इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी यानी आईएईए ने इस बात से इनकार किया है कि पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने से लीकेज हुई है। ध्यान रही यही अंतरराष्ट्रीय एजेंसी दुनिया भर के परमाणु ठिकानों की मॉनिटरिंग और सुरक्षा का जिम्मा संभालती है। उसको यह स्पष्टीकरण इसलिए देना पड़ा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए चार दिन के सीमित युद्ध के बाद यह खबर तेजी से फैली थी कि भारत ने पाकिस्तान के किराना हिल्स पर स्थित परमाणु ठिकाने को निशाना बनाया है और इस हमले में परमाणु फैसिलिटी को नुकसान पहुंचा है।
यह बात इतनी फैली की सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में सवाल पूछा गया। बड़े विनोदपूर्ण ढंग से सेना ने इस सवाल को टाल दिया। सेना की ओर से पत्रकार को कहा गया कि ‘आपने अच्छा किया जो बता दिया कि किराना हिल्स पर पाकिस्तान का परमाणु ठिकाना है, हमें इस बारे में जानकारी नहीं थी’।
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आईएईए का पाकिस्तान परमाणु लीक इनकार
लेकिन इससे अफवाहें खत्म नहीं हुईं। ध्यान रहे अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की खबरें भारत ने सूत्रों के हवाले से बताई तो उसमें भी कहा गया कि वेंस ने विश्वसनीय सूचनाओं के आधार पर मोदी को बताया कि युद्ध नाटकीय तरीके से बढ़ सकता है। इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा कि उन्होंने परमाणु युद्ध रूकवाया और लाखों लोगों को मरने से बचाया। उनकी बात में इशारा था कि दोनों देश परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने जा रहे थे।
कहा जा रहा था कि भारत के मिसाइल हमले के बाद पाकिस्तान की परमाणु फैसिलिटी को नुकसान पहुंचा है, जिसके बाद उधर से जवाबी कार्रवाई की तैयारी हो रही थी। यह भी कहा जा रहा था कि इसी वजह से आननफानन में सीजफायर की सहमति बनी। पता नहीं सच क्या है लेकिन आईएईए की घोषणा से कुछ स्पष्टता आई है।