Trump invitation Modi: जिस तरह नरेंद्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले दक्षिण एशिया के नेताओं को न्योता भेजा था उसी तरह डोनाल्ड ट्रंप अपनी दूसरी शपथ के लिए दुनिया भर के नेताओं को न्योता भेज रहे हैं।
अमेरिका में इसकी परंपरा नहीं रही है। ठीक डेढ़ सौ साल पहले 1874 में यूलिसस ग्रांट ने अपने शपध समारोह में कुछ विदेशी राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों को बुलाया था।
उसके बाद ट्रंप पहले निर्वाचित राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने कई देशों के प्रमुखों को न्योता भेजा है। गौरतलब है कि ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ लेंगे।
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उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को न्योता भेजा है, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति हावियर मिली और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बान को न्योता भेजा है और इन तीनों ने शपथ समारोह में शामिल होने का न्योता स्वीकार कर लिया है।
सबसे दिलचस्प यह रहा कि चुनाव से पहले 24 घंटे चीन पर हमला करने वाले ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग को भी न्योता भेजा। हालांकि उन्होंने शपथ समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया।
ट्रंप का न्योता अभी तक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं मिला है। शपथ की तारीख नजदीक आ रही है। तभी सवाल है कि क्या ट्रंप की ओर से मोदी को न्योता भेजा जाएगा और अगर इतनी देरी से न्योता भेजा जाएगा तो मोदी उसे स्वीकार करेंगे?