ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में संक्रमण का समय चल रहा है। कांग्रेस छोड़ कर उनके साथ आए तमाम पुराने नेता एक एक करके रिटायर हो रहे हैं या किनारे किए जा रहे हैं। ममता के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में नए नेता कमान संभाल रहे हैं। अभिषेक को लोकसभा में पार्टी का नेता बना दिया गया है। वे लोकसभा में भाजपा, कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के बाद चौथी सबसे बड़ी पार्टी के नेता बन गए हैं। अभी तक सुदीप बंदोपाध्याय यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। सेहत के हवाले उनको पद से हटा दिया गया है। अभिषेक के लोकसभा में नेता बनने के बाद दूसरा बड़ा बदलाव मुख्य सचेतक का हुआ।
तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी थे। उन्होंने इस्तीफा दे दिया है और उनकी जगह काकोली घोष दस्तीदार को मुख्य सचेतक बनाया गया है। कुछ दिन पहले ही उनको सांसदों के साथ समन्वय की जिम्मेदारी दी गई थी। ध्यान रहे पार्टी के एक अन्य दिग्गज नेता मुकुल रॉय पहले ही रिटायर हो चुके हैं। वे थोड़े दिन के लिए भाजपा में भी गए थे लेकिन फिर तृणमूल कांग्रेस में लौट गए। पार्टी के सबसे बुजुर्ग नेताओं में से एक सौगत राय भी अब बहुत सक्रियता से संसदीय कामकाज में हिस्सा नहीं लेते हैं। दिनेश त्रिवेदी पहले ही पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं। सो, अब ममता की पार्टी अपेक्षाकृत युवा नेताओं के हाथ में है, जो अभिषेक के साथ चलेंगे। अभिषेक बनर्जी से लेकरर महुआ मोइत्रा तक नए नेता पार्टी की कमान संभाल रहे हैं।