भोपाल। जैसे-जैसे लोकसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहे हैं। एक के बाद एक कांग्रेस छोड़कर नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। भाजपा जिस तरह से अभियान चलाए हुए हैं उससे कब – कौन भाजपा में चला जाए कहां नहीं जा सकता। Lok Sabha election 2024
दरअसल, शनिवार की सुबह कांग्रेस के लिए जहां शनि की महादशा जैसी साबित हुई वहीं भाजपा के लिए शनै शनै परिवार को बढ़ाने का दिन साबित हुआ जब लगभग 50 वर्षों तक कांग्रेस में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहने वाले सुरेश पचौरी ने अपने साथियों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा। ऐसे प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि सुरेश पचौरी के साथ विभिन्न क्षेत्रों के महत्वपूर्ण नेता भी भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
भाजपा की मंडी में सुरेश पचौरी!
बहरहाल, चार बार के राज्यसभा सदस्य दो बार के केंद्रीय मंत्री प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे सुरेश पचौरी अपने समर्थकों के साथ शनिवार को सुबह जब भाजपा में शामिल हुए तब उनके साथ धार लोकसभा के पूर्व सांसद मनावर सीट के पूर्व विधायक गजेंद्र सिंह राजू खेड़ी देपालपुर के पूर्व विधायक विशाल पटेल इंदौर के पूर्व विधायक संजय शुक्ला, पिपरिया के पूर्व विधायक अर्जुन पलिया, एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अतुल शर्मा, भोपाल जिला कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, जबलपुर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. आलोक चंनसौरिया, बीना कांग्रेस अध्यक्ष रहे सुभाष यादव, जसपाल अरोड़ा, दिनेश ढिमोले, योगेश शर्मा जैसे नेताओं ने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा। इस अवसर पर सुरेश पचौरी ने कहा कि भगवान राम का सम्मान नहीं करने वालों का मैंने साथ छोड़ा है।
उन्होंने तुलसीदास की चौपाई का उल्लेख करते हुए कहा कि कोई कितना भी प्रिय क्यों ना हो लेकिन राम का आदर नहीं करें तो उसे छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह बिना किसी शर्त के भाजपा में आए हैं वही इंदौर के पूर्व विधायक रहे महापौर का चुनाव लड़े और पिछला चुनाव कैलाश विजयवर्गीय से हारने वाले संजय शुक्ला ने कहा कि वे अपने परिवार में लौट आए हैं। Lok Sabha election 2024
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में बेहतर काम हो रहा है। लोग लगातार भाजपा पर भरोसा कर रहे हैं। जिस तरह से भाजपा में कैलाश जोशी को राजनीति का संत कहा जाता था वैसे ही प्रदेश कांग्रेस के राजनीतिक संत सुरेश पचौरी है। पचौरी हमेशा ही सामाजिक क्षेत्र में काम करते रहे हैं पचौरी जैसे संतों का स्थान कांग्रेस में नहीं है।
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि अब तो कांग्रेस का आलम यह है कि आगे-आगे राहुल गांधी जा रहे हैं और पीछे-पीछे कांग्रेस साफ हो रही है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राहुल गांधी “भारत जोड़ो यात्रा” लेकर निकले हैं।
श्रीनगर में मोदी ने बताई सच्चाई!
कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता समझ रहे कि देश के साथ न्याय कर रहा है तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं इसलिए लोग भाजपा में आ रहे हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस अब खत्म होने की कगार पर है। कांग्रेस के सारे अच्छे-अच्छे नेता पार्टी के दिशाहीन नेतृत्व से थक चुके हैं। कांग्रेस खत्म होने की कगार पर है। Lok Sabha election 2024
कुल मिलाकर कांग्रेस को एक के बाद एक लगातार झटका लग रहे हैं। कांग्रेस के स्थापित वरिष्ठ नेता ऐसे समय पार्टी छोड़ रहे हैं जब लोकसभा चुनाव की घोषणा अब कभी भी हो सकती है। भाजपा का अभियान चल रहा है और कांग्रेस परेशान हो रही है। इन झटको से उबरकर कांग्रेस को चुनाव मैदान में जाना है जो सबसे बड़ी चुनौती है।