nayaindia vande bharat khajuraho मोदी-विष्णु की खजुराहो को सौगात ' वंदे भारत'

मोदी-विष्णु की खजुराहो को सौगात ‘ वंदे भारत’

vande bharat khajuraho
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भोपाल। खजुराहो… अपने अद्भुत मंदिरों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात ऐतिहासिक नगरी …खजुराहो.. बुंदेलखंड की पर्यटन नगरी और आन-बान-शान…खजुराहो उस बुंदेलखंड का हिस्सा जहां पलायन एक बड़ी समस्या…खजुराहो…जिस सीट का प्रतिनिधित्व संसद में प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा करते हैं.. खजुराहो.. vande bharat khajuraho

जो बरसो तक विकास की राह देखता रहा लेकिन अब वहां हालात तेजी से बदल रहे हैं…जी हां इसी खजुराहो को मिलने जा रही है एक बड़ी सौगात… वंदे भारत एक्सप्रेस…देश की शान और प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा अब बुंदेलखंड का खजुराहो भी बनने जा रहा है….12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हजरत निजामुद्दीन से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे..

जहां से उत्तर प्रदेश के कई स्टेशनों को पार कर आधुनिक ट्रेन वंदे भारत एमपी के टीकमगढ़ और छतरपुर होते हुए खजुराहो पहुंचेगी..वहीं खजुराहो स्टेशन से बीजेपी के शुभंकर प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सीट से ही सांसद वीडी शर्मा और केन्द्रीय मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार इस ट्रेन को दिल्ली के लिए रवाना करेंगे..पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट यानि वंदे भारत जो कई सुविधाओं से लैस अत्याधुनिक ट्रेन है..

भाजपा की मंडी में सुरेश पचौरी!

अब देश विदेश के पर्यटकों को दिल्ली से वाया यूपी होते हुए खजुराहो तक पहुंचाएगी.. यकीनन इस ट्रेन की खजुराहो और बुंदेलखंड को बड़ी दरकार थी.. लंबे समय से इस ट्रेन की मांग भी हो रही थी.. और अपने संसदीय क्षेत्र की जनभावनाओं को पूरा करने के लिए सांसद विष्णुदत्त शर्मा के प्रयास रंग लाए.. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के समय चुनाव सहप्रभारी रहे केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से जबरदस्त ट्यूनिंग रही.. भाजपा की शानदार जीत में इन दोनों राजनेताओं की बड़ी भूमिका रही.. लिहाजा सांसद वीडी शर्मा के आग्रह पर रेल मंत्री वैष्णव ने दिल्ली खजुराहो वंदे भारत ट्रेन की सौगात देने पर मुहर लगा दी.. लिहाजा वीडी शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस ट्रेन के लिए ह्रदय से धन्यवाद दिया और कहा कि इस ट्रेन खजुराहो के विकास में बहुत मदद मिलेगी… vande bharat khajuraho

हालांकि ये पहला मौका नहीं जब वीडी शर्मा अपने संसदीय क्षेत्र के लिए दिल्ली से सौगात लाएं हों.. प्रदेश अध्यक्ष जैसा बड़ा दायित्व संभालने के बाद भी वीडी ने अपने संसदीय क्षेत्र के हितों का पूरा ख्याल रखा.. बुंदेलखंड के लिए गेम चेंजर साबित होने वाली केन-बेतवा लिंक परियोजना की सौगात कभी भी मिल सकती है…..इसके अलावा खजुराहों के लिए हवाई सेवा की कनेक्टिविट बढ़ाई जा रही है…अंचल के कई जिलों में नेशनल हाइवे के साथ फोरलेन सड़कों का जाल बिछने से आवागमन और सुगम हो गया है..खजुराहो रेलवे स्टेशन का कायाकल्प हो रहा है.. छतरपुर में चार पीएमश्री स्कूल स्वीकृत हो चुके हैं जबकि पन्ना में 4 पीएमश्री स्कूलों की कार्ययोजना भी सरकार को भेजी गई है.. vande bharat khajuraho

भारत अब डेमोक्रेसी नहीं?

यानि क्षेत्र का चौतरफा विकास हो रहा है.. बड़ी बात ये कि पहले जिस बुंदेलखंड का नाम सामने आते ही किसी पिछड़े इलाके…पानी को तरसते लोग.. उद्योग-रोजगार विहीन क्षेत्र की तस्वीर सामने आती थी.. वो नजरिया अब बदल चुका है.. बाकी प्रदेश के साथ बुंदेलखंड भी विकास के पथ पर चलने लगा है.. सिर्फ खजुराहो के मंदिर ही नहीं बल्कि अलग अलग धरोहरों के जरिए इस अंचल का नया स्वरुप सामने आने लगा है.. पन्ना टाइगर रिजर्व हो या ओरछा के रामराजा सरकार या अन्य दर्शनीय, ऐतिहासिक, धार्मिक स्थल.. इनके जरिए बुंदेलखंड में रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं.. और इस पूरी कवायद में वीडी शर्मा जैसे जनप्रतिनिधि बड़ी अहम भूमिका निभा रहे हैं..

