी करता है, और सिनेमाई स्तर पर गहरे तक छू जाता है।
श्रीकृष्ण और गोपाष्टमी पर्व

श्रीकृष्ण और गोपाष्टमी पर्व

श्रीकृष्ण ने गौचारण आरंभ किया और वह शुभ तिथि कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष अष्टमी की थी।
चुनाव आयोग को निष्पक्ष भी दिखाई चाहिए!

चुनाव आयोग को निष्पक्ष भी दिखाई चाहिए!

क्या चुनाव आयोग सभी धर्मों के धार्मिक व सांस्कृतिक कैलेंडर का संज्ञान नहीं लेता? क्या पर्वों की महत्ता का आकलन आयोग अपने मन से करता है?
स्त्री वेदना को व्यक्त करने वाली गायिका

स्त्री वेदना को व्यक्त करने वाली गायिका

गिरिजा देवी के बाद वह दूसरी गयिका थीं, जिन्हें हिंदी प्रदेश की जनता ने प्यार और सम्मान दिया था।
कोऊ नृप होंऊ हमें का हानि…?

कोऊ नृप होंऊ हमें का हानि…?

अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में चार साल बाद पुनः डोनाल्ड ट्रम्प का चुना जाना अपने आप में एक सुखद आश्चर्य है
पुराणों के महानायक सहस्रार्जुन

पुराणों के महानायक सहस्रार्जुन

कार्तवीर्य सहस्रार्जुन बहुत लोक प्रिय सम्राट थे। विश्व भर के राजा महाराजा मांडलिक, मंडलेश्वर आदि सभी अनुचर की भांति सम्राट सहस्रार्जुन के दरबार में उपस्थित रहते थे।
अमेरिका में डेमोक्रेटस और भारत में कांग्रेसी!

अमेरिका में डेमोक्रेटस और भारत में कांग्रेसी!

डेमोक्रेट हार के कारणों का विश्लेषण करेंगे। वहां के अख़बार भी करेंगे। न्यूज चैनल भी। समाज विज्ञानी भी।
छठ: अलौकिक माहात्म्य का महापर्व

छठ: अलौकिक माहात्म्य का महापर्व

जब सम्पूर्ण विश्व युद्ध के आतंक और मनुष्यता के विनाश के कगार पर खड़ा है। आतंकवाद निर्दोष मानवता के ऊपर बर्बरतापूर्ण व्यवहार करके डर और भय का वातावरण तैयार...
वैश्विक होता लोक आस्था का महापर्व

वैश्विक होता लोक आस्था का महापर्व

बिहार के श्रम साधक समाज ने देश ही नहीं विदेश तक सभी लोगों को सूर्योपासना के महान पर्व से परिचित कराया है।
जिन्ना मुरीद थे मुस्तफा कमाल के!

जिन्ना मुरीद थे मुस्तफा कमाल के!

खलीफत खात्मे के सौ साल होने पर इसके सबक से सब को शिक्षित करना चाहिए। .... मुस्तफा कमाल ने तुर्की संसद में कहा था, हमें हर हाल में नया...
प्रकृति के सम्मान का प्रतीक पर्व छठ

प्रकृति के सम्मान का प्रतीक पर्व छठ

पौराणिक मान्यतानुसार संतान प्रदाता और रक्षक के रूप में पूजी जाने वाली माता षष्ठी देवी को भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री माना गया है। इन्हें माता कात्यायनी भी कहा...
पटाखे पूरी तरह से बंद हो!

पटाखे पूरी तरह से बंद हो!

इस दीपावली पर पटाखे के कारण देश में जो कुछ हुआ हैं, उनमें से ज्यादातर में हिन्दू बनाम हिन्दू का मामला है।
न शर्म न हया: संविधान की रोज हत्या.?

न शर्म न हया: संविधान की रोज हत्या.?

इस तरह कुल मिलाकर आज की राजनीति से ‘जनसेवा’ का पूरी तरह लोप हो चुका है और वह पूरी तरह ‘स्व-सेवा’ बनकर रह गई है
तुर्की में मुल्ले-मौलवियों का खात्मा और गांधी का स्यापा

तुर्की में मुल्ले-मौलवियों का खात्मा और गांधी का स्यापा

मुस्तफा कमाल का स्पष्ट विचार था कि मजहब देश की आत्मा को जकड़ कर उसे फलने-फूलने से रोकता है।
गायत्री मंत्र के द्रष्टा महर्षि विश्वामित्र

गायत्री मंत्र के द्रष्टा महर्षि विश्वामित्र

भारत के सर्वाधिक प्रतिष्ठित ऋषि महर्षि विश्वामित्र ने न सिर्फ अपने ज्ञान और तपस्या के बल पर भारतीय धर्म और संस्कृति को समृद्ध किया, बल्कि अपनी साधना व तपस्या...
त्योहारों के दिन पर विवाद न बनाए

त्योहारों के दिन पर विवाद न बनाए

हमारे शास्त्रों में हर त्योहार के पीछे जो आधार हैं स्थापित हैं उन्हें सुविधानुसार तोड़-मरोड़ कर संशोधन करना सही नहीं है।
‘ट्रंप फोबिया’ के सहारे कमला हैरिस?

