नई दिल्ली। तीन दिन के सुधार के बाद सोमवार को राजधानी दिल्ली की हवा फिर जहरीली हो गई। रविवार को दिवाली की रात पाबंदी के बावजूद दिल्ली में चलाए गए पटाखों का असर सोमवार को दिल्ली की हवा पर देखने को मिला। रविवार की रात से ही हवा की गुणवत्ता बिगड़ने लगी थी और कई जगह वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई एक हजार तक चला गया था। दिल्ली में एक्यूआई तीन सौ से ऊपर चला गया है, जो खराब श्रेणी है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि अगर एक्यूआई गंभीर श्रेणी में यानी साढ़े चार सौ चला जाता है तो ऑड-ईवन योजना लागू करने पर विचार किया जाएगा।
बहरहाल, दिवाली के दिन यानी 12 नवंबर की सुबह एक्यूआई 202 रिकॉर्ड किया गया था, जो 13 नवंबर की सुबह तीन सौ से ऊपर चला गया। गौरतलब है कि दिल्ली में नौ और 10 नवंबर को बारिश हुई थी। इसके बाद हवा में प्रदूषण का स्तर करीब 50 फीसदी कम हो गया था। इसके अगले दो दिन दिल्ली में औसत एक्यूआई ढाई सौ से कम था। लेकिन दिवाली की रात आतिशबाजी की वजह से हवा की गुणवत्ता बिगड़ी और 13 नवंबर सुबह कई जगह गंभीर से खराब श्रेणी में पहुंच गई।
दिवाली के अगले दिन यानी सोमवार को सुबह छह बजे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में रियल टाइम एक्यूआई नौ सौ से ऊपर था। लाजपत नगर में यह साढ़े नौ सौ से ऊपर था और करोल बाग में करीब आठ सौ दर्ज किया गया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट की पाबंदी के बावजूद दिवाली के दिन राजधानी सहित पूरे एनसीआ में खूब आतिशबाजी हुई। इसकी वजह से एक्यूआई चार गुना से भी ज्यादा बढ़ गया और पूरी दिल्ली के आसमान पर धुंध और धुएं की चादर छा गई।
इस तरह बेमौसम बारिश से जो सुधार हुआ था वह खत्म हो गया और दिवाली के बाद दिल्ली की हवा वैसी ही हो गई, जैसी पिछले साल थी। पिछले साल यानी 2022 में दिवाली के बाद दिल्ली में एक्यूआई 312 दर्ज की गई थी। इस साल भी यह तीन सौ के ऊपर पहुंच गई है। दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए और प्रदूषण कम करने के लिए लागू किए गए कई उपाय अब भी लागू रहेंगे। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने सोमवार से गाड़ियों के लिए ऑड-इवन की योजना लागू करने की घोषणा की थी, लेकिन बारिश की वजह से हवा की गुणवत्ता सुधरने पर इसे टाल दिया गया। प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों में 20 नवंबर तक सर्दियों की छुट्टियां कर दी गई हैं और निर्माण कार्य वगैरह पर पाबंदी लगा दी गई है।