वीडी के नेतृत्व कौशल का लोहा 2023 के चुनाव में हर किसी ने माना.. जिन्होंने अपनी आक्रामक शैली के जरिए हमेशा फ्रंटफुट पर रहकर एक कठिन चुनाव के बावजूद पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश बरकरार रखा.. वीडी शर्मा ने बूथ प्रबंधन के जरिए वोट परसेंट में जबरदस्त इजाफा कराया.. वीडी शर्मा की इस काबिलियत को भाजपा के चाणक्य अमित शाह बहुत पहले ही पहचान चुके थे..और तभी तो 2019 के चुनाव के समय ही उन्होंने वीडी शर्मा के लिए बहुत बड़ी बात कही थी.. शाह ने कहा था कि वीडी भविष्य के बड़े नेता बनने वाले हैं.. तब शायद किसी ने इस बात पर गौर न किया हो लेकिन वीडी शर्मा ने शाह के भरोसे पर खरा उतरकर उनकी भविष्यवाणी को सही साबित किया..वीडी शर्मा ने प्रदेश संगठन की कमान संभाली ही थी कि सत्ता परिवर्तन जैसा बड़ा दौर सामने आया था.. vande bharat khajuraho

श्रीनगर में मोदी ने बताई सच्चाई!

तब कांग्रेस के एक धड़े के भाजपा में समाहित होने की प्रक्रिया आसान नहीं थी.. लेकिन वीडी ने उन परिस्थितियों को बाखूबी हैंडल किया..वीडी ने शुरु से आक्रामक शैली की राजनीति की.. कमलनाथ पर सधे वार तो दिग्विजय से उनकी सीधी तकरार खूब सुर्खियों में रही.. कांग्रेस के उम्र और अनुभव दोनों में वरिष्ठ नेता तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने बयानों से वीडी शर्मा को कमतर दिखाने की कोशिश की…लेकिन वीडी ने भी नाथ को दिखा दिया कि राजनीति में उम्र अनुभव से ज्यादा जी तोड़ मेहनत और रणनीतिक कौशल काम आता है.. वीडी शर्मा अपने बयानों और भाषणों से जहां कार्यकर्ताओं में नई उर्जा का संचार करते हैं.. तो विपक्ष पर भी वे हमेशा हमलावर की भूमिका में नजर आते हैं..

यानि कांग्रेस पर पलटवार का वे कोई मौका नहीं छोड़ते.. इसका नतीजा ये हुआ कि वीडी शर्मा कार्यकर्ताओं में वीडी भाईसाब के नाम से लोकप्रिय हो चुके हैं.. वीडी की उपलब्धियों की दास्तान जब पीएम मोदी तक पहुंची तो मोदी ने भरे मंच पर वीडी शर्मा की प्रशंसा में उनकी पीठ थपथपाई थी.. ये साधारण बात नहीं थी.. इसीलिए जब प्रदेश में भाजपा की बंपर जीत हुई और कोई पार्टी का सीएम फेस तय नहीं था.. तब तमाम दावेदारों में वीडी शर्मा का नाम भी शामिल था.. लेकिन शायद वीडी का शर्मा यानि ब्राह्मण होना ही उनके कुर्सी तक पहुंचने में बाधा बना..

क्योंकि उस समय ओबीसी सीएम देना वक्त का तकाजा था.. खैर वीडी हमेशा आगे की सोचते हैं.. तभी तो विधानसभा की जीत का जश्न मनाने की बजाय वे लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए और भाजपा के गांव गांव चलो अभियान के जरिए उन्होंने कार्यकर्ताओं को देश के चुनाव के लिए तैयार करना शुरु कर दिया.. वीडी स्वयं कांग्रेस के दिग्गज नेता राजा दिग्विजय के गढ़ राघौगढ़ में रात बिताने पहुंचे..और वहां जिस अंदाज में वीडी का स्वागत सत्कार हुआ..

अखिलेश यादव की अच्छी, सयंत भाषा

उससे वीडी की लोकप्रियता का अंदाजा हो गया.. शायद इसीलिए जब मध्यप्रदेश में चुनाव के लिए प्रत्याशियों की तलाश शुरु हुई तो वीडी शर्मा कई सीटों से पैनल में शामिल थे.. हालांकि पार्टी ने उन्हें एक बार फिर खजुराहो से मैदान में उतार दिया है.. जहां कांग्रेस की बजाय समाजवादी पार्टी से उनका मुकाबला होना है..

वीडी के लिए खजुराहो जीतना अब बड़ी बात नहीं रह गई.. चुनौती है प्रदेश की 29 सीटों की विजय माला पीएम मोदी को पहनाना.. और अगर ऐसा संभव हो गया.. तो वीडी का प्रमोशन होना तय है..कोई शक नहीं वो प्रमोशन केन्द्रीय मंत्री का पद होगा..
वीडी शर्मा जैसे चेहरे ही भाजपा का भविष्य हैं.. जो मोदी शाह और नड्डा के हर क्राइटेरिया में फिट बैठते हैं.. अब लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा में बड़ै पैमाने पर बदलाव होने हैं.. राष्ट्रीय स्तर पर भी और प्रादेशिक स्तर पर भी.. केन्द्र के कई चेहरे प्रदेश की राजनीति में आ चुके हैं तो अब तक प्रदेश की सियासत कर रहे चेहरों को केन्द्र में मौका मिलने जा रहा है.. लिहाजा देखना दिलचस्प होगा कि 2020 में भाजपा के शुभंकर बनकर आए वीडी शर्मा के राजनीतिक सफर में 2024 के नतीजे किस नई मंजिल की राह खोलेंगे…

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