कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी अचानक बहुत सक्रिय हो गई हैं। वे संसद की कार्यवाही में हिस्सा ले रही हैं और संसद परिसर में विपक्षी पार्टियों के प्रदर्शन में शामिल भी हो रही हैं। बुधवार को विपक्षी पार्टियों ने बजट प्रावधानों में राज्यों से भेदभाव का आरोप लगाते हुए संसद के परिसर में प्रदर्शन किया तो सोनिया गांधी भी उसमें शामिल हुईं। संसद के पिछले यानी 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में भी संसद परिसर में विपक्ष के प्रदर्शन में सोनिया गांधी शामिल हुई थीं। उस समय विपक्ष नीट यूजी की परीक्षा की गड़बड़ियों पर चर्चा कराने की मांग कर रहा था और इसके लिए कई सांसदों ने कामरोको प्रस्ताव दिया था लेकिन आसन की ओर से यह कह कर प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के बीच ऐसा प्रस्ताव नहीं आ सकता है।
बहरहाल, सोनिया गांधी ने जब से राहुल गांधी को कमान सौंपी थी, तब से उन्होंने सक्रियता बहुत कम कर दी थी। उनकी सेहत भी ऐसी नहीं थी कि वे राजनीतिक गतिविधियों में ज्यादा सक्रिय हों। लेकिन 18वीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अच्छा प्रदर्शन करने और उसके सांसदों की संख्या 99 पहुंच जाने के बाद वे भी सक्रिय हो गई हैं। राहुल गांधी की सक्रियता भी पहले से बढ़ गई है। तभी यह सवाल उठ रहा है कि सोनिया गांधी की सेहत की समस्या खत्म हो गई है या किसी राजनीतिक कारण से वे सक्रियता दिखा रही हैं? यह भी कहा जा रहा है कि वे मजबूत हुई विपक्षी पार्टियों के साथ बेहतर समन्वय के लिए वे संसद में मौजूद रह रही हैं। यह थोड़े दिन की बात है।