नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान मोंथा का असर दिखने लगा है। कई राज्यों में भारी बारिश शुरू हो गई है। केरल में दो अलग अलग घटनाओं में दो लोगों की जान चली गई है। गौरतलब है कि केरल को सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले राज्यों में नहीं गिना जा रहा था। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल तूफान मोंथा से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले राज्य हैं। चक्रवाती तूफान मोंथा तेजी से पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा है।
मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। आंध्र प्रदेश डिजास्टर मैनेजमेंट के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि चक्रवाती तूफान मोंथा तट के करीब पहुंचना शुरू हो गया है। तटीय जिलों में बारिश और तेज हवा चल रही हैं। सोमवार को तूफान 20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तट की ओर बढ़ रहा था। तूफान के समुद्र तट से टकराने के समय तक हवा की रफ्तार एक सौ किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।
बताया गया है कि तूफान जिस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है वह 28 अक्टूबर की शाम या रात तक आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा तट से टकरा सकता है। इस बीच सोमवार को केरल में भारी बारिश और तेज हवाओं से निचले इलाकों में पानी भर गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने केरल के पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
उधर ओडिशा सरकार ने तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। राज्य के आठ जिलों मलकानगिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, रायगढ़, गजपति, गंजम, कालाहांडी और कंधमाल में 128 राहत टीमें तैनात की गई हैं। राज्य में सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र 30 अक्टूबर तक बंद कर दिए गए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवावर को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की और हालात का जायजा लिया। उधर तमिलनाडु मे चेन्नई और आसपास के तीन जिलों रानीपेट, तिरुवल्लूर और कांचीपुरम में भी भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। पश्चिम बंगाल में मंगलवार से शुक्रवार तक कई जिलों में भारी बारिश की आशंका है।


