नई दिल्ली। लोकसभा (Lok Sabha) में पिछले दो सप्ताह की तरह सोमवार को भी प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सके और कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण बैठक शाम चार बजे तक स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा (Rajya Sabha) में जारी गतिरोध सोमवार को सत्तापक्ष तथा विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की बैठक शुरू होने के मात्र एक मिनट के भीतर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्ष दलों ने अडानी महाघोटाले और मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
लोकसभा चार बजे तक स्थगित
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराये जाने के विरोध स्वरूप कांग्रेस सदस्य सदन में काले कपड़े पहन कर आए थे।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) काला स्कार्फ पहने हुए थीं। नेशनल कॉन्फ्रेंस सांसद फारूक अब्दुल्ला काला कुर्ता पहन कर आए थे। कुछ सदस्यों को कागज फाड़कर हवा में उछालते हुए भी देखा गया। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सहित कुछ विपक्ष दलों के सदस्य नारेबाजी करने लगे। कुछ कांग्रेस सदस्य आसन के समीप आकर तख्तियां दिखा रहे थे। इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ‘मैं सदन गरिमा के साथ चलाना चाहता हूं।’ इसके बाद उन्होंने कार्यवाही शाम चार बजे तक स्थगित कर दी।
राज्यसभा दो बजे तक स्थगित
उच्च सदन की बैठक शुरू होते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। हंगामे की वजह से आवश्यक दस्तावेज भी सदन के पटल पर नहीं रखवाए जा सके। सभापति जगदीप धनखड़ के अपने आसन पर बैठते ही विपक्ष के सदस्यों ने अडाणी मुद्दे से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कराने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। उनका विरोध करते हुए सत्ता पक्ष के सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े हो कर हंगामा करने लगे। धनखड़ ने सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। लेकिन सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने मात्र एक मिनट के भीतर ही बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। (भाषा)