Friday

01-08-2025 Vol 19
किसी भी राज्य में भाजपा का 2019 रिपीट नहीं!

किसी भी राज्य में भाजपा का 2019 रिपीट नहीं!

भाजपा को सबसे बड़ा धक्का महाराष्ट्र में लगेगा। पिछले बार की 23 सीटें रिपीट नहीं होनी। इन 23 में 2019 में छह सीटों को भाजपा ने जैसे-तैसे बहुत कम...
बिहार में भाजपा कितनी सुरक्षित?

बिहार में भाजपा कितनी सुरक्षित?

बिहार घूम रहे पत्रकार और विश्लेषक मान रहे हैं कि यदि नुकसान होना है तो वह नीतीश कुमार की जनता दल यू को होगा।
झारखंड में पिछड़ा रिकॉर्ड दोहराना मुश्किल

झारखंड में पिछड़ा रिकॉर्ड दोहराना मुश्किल

बिहार की तरह ही झारखंड में भी भाजपा के लिए पिछला प्रदर्शन दोहराना मुश्किल दिख रहा है। पिछली बार भाजपा ने राज्य की 14 में से 11 सीटें जीती...
मोदी के भाषणों से जाहिर बढ़ता मुकाबला!

मोदी के भाषणों से जाहिर बढ़ता मुकाबला!

इस सप्ताह के अनुमान में एनडीए की 263 ( इसमें भाजपा की 236 व सहयोगियों की 27) सीटों का अनुमान है तो एनडीए की सभीविरोधी पार्टियों का कुल अनुमान...
एनडीए 257 पर या 400 पार?

एनडीए 257 पर या 400 पार?

वैसे अब खुद नरेंद्र मोदी ने 400 सीटों की बात करना बंद कर दियाहै। दूसरे चरण के मतदान से पहले की जनसभाओं में एक में भी उन्होने नारा नहीं...
त्रिशंकु लोकसभा के आसार?

त्रिशंकु लोकसभा के आसार?

मुझे न चार सौ पार की सुनामी दिख रही है और न किसी एक पार्टी का चार जून को बहुमत होता लगता है।
दूसरा चरण विपक्ष की वापसी का?

दूसरा चरण विपक्ष की वापसी का?

दूसरे चरण के मतदान के बाद चुनाव का पूरा नैरेटिव बदल सकता है।दूसरे चरण में मुकाबला वहां है,जहां पिछली बार भाजपा की छप्पर फाड़ जीत थी।
तब बंगाल, यूपी, राजस्थान और अब?

तब बंगाल, यूपी, राजस्थान और अब?

राष्ट्रीय नेतृत्व की बजाय स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवारों को लेकर चर्चा करते रहे और उसी आधार पर उन्होंने मतदान किया है ऐसा होना भाजपा के लिए नतीजों तक चिंताजनक...
भाजपा की मुश्किल सहयोगी!

भाजपा की मुश्किल सहयोगी!

दूसरे चरण में भाजपा को अपने कमजोर सहयोगियों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। खासतौर से महाराष्ट्र और बिहार में।
चुनाव में सस्पेंस क्या?

चुनाव में सस्पेंस क्या?

कोई आश्चर्य नहीं होगा कि मतदान के हर राउंड के साथ नरेंद्र मोदी-अमित शाह का पसीना ज्यादा बहता हुआ दिखे और आम चुनाव सचमुच रोचक अनहोना हो जाए।
कोई ग्रैंड नैरेटिव नहीं

कोई ग्रैंड नैरेटिव नहीं

चुनाव आयोग की बंदिशों और सोशल मीडिया की हर व्यक्ति तक पहुंच ने चुनाव को नीरस बनाया है।
कहां आत्मविश्वास और कहां घबराहट?

कहां आत्मविश्वास और कहां घबराहट?

भाजपा के गठबंधन बनाने और उम्मीदवारों के चयन से पता चल जा रहा है कि वहां वह आत्मविश्वास में है और कहां घबराहट में है।
इतना लंबा चुनावी कार्यक्रम क्यों?

इतना लंबा चुनावी कार्यक्रम क्यों?

यह एक बड़ा सस्पेंस है कि आखिर इतना लंबा और इतनी अजीबोगरीब चुनाव शिड्यूल कैसे और क्यों बना?
समय सचमुच अनहोना!

समय सचमुच अनहोना!

नामुमकिन नहीं है कि चार जून को नरेंद्र मोदी-अमित शाह चार सौ सीटों की जगह बहुमत के लिए पापड़ बेलते मिलें! आखिर समय बलवान होता है न कि नेता...
बेजान, ठंडा चुनाव!

बेजान, ठंडा चुनाव!

लोगों के मन में अकेले पैठे नरेंद्र मोदी के चेहरे में सब माने बैठे हैं कि भले गले में भाजपा का पट्टा बंधाए कुत्ता उम्मीदवार हो,  जीतेगा वही।
मोदी सुनामी क्षत्रपों से फुस्स!

मोदी सुनामी क्षत्रपों से फुस्स!

