Uddhav Thackeray

  • उद्धव क्या गडकरी से मिलेंगे?

    महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिव सेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे दिल्ली आ रहे हैं। वे राहुल गांधी की ओर से बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक में हिस्सा लेंगे। राहुल ने सात अगस्त को बैठक बुलाई है। लंबे अरसे बाद ‘इंडिया’ ब्लॉक की एक बड़ी बैठक होने जा रही है। यह बैठक राहुल गांधी के नए बंगले पांच, सुनहरी बाग लेन में होगी। कई लोग इसको राहुल के नए बंगले का गृह प्रवेश भी बता रहे हैं और मीटिंग को गृह प्रवेश का भोज कह रहे हैं। जो हो लेकिन इस बार की मीटिंग में विपक्षी गठबंधन के...

  • ठाकरे परिवार की एकता मजबूत हो रही है

    बाल ठाकरे का परिवार सिर्फ राजनीतिक स्तर पर ही नहीं बिखरा था, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर भी बिखर गया था। राजनीतिक कारणों से ही ऐसा हुआ था और अब राजनीतिक कारणों से ही परिवार की एकता भी बन रही है। पिछले दिनों उद्धव ठाकरे का 65वां जन्मदिन मनाया गया तो उसमें शामिल होने के लिए राज ठाकरे मातोश्री पहुंचे। वे छह साल के बाद मातोश्री गए थे। एक समय पूरा परिवार वही रहता था और मुंबई पर राज करता था। लेकिन उद्धव ठाकरे को शिव सेना की कमान देने के बाद सब बिखर गया। राज ठाकरे को मातोश्री...

  • फड़नवीस, शिंदे और उद्धव की राजनीति

    महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की राजनीति की परतें खुल नहीं रही हैं। किसी को समझ में नहीं आ रहा है कि परदे के पीछे क्या चल रहा है। सामने जो हो रहा है उसे लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन एक तरफ उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री फड़नवीस के प्रति सद्भाव दिखा रहे हैं, उनसे मिल रहे हैं तो दूसरी ओर भाजपा की केंद्र सरकार पर हमला भी कर रहे हैं। उनका ताजा बयान पहलगाम कांड को लेकर है। उन्होंने कहा कि पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर के बाद...

  • उद्धव की राजनीति से कांग्रेस भी परेशान

    ऐसा नहीं है कि उद्धव ठाकरे की राजनीति से सिर्फ सत्तारूढ़ गठबंधन यानी महायुति में टकराव बढ़ा है। उद्धव की राजनीति के कारण विपक्षी गठबंधन यानी महाविकास अघाड़ी में भी उथल पुथल मची है। कांग्रेस पार्टी अलग परेशान है कि उद्धव के साथ तालमेल को आगे बढ़ाया जाए या उसे विराम दिया जाए। कांग्रेस को परेशानी इस बात से नहीं है कि उद्धव ठाकरे पिछले कुछ दिनों से लगातार मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मिल रहे हैं और दोस्ती बढ़ा रहे हैं। इसमें कोई परेशान होने की बात नहीं है, जब तक वे भाजपा का विरोध करते हैं और केंद्र सरकार...

  • सीएम फड़नवीस से मिले उद्धव

    मुंबई। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपनी तरफ आ जाने को कहा था और उसके बाद गुरुवार को उद्धव की फड़नवीस से मुलाकात हुई है। उद्धव ने विधान परिषद के सभापति राम शिंदे के कक्ष में देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात की। करीब आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में उद्धव के बेटे और वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। चूंकि यह मुलाकात फड़नवीस के ओर से उद्धव को दिए ऑफर के एक दिन बाद हुई है इसलिए राजनीतिक अटकलें शुरू हो गई हैं। हालांकि बताया जा रहा है...

  • भाषा, जाति, धर्म पर गुंडागर्दी का गौरवगान

    देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने ‘मराठी विजय रैली’ की। इस रैली पर पूरे देश की नजर थी क्योंकि इससे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बदलाव का संकेत मिल रहा था। कम से कम मुंबई की राजनीति तो निश्चित रूप से बदलती दिख रही है। इस राजनीतिक बदलाव के केंद्र में भाषा का विवाद है। यह बहुत पुराना विवाद है। कम से कम 75 साल पहले जब देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भाषा के नाम पर राज्यों के विभाजन की मांग ठुकरा दी...

  • उद्धव ने राज ठाकरे को संजीवनी दे दी

    जिस तरह से 2015 में नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद, उनकी पार्टी और परिवार को संजीवनी दी थी उसी तरह महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई राज ठाकरे को दी है। हो सकता है कि इसका कुछ फायदा उद्धव ठाकरे को भी हो लेकिन राजनीति के हाशिए से भी धकेल कर बाहर कर दिए गए राज ठाकरे का पुनर्जीवन हो गया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के लोगों ने राज ठाकरे की विभाजनकारी राजनीति को पूरी तरह से खारिज कर दिया था। गैर मराठी लोगों पर हमले या हिंदुत्व की राजनीति का उनका प्रयास पूरी तरह से नाकाम रहा...