‘ट्रंप फोबिया’ के सहारे कमला हैरिस?

ट्रंप अपने समर्थक समूहों में उत्साह भरने में कामयाब हैं, जबकि स्विंग वोटर्स का भी बड़ा हिस्सा उनकी तरफ खिंचता दिखा है।
मंर्यादा और समरसता के पर्याय श्रीराम

मंर्यादा और समरसता के पर्याय श्रीराम

दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह 500 वर्षों के संघर्षपूर्ण इतिहास में पहली बार है, जब रामलला ने अपने भव्य मंदिर में दीपावली मनाई हैं।
दुश्मनों को अब नहीं छोड़ता है भारत

दुश्मनों को अब नहीं छोड़ता है भारत

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो अपनी दलगत राजनीति और सत्ता बचाए रखने की चिंता में एक के बाद एक कई गलतियां करते जा रहे हैं।
इंसानी जिजीविषा का नाम है ‘श्रीकांत’

इंसानी जिजीविषा का नाम है ‘श्रीकांत’

'श्रीकांत' एक बायोपिक है, जिसमे मनोरंजन के साथ साथ मोटिवेशन का भी एक संतुलित अनुपात है।
अगली दीवाली तक का प्रश्नपत्र

अगली दीवाली तक का प्रश्नपत्र

दीवाली आई। दीवाली चली गई। दीवाली फिर आएगी। दीवाली फिर चली जाएगी। पटाखों पर पाबंदी के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की हम ने कोई परवाह नहीं की।
अपना भी तआल्लुक है दिवाली से, तुम्हारे से !

अपना भी तआल्लुक है दिवाली से, तुम्हारे से !

दिवाली पर दिवाली के सिवा और क्या याद आता है? हालांकि समय बहुत खराब ला दिया है। दिवाली पर भी हिन्दू, मुसलमान कर रहे हैं।
प्रार्थना, कामना है महालक्ष्मी आए !

प्रार्थना, कामना है महालक्ष्मी आए !

भारत में प्राचीन काल से कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन स्वर्णमयी लक्ष्मी देवी की आराधना- उपासना की  परिपाटी है।
महाराष्ट्र-झारखंड चुनाव…नब्ज पर हाथ…?

महाराष्ट्र-झारखंड चुनाव…नब्ज पर हाथ…?

मोदी के तीसरे कार्यकाल की पहली ‘अग्नि परीक्षा’ नवम्बर माह में दो प्रमुख राज्यों महाराष्ट्र व झारखण्ड के विधान सभा चुनावों के साथ होने जा रही है।
दीपावली तक लोप्रोफाइल ही रहेगा चुनाव प्रचार

दीपावली तक लोप्रोफाइल ही रहेगा चुनाव प्रचार

प्रदेश में बुधनी और विजयपुर विधानसभा के उपचुनाव 13 नवंबर को होना है जिसके लिए दोनों ही प्रमुख दल पिछले कुछ महीनो से तैयारी कर रहे हैं
…तो हरियाणा हार फिर ईवीएम पर!

…तो हरियाणा हार फिर ईवीएम पर!

कांग्रेस फिर एक बार अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने को तैयार होती दिख रही है
प्रदेश में जीतू अब बने पटवारी से चीफ…

प्रदेश में जीतू अब बने पटवारी से चीफ…

मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी को आधी अधूरी ही सही दस महीने बाद अंततः 177 सदस्यीय टीम मिल ही गई।
रोजाना कितनी चीनी खाए?

रोजाना कितनी चीनी खाए?

मिठाई, आइसक्रीम, केक्स, कोल्ड ड्रिंक्स, कैंडी यहां तक कि चॉकलेट; सबकी मिठास के पीछे होती है शुगर।
बंटेंगे तो बचना मुश्किल है

बंटेंगे तो बचना मुश्किल है

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पांच अक्टूबर को महाराष्ट्र के ठाणे में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने देश के नागरिकों से एकजुट रहने की अपील की।
जो आतंकवाद से पीडित उसी पर ठिकरा!

जो आतंकवाद से पीडित उसी पर ठिकरा!

