पाकिस्तान को कम आंकना बंद करें!
पाकिस्तान को कम मत आंकिए। मुनीर की कमान में वह महत्वाकांक्षा और ताक़त दोनों को फिर से हासिल कर रहा है। एक नया त्...
पाकिस्तान को कम मत आंकिए। मुनीर की कमान में वह महत्वाकांक्षा और ताक़त दोनों को फिर से हासिल कर रहा है। एक नया त्...
यों कहानी कुछ नहीं बदलेगी। यदि कुछ बदलेगा भी तो बस इतना कि दुनिया और गहरी अनिश्चितता में धंस जाएगी। ब्रिटेन, कनाडा और ऑस...
कॉमेडी, मजाक जब खामोश हो जाए तो क्या होगा? खासकर यदि सार्वजनिक जीवन से हास्य को कोड़ा मारकर बेदखल कर दिया जाए, तब? सबकु...
यह सवाल हर बार और ज़्यादा डरावना हो उठता है- आखिर बेंजामिन नेतन्याहू रूक क्यों नहीं रहे? बमबारी क्यों जारी रखते हैं? क्य...
नेपाल से उठा धुआँ भारत के सोशल मीडिया में सरक आया है। बुधवार की सुबह से जेन-जेड का नैरेटिव चर्चा में है। कहने वाले कह रह...
निठल्ले नौजवान जितने दिल्ली में हैं, उतने ही काठमांडू, ढाका, कोलंबो मतलब पूरे दक्षिण एशिया में हैं। इन निठल्लों ने दक्षि...
“परेशानी” कहे या ‘असुविधा’, यह शब्द हम भारतीयों के रोजाना का अनुभव है। हर व्यक्ति, हर घर, हर गली का स्थाई सच। भारत के ल...
इस साल का मानसून कोई मौसम नहीं बल्कि एक रहस्योद्घाटन है। भविष्य की भयावह चेतावनी है। बादलों के फटने और डूबते शहरों में ल...
वह महज तस्वीर नहीं थी। केवल एक रस्म नहीं थी। बल्कि भविष्यवाणी, आकाशवाणी की तरह गूंजी। फोटो के बीच में शी जिनपिंग, उनकी ...
कूटनीति गुपचुप मौन में होती है। पर इन दिनों भारत कूटनीति और सैन्य ऑपरेशन (आरपेशन सिंदूर) दोनों का एक सा प्रदर्शन कर रहा ...
हवा में थकान तैर रही है। जैसे उमस, नमी हर चीज़ से चिपक गई हो — राजनीति से लेकर अर्थव्यवस्था तक, और हमारी रोज़मर्रा की ज़...
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वह हो रहा है, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार एक के बा...
राजनीति और कूटनीति का मौसम चेतावनी नहीं देता। उसमें अचानक घटनाएं घटती है। पटकथा में अचानक मोड आता है और घटना विशेष पटकथा...
लंदन के द इकॉनोमिस्ट ने ठिक लिखा कि “यदि अमेरिका भारत को अलग-थलग करता है, तो यह उसकी ऐतिहासिक भूल होगी। जबकि भारत के लिए...
कुछ दिनों से मैं मुंबई में हूँ। यह महानगर उभरते भारत की झिलमिलाहट बतलाता हुआ है। काँच की इमारतें मानसून के आसमान को छूत...