  • हिंदी का विरोध अब व्यर्थ है

    कंधार से लेकर कन्याकुमारी और कच्छ से लेकर कामरूप तक— अधिकांश स्थानों पर हिंदी किसी न किसी रूप में विद्यमान है और संपर्क भाषा का काम करती है। इसका बहुत बड़ा श्रेय हिंदी फिल्मों को जाता है, जिसका केंद्र महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई है। हिंदी सहित सभी भाषाएं समाज को जोड़ती है। परंतु कुछ स्वार्थी, संकीर्ण और औपनिवेशिक मानसिकता से ग्रस्त राजनीतिज्ञ— भाषा का उपयोग समाज को बांटने और घृणा फैलाने के लिए करते है। यह एक विचित्र पहेली है कि हिंदी पढ़ने से स्वयं की पहचान खतरे में पड़ जाती है, लेकिन अंग्रेजी का अध्ययन करते समय ऐसी कोई...

  • 20 साल बाद एक मंच पर उद्धव और राज ठाकरे

    मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को कई सालों के बाद एकसाथ मंच साझा किया। इस रैली को लेकर शिवसेना (यूबीटी) की पूर्व मेयर और प्रवक्ता किशोरी पेडनेकर का बयान आया। उन्होंने इसे खुशी का दिन बताया।  शिवसेना (यूबीटी) की प्रवक्ता किशोरी पेडनेकर ने बात करते हुए कहा हमें बहुत खुशी और आनंद महसूस हो रहा है। आज मनसे और शिवसैनिकों का मिलन हो रहा है और ये हमारे लिए खुशी का दिन है। जब हम दोनों अलग थे तो हम अपने मुद्दों और विजन के अनुसार अपना कार्य कर...

  • सियासत के चक्रव्यूह में

    महाराष्ट्र का घटनाक्रम मिसाल है कि पहचान की सियासत कैसे वहां भी विवाद खड़े कर देती है, जहां इसकी जड़ें मौजूद नहीं होतीं। ऐसे विवाद आज भारत में आम जन को आपस में जोड़ने वाले हर पहलू की बलि ले रहे हैं।    महाराष्ट्र में हिंदी सियासत के चक्रव्यूह में फंस गई है। जोड़ने वाली ये भाषा वहां एक विभाजन रेखा बन गई है। वहां के सियासी समूहों में सबकी रुचि माहौल को अधिक से अधिक गरमाए रखने में है, वरना मेल-मिलाप से मसले को हल कर लेना कठिन नहीं होता। महाराष्ट्र में कभी हिंदी विरोध मजबूत मुद्दा नहीं रहा। विडंबना...

  • उद्धव और राज ठाकरे साझा रैली करेंगे

    मुंबई। महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे नजदीक आ गए हैं और भाषा के सवाल पर साझा रैली करने जा रहे हैं। पहली कक्षा से ही हिंदी भाषा को स्कूलों में शामिल करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले के खिलाफ उद्धव और राज ठाकरे पांच  जुलाई को मुंबई में साझा रैली करेंगे। इससे पहले उद्धव ने छह जुलाई को और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने सात जुलाई को रैली निकालने का ऐलान किया था। एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने इस मुद्दे पर उद्धव व राज ठाकरे को समर्थन दिया है। पवार ने कहा,...

  • उद्धव को तालमेल से रोकने की कोशिश

    महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे राजनीतिक ध्रुवीकरण तेज हो रहा है। यह साफ दिख रहा है कि उद्धव ठाकरे अपने चचेरे भाई राज ठाकरे से तालमेल करना चाहते हैं। तालमेल की शर्तें क्या होंगी इस पर चर्चा चल रही है। हालांकि ऐसा नहीं है कि राज ठाकरे की पार्टी बहुत बड़ी या लोकप्रिय है। संसद या विधानमंडल या महानगरपालिका कहीं भी उनका एक भी सदस्य नहीं है। फिर भी उद्धव को लग रहा है कि ठाकरे परिवार के एक होने से मुंबई की जनता में एक मैसेज जाएगा और परिवार वापस मुंबई...

  • उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र चुनाव पर राहुल गांधी के दावों का किया समर्थन

    महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ से 'मैच फिक्सिंग' के आरोप लगाने के बाद शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। शिवसेना ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी में एक बहुत बड़ा और खतरनाक राक्षस 'अगिया वेताल' प्रवेश कर गया है। ठाकरे खेमे ने कहा कि राहुल गांधी ने भाजपा और चुनाव आयोग के भ्रष्ट गठजोड़ को उजागर किया है। इस वजह से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जैसे नेताओं का ‘मेकअप’ उतर गया है। दूसरों के दोष निकालने से पहले उन्हें अपने चेहरे को आईने में देखना चाहिए। अब उनका मेकअप पूरी तरह से उतर...