 आतंकवाद वर्तमान विश्व की एक बड़ी समस्या है और भारत सदियों से इसका शिकार। इसके खिलाफ सभ्य समाज को हर हाल में लड़ाई को जीतनी होगी।
ब्रिक्स में भारत की भूमिका बदली दिखी

ब्रिक्स में भारत की भूमिका बदली दिखी

कई वर्षों के बाद भारत इस बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भारत पूरे मनोयोग से भागीदारी करता नजर आया।
कैद में सोल्झेनित्सिन का आत्मसुधार

कैद में सोल्झेनित्सिन का आत्मसुधार

सोल्झेनित्सिन ने लिखा है कि ''आदमी पर घमंड उसी तरह सहज चढ़ता है जैसे सुअर पर चर्बी चढ़ती है।'' यानी अनायास। ...
विपक्षी गठरी का नंगधडंग जर्जरपन

विपक्षी गठरी का नंगधडंग जर्जरपन

नरेंद्र भाई की टोपी में अगर ईवीएम-फीवीएम तिकडमों का कोई खरगोश है भी तो इस हक़ीक़त से कैसे इनकार करें
धर्म वही जो आचरण में सदाचारी बनाए।

धर्म वही जो आचरण में सदाचारी बनाए।

मनुस्मृति में धर्म के अर्थों के संबंध में वृहद वर्णन अंकित है। धर्म शब्द धृञ् धारणे धातु से मन् प्रत्यय जोड़कर निष्पन्न होता है।
पंत और सरफराज की निडर बल्लेबाजी

पंत और सरफराज की निडर बल्लेबाजी

पंत और सरफराज ने सामने के ‘वी’ के अलावा पीछे के ‘वी’ में भी रन बनाने में कसर नहीं छोड़ी।
करोड़ों लोगों की पीड़ा, यंत्रणा की बीती का दस्तावेज

करोड़ों लोगों की पीड़ा, यंत्रणा की बीती का दस्तावेज

नाजी दस्ते केवल यहूदियों का खात्मा करते थे, और अपने संदिग्ध विरोधियों को।
प्रियंका का पहला ही चुनाव दक्षिण से

प्रियंका का पहला ही चुनाव दक्षिण से

कभी आरएसएस का नारा था गर्व से कहो हम हिन्दू हैं। देश भर की दिवारों पर लिखवाया गया था।
रूस तब नयी-नयी यंत्रणाओं की प्रयोगशाला था

रूस तब नयी-नयी यंत्रणाओं की प्रयोगशाला था

सोवियत व्यवस्था में विविध शहरों को कोटा देकर भी गिरफ्तारियाँ और दंड दिए जाते थे। फलाँ शहर या जिले में इतनी संख्या में 'जनता के दुश्मनों' को पकड़ना है।
परमेश्वर सबके कर्म को देखता- सुनता है

परमेश्वर सबके कर्म को देखता- सुनता है

व्यकित के कर्म को ईश्वर अवश्य ही देख रहा है, सुन रहा है। यह बात मानव मन में बैठी हुई है।
‘गुलाग आर्किपेलाग’ से दुनिया सिहर गई थी

‘गुलाग आर्किपेलाग’ से दुनिया सिहर गई थी

स्तालिन द्वारा देहातों पर इस उत्पीड़न में कुल मिलाकर एक करोड़ से अधिक जानें गईं!
‘हम’ उसी राह पर: सुप्रीम कोर्ट की सफाई…!

‘हम’ उसी राह पर: सुप्रीम कोर्ट की सफाई…!

भारत का सर्वोच्च न्यायालय अमेरिका जैस नही है, जहां मामले दशकों तक लम्बित रहते है, हमारी ओर से दिन में जितने मामलों का निराकरण होता है
उपचुनाव के लिए दोनों दलों के चेहरे सामने

उपचुनाव के लिए दोनों दलों के चेहरे सामने

प्रदेश में बुधनी एवं विजयपुर विधानसभा सीट के लिए दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित हो गए हैं।
विकास के नाम पर फर्जीवाड़ा और आंखे बंद!

विकास के नाम पर फर्जीवाड़ा और आंखे बंद!

उपग्रह सर्वेक्षणों से हर परियोजना के क्रियान्वयन पर पूरी नजर रखी जा सकती है और काफी हदतक चोरी पकड़ी जा सकती है।
उमर अब्दुला से क्या नई शुरूआत संभव?

उमर अब्दुला से क्या नई शुरूआत संभव?

बकौल मीडिया रिपोर्ट, चुनाव जीतने के तुरंत बाद उमर ने स्पष्ट कर दिया था, “हमें केंद्र के साथ समन्वय बनाकर चलने की जरूरत है।
कजान में टूटेंगी “तोते” की टांगें?

कजान में टूटेंगी “तोते” की टांगें?

अब यहां राक्षस की जगह पर अमेरिका और तोते की जगह पर अमेरिकी मुद्रा डॉलर को रख कर विचार करें।
महाराष्ट्र, झारखंड में हरियाणा दोहराया जाएगा

महाराष्ट्र, झारखंड में हरियाणा दोहराया जाएगा

कांग्रेस, श्री उद्धव ठाकरे और श्री शरद पवार का गठबंधन यानी महा विकास अघाड़ी लोकसभा चुनाव के नतीजों के आधार पर इस उम्मीद में है कि उसकी जीत हो...
प्रतिपक्षी अक़्ल‘मंदों’ की अद्भुत अंतर्दृष्टि

प्रतिपक्षी अक़्ल‘मंदों’ की अद्भुत अंतर्दृष्टि

दुनिया भर के देशों में भारतवंशी समाज ने दशकों के परिश्रम से राजनीतिक, कारोबारी और सांस्कृतिक प्रभाव हासिल किया है।