उन सभी राज्यों में नरेंद्र मोदी की कथित सुनामी याकि अबकी बार 400 पार सीटों का आंकड़ा बुरी तरह फेल होना है, जहां अभी तक मोदी ने सर्वाधिक रैलियां...
भाजपा 300 से ऊपर या नीचे?

भाजपा 300 से ऊपर या नीचे?

अब ऐसा है तो सवाल होना चाहिए कि भाजपा की अपनी सीटों का आंकड़ा 300 के पार होगा या नीचे?
महंगाई,  बेरोजगारी,  भ्रष्टाचार भी मुद्दा!

महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार भी मुद्दा!

सीएसडीएस और लोकनीति के सर्वेक्षण में आम लोगों ने स्वीकार किया है कि वे महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान हैं।
भाजपा पर भड़के कई राज्यों के राजपूत

भाजपा पर भड़के कई राज्यों के राजपूत

मध्य प्रदेश में भी नरेंद्र सिंह तोमर को स्पीकर बना दिया गया और ओबीसी समाज के मोहन यादव मुख्यमंत्री हो गए। तभी उत्तर प्रदेश के राजपूतों को लग रहा...
भाजपा की सुनामी दूर-दूर तक नहीं!

भाजपा की सुनामी दूर-दूर तक नहीं!

कही भी वरिष्ठ पत्रकारों-जमीनी जानकारों से बात करें, मुंबई-नागपुर बात करें या चंडीगढ़ या पटना या हैदराबाद या कोलकाता सभी तरफ से फाइट होते लगने की जानकारी मिल रही...
विपक्ष का हल्ला, मोदी के दलबदलू!

विपक्ष का हल्ला, मोदी के दलबदलू!

मैं दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छतीसगढ़, गुजरात आदि में केजरीवाल-कांग्रेस-इंडिया की हवा बनते नहीं देख रहा हूं।
लालू, तेजस्वी खेला कितना बिगाड़ेंगे?

लालू, तेजस्वी खेला कितना बिगाड़ेंगे?

लालू, तेजस्वी ने बड़ी लापरवाही बरती। अपने मजबूत नेताओं की बजाय बाहर से आए लोगों को टिकट दे दी, जिसके बाद टिकट बंटवारे में लेकर कई तरह की चर्चाएं...
दलित राजनीति मोदी के दरवाजे

दलित राजनीति मोदी के दरवाजे

सारे दलित नेता या तो भाजपा के तालमेल किए हुए हैं या परोक्ष रूप से उसकी मदद कर रहे हैं।
बिहार में अब भी उम्मीद

बिहार में अब भी उम्मीद

जनता दल यू को ज्यादा नुकसान की संभावना जताई जा रही है। इसका कारण यह भी है कि इस बार भाजपा को रोकने के विपक्षी अभियान की शुरुआत बिहार...
भाजपा के अधिकांश टिकट दलबदलुओं को!

भाजपा के अधिकांश टिकट दलबदलुओं को!

नरेंद्र मोदी-अमित शाह ने भाजपा को बदल दिया है। पार्टी दलबदलुओं की हो गई है। पार्टी के अब तक 405 उम्मीदवार घोषित हुए है। Lok Sabha election 2024
मुकाबला बढ़ रहा है!

मुकाबला बढ़ रहा है!

मैं पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल में हिंदू बनाम मुस्लिम में ममता बनर्जी के बुरी तरह हारने का अनुमान लिए हुए था। लेकिन भाजपा उम्मीदवारों की लिस्ट ने वहां के...
भाजपा बिहार में क्यों चिंतित है?

भाजपा बिहार में क्यों चिंतित है?

जब तक नीतीश राजद और कांग्रेस के साथ थे और विपक्ष को एकजुट कर रहे थे तब तक भाजपा के सामने एक बड़ी चुनौती थी Lok Sabha Chunav
क्या वैश्य भाजपा से नाराज हैं?

क्या वैश्य भाजपा से नाराज हैं?

इस बात की भी नाराजगी है कि आम आदमी पार्टी को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, जो एक वैश्य नेता की बनाई पार्टी है।
ओडिशा और पंजाब में दूसरे के सहारे राजनीति

ओडिशा और पंजाब में दूसरे के सहारे राजनीति

अंत समय में बीजद और अकाली दल ने अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया। मजबूरी में भाजपा को भी इन राज्यों में अकेले लड़ना पड़ रहा है। Lok Sabha...
मोदी की सुनामी या कांटे का मुकाबला?

मोदी की सुनामी या कांटे का मुकाबला?

18वीं लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ‘चार जून, चार सौ सीट’ का जुमला बोल रहे हैं। लोग (खास कर उत्तर भारत के) अबकी बार मोदी के चार सौ पार...
ममता, माया बुरी तरह हारेंगी!

ममता, माया बुरी तरह हारेंगी!

जमीनी हकीकत से साफ लगा रहा है कि कोलकत्ता व ईर्द-गिर्द इलाके को छोड़ कर उत्तर, दक्षिण बंगाल में हिंदू बुरी तरह भाजपा के लिए गोलबंद हैं। Lok Sabha...
भाजपा की नई जमीन कहां है?

भाजपा की नई जमीन कहां है?