  • उद्धव ने दिया राज ठाकरे से तालमेल का संकेत

    मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे से तालमेल के संकेत दिए हैं। पिछले कई दिनों से दोनों पार्टियों की ओर से इसके संकेत दिए जा रहे थे लेकिन पहली बार उद्धव ने इतना स्पष्ट संकेत दिया है। उद्धव ने तालमेल की अटकलों के बीच शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र की जनता जो चाहेगी, वही होगा। हालांकि, उद्धव ठाकरे ने इस सवाल को टाल दिया कि क्या उनकी पार्टी और मनसे के बीच किसी तरह की बातचीत चल रही है। उद्धव ठाकरे से मुंबई में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस...

  • उद्धव ठाकरे ने ‘सीज फायर’ को लेकर उठाए सवाल

    मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) ने भारत-पाक संघर्ष में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'हस्तक्षेप' और संघर्ष विराम की घोषणा पर संदेह किया है। मुखपत्र सामना में पार्टी के मुखिया उद्धव ठाकरे ने तीखा प्रहार करते हुए पूछा है क्या कोई सौदा हुआ है? उन्होंने सीधा सवाल किया कि आखिर ट्रंप को ये हक किसने दिया? संपादकीय में लिखा है- भारत एक संप्रभु एवं स्वतंत्र राष्ट्र है। किसी भी बाहरी राष्ट्र को हमारे राष्ट्र के मामलों में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है, लेकिन अमेरिका के प्रेसिडेंट ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष में हस्तक्षेप किया है और भारत ने ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव...

  • मजबूरी में विपक्ष के साथ उद्धव की पार्टी

    वक्फ संशोधन बिल पर उद्धव ठाकरे की शिव सेना बड़ी दुविधा में रही। उद्धव की पार्टी के लिए किसी भी मसले पर मुसलमानों के पक्ष में खड़ा होना उनकी पारंपरिक राजनीति के लिहाज से थोड़ा मुश्किल है। उनकी विरोधी पार्टियों खास कर भाजपा और एकनाथ शिंदे की शिव सेना को उनकी दुविधा का अंदाजा था। इसलिए महाराष्ट्र भाजपा के और शिंदे की पार्टी के सांसदों ने इस दुखती रग पर चोट किया। मजबूरी में विपक्ष उन्होंने उद्धव की पार्टी को ललकारा और बाला साहेब ठाकरे के मूल्यों की याद दिलाई। तभी लोकसभा में पार्टी के नेता अरविंद सावंत ने पार्टी...

  • उद्धव की पार्टी को क्या नेता विपक्ष का पद?

    पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिव सेना ने महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर दावेदारी की है। 288 सदस्यों की महाराष्ट्र विधानसभा में शिव सेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे के 20 विधायक हैं। आमतौर पर नेता प्रतिपक्ष के लिए विधायकों की कुल संख्या के 10 फीसदी के बराबर संख्या चाहिए होती है। इस लिहाज से महाराष्ट्र में नेता प्रतिपक्ष पद हासिल करने के लिए 29 विधायकों की जरुरत है। पहले कहा जा रहा था कि उद्धव की पार्टी के साथ साथ शरद पवार की पार्टी और कांग्रेस को मिला कर 46 विधायक हैं और चूंकि महा विकास अघाड़ी...

  • ठाकरे के गढ़ कोंकण में क्या फिर लगेगी सेंध

    Uddhav Thackeray : शिवसेना (यूबीटी) कोंकण क्षेत्र में जहां डैमेज कंट्रोल करने में जुटी है, वहीं इस क्षेत्र में पार्टी के अंदर मची खींचतान रुकने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व विधायक राजन साल्वी के बाद मौजूदा विधायक भास्कर जाधव भी शिवसेना (यूबीटी) से नाराज बताए जा रहे हैं। (Uddhav Thackeray) भास्कर जाधव इस समय कोंकण क्षेत्र में अपनी पार्टी के एकमात्र चेहरे हैं। ज्ञात हो कि 13 फरवरी को रत्नागिरी जिले के पूर्व विधायक राजन साल्वी ने शिवसेना (यूबीटी) पार्टी छोड़कर शिंदे गुट ज्वाइन कर लिया था, जिसके बाद पार्टी उनके नजदीकी नेताओं पर कार्रवाई कर रही है।...

  • शरद पवार, उद्धव ठाकरे पर शाह का हमला

    Amit Shah: महाराष्ट्र उद्धव ठाकरे की शिव सेना और शरद पवार की एनसीपी के नेताओं द्वारा भाजपा से नजदीकी बढ़ाने और मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की तारीफ किए जाने की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे पर बड़ा हमला किया है। अमित शाह ने शरद पवार पर विश्वासघात की राजनीति करने का आरोप लगाया और साथ ही उद्धव ठाकरे के बारे में कहा कि उन्होंने झूठ फरेब करके सरकार बनाई थी। शाह के इस हमले से उद्धव की पार्टी की भाजपा से करीबी और शरद पवार की पार्टी के अजित पवार के साथ...

  • ठाकरे ने सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग की

    नागपुर। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हारने के बाद पहली बार उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सावरकर पर हमला किया था। उसके बाद उद्धव ठाकरे का सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग करना महा विकास अघाड़ी की पार्टियों के बीच आए तनाव का संकेत है। हालांकि पहले भी कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की पार्टी के बीच सावरकर को लेकर अलग अलग राय रही है। बहरहाल, उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस...

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