भाजपा कई राज्यों में सभी सीटें या लगभग सभी सीटें जीत चुकी हैं। उन राज्यों में तीसरी बार भी प्रदर्शन दोहराना मुश्किल होगा। Lok Sabha election 2024
विपक्ष को कहां से उम्मीद?

विपक्ष को कहां से उम्मीद?

दो बार की एंटी इनक्मबैंसी और कई राज्यों में डबल इंजन की सरकार के विरोध का फायदा उसको मिलेगा। Lok sabha election 2024
चुनावी बॉन्ड/भारत का चरित्र

चुनावी बॉन्ड/भारत का चरित्र

मोदी राज के 10 वर्षों में काले धंधे के काले कारोबारियों को इलेक्टोरल बॉन्ड्स के जरिए काला पैसा देने का क्या शानदार तरीका और अवसर मिला। Electoral bond data...
चंदा सत्ता की पार्टी को ही!

चंदा सत्ता की पार्टी को ही!

यह भी कह सकते हैं कि पहला परदा हट गया है। यह पता चल गया है कि किस कंपनी ने किस तारीख को कितने रुपए का बॉन्ड खरीदा। Electoral...
पूरा हिसाब अभी बाकी है

पूरा हिसाब अभी बाकी है

चुनावी बॉन्ड खरीदने वालों की सूची में 18,871 एंट्री है, जबकि दान लेने वाले यानी बॉन्ड भुनाने वालों में 20,421 की एंट्री है। इस मिसमैच का क्या मतलब है?...
एजेंसियों के छापों से बॉन्ड वसूली

एजेंसियों के छापों से बॉन्ड वसूली

जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड ने 123 करोड़ रुपए का चुनावी बॉन्ड खरीदा है। इस कंपनी के ऊपर अप्रैल 2022 में ईडी ने कार्रवाई की थी। electoral bonds
इतिहास देख रहा है!

इतिहास देख रहा है!

अमेरिकी संसद में लोकतंत्र पर खतरे की चिंता में चेताया, इतिहास देख रहा है! जाहिर है डोनाल्ड ट्रंप की संभावी वापसी की अमेरिका में चिंता है।
चुनाव में है क्या जो लिखें?

चुनाव में है क्या जो लिखें?

ये चुनाव इस बात के लिए जरूर महत्वपूर्ण है कि कांग्रेस का वोट कितना प्रतिशत बढ़ता है?
कांग्रेस की एक एक सीट भी छीननी

कांग्रेस की एक एक सीट भी छीननी

2014 में कांग्रेस को 44 और 2019 में 52 सीटें मिली थीं। इस बार 37 सीटों का अनुमान जाहिर किया जाता है।
भाजपा के इस दांव में खतरे भी

भाजपा के इस दांव में खतरे भी

लेकिन क्या भाजपा इस दांव में कामयाब हो पाएगी? कई बार इस तरह के दांव उलटे पड़ते हैं। कई बार कमजोर के प्रति सहानुभूति होती है।
भाजपा को गठबंधन का सहारा

भाजपा को गठबंधन का सहारा

भाजपा उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक गठबंधन बनाने में जुटी है, जिसका मकसद किसी तरह से बहुमत हासिल करना है।
गडकरी अच्छे या मोदी?

गडकरी अच्छे या मोदी?

मनुष्यता की कसौटी में सत्य से जीने वाले समझदारों में यदि जन सर्वेक्षण हो, भाजपा-संघ के भीतर भी सर्वे हो तो नतीजा क्या होगा? मेरा मानना है गडकरी जीतेंगे,...
मोदी तानाशाह नहीं,  हिंदू गुलाम!

मोदी तानाशाह नहीं, हिंदू गुलाम!

मोदी तानाशाह नहीं, बल्कि भयाकुल, असुरक्षित नेतृत्व की मिसाल हैं। नरेंद्र मोदी का शासन उसी चरित्र का है, जो दिल्ली के पिछले प्रधानमंत्रियों, बादशाहों का था। pm narendra modi...
भयाकुल नस्ल के पावरफुल

भयाकुल नस्ल के पावरफुल

देश में शक्ति का एकमात्र स्रोत नरेंद्र मोदी हैं और बाकी लोगों के पास आभासी ताकत है। सब उनकी शक्ति से ताकत पाते हैं। Most Powerful Indians
मंडी में मनीष सिसोदिया नहीं बिके!

मंडी में मनीष सिसोदिया नहीं बिके!

मनीष सिसोदिया के जेल में एक साल पूरे होने की खबर सुनी तो लगा यह बंदा अलग निकला। इसने भाजपा के आगे सरेंडर नहीं किया। Manish sisodia
गुजरात में चिंता!

गुजरात में चिंता!

क्या संभव है जो लोकसभा चुनाव में गुजरात की किसी एक भी सीट पर नरेंद्र मोदी का उम्मीदवार हार जाए?
400-400 ही क्यों, 500 क्यों नहीं?

400-400 ही क्यों, 500 क्यों नहीं?

2004 में शाइनिंग इंडिया और अब विकसित भारत से 400 सीट का शोर इस बात का प्रमाण है कि ढोलबाजी में भाजपा का जवाब नहीं है।